कोरोनकाल की भयावह हक़ीक़त फिर सामने आई ! बिहार और यूपी के बाद मध्यप्रदेश की इस नदी में शव मिलने से डर का माहौल

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ख़बरों में प्रसारित वीडियो में नदी के पानी में तैरते दोनों शव जिन्हें पत्रकारों ने अपने कैमरे में कैद किया था।

*  पन्ना जिले की रुन्ज नदी में आधा दर्जन शव दिखने का ग्रामीणों ने किया दावा

*  नंदनपुर ग्राम के रहवासियों ने सरपंच-सचिव को 3-4 दिन पूर्व दी थी सूचना

*  मीडिया के मौके पर पहुँचने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने शुरू की जांच

पन्ना। (www.radarnews.in) कोरोनाकाल में प्रतिदिन बड़ी संख्या में अकाल और गुमनाम मौतें हो रहीं है। देश में कई जगह शमशानों में वोटिंग चल रही है, लकड़ियों की कमी होने तथा कब्रिस्तानों में जगह कम पड़ने जैसीं ख़बरों के बीच बिहार के बक्सर में और उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में गंगा नदी में फेंके गए कई शव तैरते हुए मिलने से मचा हड़कम्प अभी पूरी तरह से शांत ही नहीं हुआ था कि अब मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रुन्ज नदी में शव मिलने से सनसनी व्याप्त है।
जिले के धरमपुर थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम नंदनपुर के समीप रुन्ज नदी के पानी में 3-4 दिन पूर्व आधा दर्जन शव तैरते हुए ग्रामीणों के द्वारा देखे गए। जिससे भयभीत ग्रामीणों ने तुरंत इस अप्रत्याशित और विचलित करने वाले घटनाक्रम की जानकारी सरपंच-सचिव को दी। अत्यंत ही संवेदनशील मामले की जिम्मेदारों ने जब कोई सुध नहीं ली तो निस्तार प्रभावित होने से परेशान ग्रामीणों ने जहां-तहां अपना दुखड़ा सुनाना शुरू कर दिया।
अजयगढ़ से पहुंचे मीडिया कर्मियों को नदी में उस स्थान पर ले जाते ग्रामीण जहां उनके द्वारा शव देखे गए।
फलस्वरूप मंगलवार 11 मई को रुन्ज नदी में शव पड़े होने की भनक लगने पर अजयगढ़ तहसील मुख्यालय के मीडिया कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर जब छानबीन की तो पानी की सतह पर तैर रहे दो शव कैमरे में कैद हुए। हालांकि इस दौरान वहां मौजूद ग्रामीण नदी में आधा दर्जन शव देखे जाने का दावा करते रहे। नदी में शव मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने वहां बदबू फैलने-पानी दूषित होने की शिकायत की है और पंचायत के नुमाइंदों की घोर उदासीनता के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। रुन्ज नदी में अज्ञात शव मिलने से पूरे इलाके में जबरदस्त भय का माहौल निर्मित है।
पन्ना जिले की अजयगढ़ जनपद अंतर्गत आने वाली नंदनपुर ग्राम पंचायत का कार्यालय।
इससे जुड़ीं खबरों के प्रसारित के बाद हरकत में आए पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पन्ना जिले में कोरोना संक्रमण की वास्तविक स्थिति और इससे होने वाली मौतों के आंकड़ों को छिपाने के आरोपों से घिरे प्रशासन ने अब नदी में तैरते मिले अज्ञात शवों की संख्या को लेकर गोलमोल जवाब देते हुए लीपापोती शुरू कर दी है। उधर, नंदनपुर के ग्रामीणों का कहना है कि नदी में दिखे शव उनके इलाके के नहीं हैं क्योंकि हमारे यहां शवों को पानी में बहाने की परम्परा नहीं है।

कोरोना संक्रमित मरीजों के शव होने की आशंका

रुन्ज नदी में किनारे की तरफ पड़े अज्ञात शव की विचलित करने वाली तस्वीर।
गौरतलब है कि पन्ना जिले के ग्रामीण अंचल में कोरोना संक्रमण लगातार बेहद तेजी से फ़ैल रहा है। इसके मद्देनज़र नंदनपुर ग्राम के लोगों को आशंका है कि 3-4 दिन पूर्व नदी में तैरते दिखे शव कोविड मरीजों के हो सकते हैं। अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि ये लाशें आसपास के गावों से ही बहाई गई थीं या फिर पन्ना की ओर से बहकर आई थीं। नदी में कई जगह फिलहाल इतना पानी नहीं है कि शव कहीं ज्यादा दूर से बहकर आ पाएं। आखिर ये शव आए कहां से ? इस सवाल का जवाब अभी नहीं मिल पाया है।
नदी में शव मिलने की वजह से स्थानीय लोगों को डर है कि इस वजह से पानी दूषित होगा। जिससे आने वाले दिनों में जलसंकट की स्थिति गंभीर होने पर पानी की व्यवस्था के लिए उन्हें परेशान होना और भटकना पड़ेगा। साथ ही नदी में बहाए गए शवों के कारण कोरोना संक्रमण फैलेगा।
नदी में बहाए गए शवों के संबंध मीडिया कर्मियों को मौके पर आवश्यक जानकारी देते हुए नंदनपुर के ग्रामीण।
प्रशासन ने इस मामले के जांच की बात कही है। अब देखना यह है कि जांच उपरांत प्रशासन इस मामले में आधिकारिक तौर पर क्या खुलासा करता है। बताते चलें कि रुन्ज नदी पन्ना जिले के बृजपुर क्षेत्र से प्रवाहित होकर लखनपुर सेहा होते हुए तराई अंचल में उतरती है। यह बरसाती नदी आरामगंज, हरदी, नयागांव, नंदनपुर होते हुए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के बड़ेछा नामक स्थान पर दूसरी नदी में जाकर मिलती है।