* विभागीय जांच को पक्ष में करने के एवज में वनपाल से मांगी थी रिश्वत
* सागर लोकायुक्त की टीम ने टीकमगढ़ में ट्रैप कार्रवाई को दिया अंजाम
सागर/टीकमगढ़। (www.radarnews.in) वनपाल से दस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए उप वन मण्डलाधिकारी टीकमगढ़ (एसडीओ फॉरेस्ट) गोपाल सिंह मुवेल को लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने गिरफ्तार किया है। ट्रैप कार्रवाई को सिविल लाइन टीकमगढ़ स्थित एसडीओ फॉरेस्ट के शासकीय आवास पर सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया। एसडीओ फॉरेस्ट ने वनपाल रामसेवक अहिरवार की विभागीय जांच को उसके पक्ष में करने के एवज में उससे रिश्वत की मांग की थी। लोकायुक्त पुलिस ने वन विभाग के अफसर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है। एसडीओ फॉरेस्ट को घूस लेते हुए लोकायुक्त पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करने की खबर आते ही आज टीकमगढ़ के वन मण्डल कार्यालय समेत प्रशासनिक हलकों में जबर्दस्त हड़कंप मच गया। महज कुछ दिन के अंतराल में टीकमगढ़ जिले में लोकायुक्त पुलिस की यह दूसरी ट्रैप कार्रवाई है। इसके पूर्व एक पटवारी को रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा था।
लोकायुक्त डीएसपी राजेश खेड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि, टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ क्षेेत्र के आहार सर्किल में पदस्थ वनपाल रामसेवक अहिरवार 59 वर्ष निवासी भगत नगर कालोनी के विरुद्ध किसी ने शिकायत की थी। इस प्रकरण की जांच उप वन मण्डलाधिकारी टीकमगढ़ गोपाल सिंह मुवेल कर रहे थे। विभागीय जांच को वनपाल रामसेवक अहिरवार के पक्ष में करने के लिए उप वन मंडल अधिकारी रिश्वत मांग रहे थे। जिससे परेशान होकर वनपाल रामसेवक अहिरवार ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर के कार्यालय में लिखित शिकायत की। शिकायत की तस्दीक करने के लिए लोकायुक्त कार्यालय से ने वनपाल को एक टेप रिकार्डर दिया और उसमें रिश्वत की मांग संबंधी बातचीत रिकार्ड करने को कहा गया। दोनों के बीच हुई चर्चा में सोमवार 14 मार्च को रुपए देना तय हुआ। शिकायत की तस्दीक होने के बाद पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर के मार्गदर्शन में उप वन मंडलाधिकारी को रंगे हाथ पकड़ने का फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया।