आक्रोशित भीड़ ने चौकी के अंदर घुसकर किराना व्यापारी और उसके भाई को बेरहमी से पीटा, पुलिस जवानों के साथ बदसलूकी, चौकी में जमकर की तोड़फोड़

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हरदुआ पुलिस चौकी के अंदर और बाहर किराना व्यापारी कमलेश लोधी और उसके भाई गोविन्द प्रसाद लोधी के साथ मारपीट करती हिंसक भीड़।

पन्ना जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के ग्राम हरदुआ की घटना का वीडियो हुआ वायरल

* किराना व्यापारी की कार की ठोकर से युवक की मौत होने पर बेकाबू भीड़ ने की हिंसा

* स्थिति को संभालने के लिए आसपास के थानों से बुलाना पड़ा अतिरिक्त पुलिस बल

* पुलिसकर्मियों ने हिंसक भीड़ से मुकाबला कर अपना फर्ज निभाते हुई किराना व्यापारी और उसके भाई की बचाई जान

पन्ना। (www.radarnews.in) सड़क हादसे में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत होने से आक्रोशित भीड़ बेकाबू हो गई। भीड़ ने पुलिस चौकी के अंदर घुसकर कार के मालिक और उसके भाई की लात-घूंसों और डण्डे से बेदम पिटाई की। इस बवाल के दौरान चौकी के अंदर भी जमकर तोड़फोड़ की गई। हिंसक भीड़ की बेरहमी से कार के मालिक और उसके शिक्षक भाई को बचाने की कोशिश में पुलिसकर्मियों के साथ भी अभद्रता हुई। पन्ना जिले के सिमरिया थाना के ग्राम हरदुआ में भीड़ के द्वारा की गई हिंसा के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के विरुद्ध बलवा करने और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला पंजीबद्ध किया है। वहीं स्थिति को सम्भालने के लिए हरदुआ गांव सहित क्षेत्र में भारी संख्या पुलिस बल को तैनात किया गया है।
आक्रोशित भीड़ की क्रूरता से किराना व्यापारी और उसके भाई को बचाते हुए पुलिसकर्मी।
रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात हरदुआ चौकी के ग्राम चंद्रावल और मझगवां के बीच स्थित गिरहा नाला में कुछ युवक मछलियां पकड़ रहे थे। इस दौरान ग्राम रैय्यासांटा निवासी एवं क्षेत्र के प्रतिष्ठित किराना व्यापारी कमलेश लोधी की ओमनी कार से उनका ड्रायवर किसी बीमार व्यक्ति का इलाज कराने उसे लेकर दमोह के लिए रवाना हुआ। रास्ते में गिरहा नाला के समीप काफी अंधेरा होने से सड़क किनारे बैठे सुखपाल अहिरवार 28 वर्ष निवासी गुरखई को कार की ठोकर लग गई। कार चालक की लापरवाही के चलते हुई इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल सुखपाल अहिरवार को उसके साथी रात में ही इलाज के लिए पड़ोसी जिला दमोह ले गए। जहां उपचार के दौरान सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
सुखपाल के दुखद निधन की खबर आने पर शोक संतृप्त परिजन हरदुआ चौकी पहुंचे और उनके द्वारा इस घटना पर एक्सीडेंटल मौत का मामला दर्ज न कर हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग की गई। चौकी प्रभारी हरदुआ फर्जन्द अली ने घटना को गंभीरता से लेकर तत्परता से आवश्यक कार्रवाई करने का भरोसा दिलाते हुए मृतक के परिजनों को समझाकर वापस घर भेज दिया।

कार मालिक को देखकर हिंसक हुई भीड़

सोमवार को दोपहर में लगभग 2:30 दमोह से सुखपाल का शव आने के इंतजार में हरदुआ चौकी के समीप स्थित चौराहे पर बड़ी तादाद में मृतक के परिजन और रिश्तेदार एकत्र थे। कुछ देर बाद मातमी माहौल के बीच जैसे ही दलित युवक का शव हरदुआ पहुंचा तभी संयोगवश कार का मालिक एवं किराना व्यापारी कमलेश लोधी अपने शिक्षक भाई गोविन्द प्रसाद लोधी के साथ वाहन के दस्तावेज लेकर चौकी पुलिस को देने पहुँच गया। कमलेश को सामने से आता हुआ देख शोक संतृप्त परिजन गुस्से से भड़क ऊठे। आक्रोशित भीड़ ने कमलेश लोधी और उसके भाई गोविन्द प्रसाद लोधी की बेदम पिटाई शुरू कर दी ।

चौकी के अंदर और बाहर की बेदम पिटाई

हमलावर भीड़ ने दोनों को इतना मारा की मारते-मारते अधमरा कर दिया। जान बचाने के लिए दोनों भाई पुलिस चौकी के अंदर घुस गए। लेकिन भीड़ भी बलपूर्वक अंदर घुस गई और पुनः दोनों को बेरहमी से पीटते हुए बाहर निकाल लाई। किराना व्यापारी और उसके भाई को पीट-पीटकर मारने पर उतारू आक्रोशित भीड़ से दोनों को बचाने के लिए चौकी प्रभारी फर्जन्द अली, प्रधान आरक्षक प्रेमलाल शर्मा और दो पुलिस आरक्षक काफी देर तक जूझते रहे। इस बीच वरिष्ठ अधिकारियों को बवाल की सूचना देकर उनसे तुरंत मदद मांगी गई। अतिरिक्त बल आने तक चार निहत्थे पुलिसकर्मी खुद भी भीड़ की हिंसा का शिकार बने लेकिन अपनी जान की परवाह किये बगैर उन्होंने बड़े ही साहसिक तरीके से भीड़ का मुकाबला कर किराना व्यापारी कमलेश लोधी और उसके शिक्षक भाई गोविन्द प्रसाद लोधी को किसी तरह बचाते हुए भीड़ के हाथों बड़ा अपराध होने से रोक लिया।

दोनों पक्षों के विरुद्ध दर्ज हुआ मामला

जिले के आधा दर्जन थानों से बड़ी तादाद में अतिरिक्त पुलिस बल और पुलिस अधिकारियों के हरदुआ पहुँचने पर हिंसा शांत हो गई। हालांकि इसके बाद सड़क हादसे में मृत युवक का शव पुलिस चौकी परिसर के अंदर रखकर भीड़ के द्वारा हत्या का मामला पंजीबद्ध करने की मांग की गई। मौके पर तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए उप पुलिस अधीक्षक अभिषेक गौतम ने पीड़ित परिजनों को समझाइश दी गई, जिसके बाद वे शव लेकर अपने गांव के लिए रवाना हो गए। इस मामले में सिमरिया थाना पुलिस ने कार के चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और व्हीकल एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है। वहीं पुलिस चौकी हरदुआ का घेराव, तोड़फोड़ और शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए हंगामा करने पर बलवा सहित विभिन्न धाराओं के तहत भीड़ के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। उप पुलिस अधीक्षक अभिषेक गौतम ने बताया कि शाम 5 बजे के बाद से हरदुआ सहित क्षेत्र में स्थिति सामान्य है और पूरी तरह शांति कायम है। आपने कहा कि हिंसा करने वालों में कुछ को नामजद किया गया है, वहीं घटना के वायरल वीडियो के आधार पर अन्य उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।