सीएम को अफसरों ने किया गुमराह ! भाजपा नेता को जल जीवन मिशन का लाभार्थी बताकर कराया वर्चुअल संवाद

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मुख्यमंत्री से भाजपा नेता राकेश सोनी का संवाद कराया गया जोकि रामनगर के निवासी ही नहीं है।

पन्ना जिले की मुड़वारी पंचायत की सरपंच के पति हैं नेताजी

सीएम को रामनगर के जल जीवन मिशन के लाभार्थी ग्रामीणों से करना था संवाद

गांव के पहुंच मार्ग विहीन होने से असंतुष्ट और नाराज थे रामनगर के वाशिंदे

आनन-फानन में कार्यक्रम स्थल में बदलाव कर पवई में आयोजित किया जनसंवाद

मुख्यमंत्री से संवाद न कराए जाने से सड़क निर्माण की मांग नहीं उठा सके रामनगरवासी

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) जिले के अफसरों पर सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने का गंभीर आरोप लग रहा है। क्योंकि, उनके द्वारा जल जीवन मिशन के वास्तविक लाभांवित रामनगर के ग्रामीण परिवारों से मुख्यमंत्री का वर्चुअल संवाद न कराकर भाजपा के नेता से संवाद कराया गया। हद तो उस वक्त हो गई जब जिला जनसम्पर्क कार्यालय पन्ना और जनसम्पर्क संचालनालय भोपाल से जारी इस कार्यक्रम के समाचारों में भाजपा नेता राकेश सोनी को रामनगर ग्राम का निवासी एवं जल जीवन मिशन का लाभार्थी बता दिया। रामनगर के वाशिंदे इस सरकारी प्रोपेगंडा को लेकर खासे नाराज हैं। मुख्यमंत्री से संवाद न कराए जाने के कारण उपेक्षित-अपमानित महसूस कर रहे इन ग्रामीणों की शिकायत है कि उनके नाम पर झूठ और भ्रम फैलाया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, भाजपा नेता राकेश सोनी मुड़वारी पंचायत की सरपंच सविता सोनी के पति हैं और वह रामनगर में नहीं बल्कि मुड़वारी में रहते हैं। अब सवाल उठता है कि पन्ना जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने राकेश सोनी की पहचान छुपाने का धतकरम आखिर क्यों किया ? इस सवाल का जवाब रामनगर गांव से गत दिनों आईं ख़बरों में छिपा है।
उल्लेखनीय है कि जल जीवन मिशन से प्रदेश के लाभान्वित ग्रामों के रहवासियों से मुख्यमंत्री को शुक्रवार 4 फ़रवरी 2022 को वर्चुअल संवाद करना था। पन्ना जिले में इस संवाद के लिए पवई विधानसभा क्षेत्र की मुड़वारी पंचायत के रामनगर ग्राम का चयन किया गया। दो नदियों के संगम किनारे स्थित छोटे से गांव रामनगर में जल जीवन मिशन अंतर्गत हाल ही में घरों में नल से जल की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मजेदार, बात यह कि स्थानीय लोगों के लिए पेयजल की सहज उपलब्धता कभी इतना बड़ा मुद्दा ही नहीं था जितना पहुँच मार्ग का है।
नदी से बमुश्किल 300-400 मीटर की दूरी पर स्थित रामनगर ग्राम के वाशिंदों का निस्तार के लिए नदी जाना उनकी दिनचर्चा में शामिल है। नदी संगम के नजदीक रहने के कारण स्थानीय ग्रामीणों को शायद ही कभी जल संकट से जूझना पड़ा। लेकिन रामनगर के लोगों को जिस एक बुनियादी सुविधा का आभाव सबसे अधिक पीड़ा देता है वह पहुँच मार्ग है।
देश की आजादी के सात दशक बाद भी रामनगर के लोगों को एक अदद पहुँच मार्ग नसीब नहीं हो सका। बारहमासी सुगम आवागमन सुविधा का आभाव होने के कारण बारिश के मौसम में गांव की गर्भवती महिलायें तथा बीमार व्यक्ति समय पर स्वास्थ्य केन्द्र नहीं पहुँच पाते। नतीजतन कई बार प्रसव पीड़ा के चलते जच्चा-बच्चा एवं बीमार व्यक्ति की असमय ही मौत हो जाती है। इसके अलावा सड़क के आभाव में गांव के बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।

सड़क निर्माण न होने से असंतुष्ट हैं रामनगरवासी

पवई में आयोजित हुए जल जीवन मिशन के लाभार्थी रामनगर ग्राम के परिवारों से जनसंवाद के कार्यक्रम में उपस्थित लोग।
जल जीवन मिशन से प्रदेश के लाभान्वित ग्रामों में शामिल पन्ना जिले के रामनगर का विगत दिनों जब प्रशासनिक अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के वर्चुअल संवाद के लिए चयन किया तो गांव के लोगों ने इसे एक अवसर के रूप में देखा। कार्यक्रम को सरकारी स्क्रिप्ट के अनुसार संपन्न कराने के लिए आवश्यक तैयारियों के सिलसिले में जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने रामनगर पहुंचकर गांव वालों को कोचिंग दी गई। ग्रामीणों को बताया गया कि उन्हें मुख्यमंत्री से संवाद के दौरान क्या कहना है, घर-घर नल से जल पहुंचाने की सौगात के लिए किस तरह प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का धन्यवाद/आभार ज्ञापित करना है। और महिलाओं को इस सुविधा के लिए “धन्य भाग्य हमारे” जैसे अंदाज में अपने सुखद अनुभव साझा करने हैं। इसके पीछे मंशा सरकारी प्रोपेगंडा के जरिए गांव की गुलाबी तस्वीर पेश कर प्रदेश में विकास की धारा प्रवाहित होने वाले नैरेटिव को मजबूती प्रदान करना था। चतुर-चालाक अफसर ऐसा करके मुख्यमंत्री को अभिभूत/आत्ममुग्ध कर उनकी गुड बुक में अपने अंक बढ़ाने की जुगत में थे। लेकिन भोले-भाले निश्छल ग्रामीणों की साफ़गोई ने उनके प्लान पर पानी फेर दिया।
रामनगर में कार्यक्रम के आयोजन से जुड़ीं तैयारियों के सिलसिले में पहुंचे अफसरों ने स्थानीय लोगों को जब सीएम से संवाद करने का सलीका सिखाया तो ग्रामीणों ने उन्हें निपट गंवई शैली में दो टूक समझा दिया, गांव में नल से घर-घर जल पहुंचा अच्छी बात है लेकिन उनकी ज्वलंत समस्या सड़क की है। जिसके आभाव का दंश वे कई पीढ़ियों झेल रहे हैं। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया, सीएम से वर्चुअल संवाद का अगर अवसर मिला तो इस मौके पर उन्हें गांव की एक्चुअल समस्या से रूबरू कराया जाएगा। साथ ही यह बताया जाएगा कि उनकी सरकार भी पिछली सरकारों के ही नक़्शे कदम पर है, जिसने पिछले 17 साल में गांव के पहुँच मार्ग के निर्माण की सुध नहीं ली।”

इसलिए बदला गया कार्यक्रम स्थल

सड़क के मुद्दे पर रामनगर के ग्रामीणों के असंतुष्ट होने के चलते उनके अंदर छिपी नारजगी की तपिश का एसी में बैठने वाले अफसरों को एहसास हो गया। अधिकारी इस बात पर एक राय थे कि ग्रामीण उनकी मंशानुरूप सीएम से संवाद न करके पहुंच मार्ग निर्माण की अपनी मांग को प्रमुखता से उठाकर असहज स्थिति पैदा कर सकते हैं। इसलिए कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर गहन विचार-विमर्श के बाद पन्ना जिले के शीर्ष अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल के साथ-साथ सीएम से संवाद करने के चयनित जल जीवन मिशन के वास्तविक लाभार्थी/हितग्राही तक बदल दिए गए। शुक्रवार 4 फरवरी को आनन-फानन रामनगर के बजाए जनपद पंचायत मुख्यालय पवई में सीएम का वर्चुअल संवाद आयोजित किया गया।

वास्तविक लाभार्थियों को किया गया उपेक्षित

पवई में हुए जनसंवाद में रामनगर के लोगों की मौजूदगी में अधिकारियों ने मुड़वारी पंचायत की सरपंच के पति एवं भाजपा नेता राकेश सोनी को रामनगर ग्राम का निवासी बताकर मुख्यमंत्री एवं शीर्ष अधिकारियों से उसका संवाद कराया। जिले के अफसरों के इस कारनामे से रामनगरवासी न सिर्फ हैरान हैं बल्कि खासे नाराज भी हैं। क्योंकि सच्चाई यह है कि राकेश सोनी रामनगर में नहीं मुड़वारी ग्राम में रहते हैं। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से व्यथित एक ग्रामीण ने अपनी पहचान उजागर न करने की शर्त पर रडार न्यूज़ से कहा कि, पन्ना के मौजूदा अधिकारी जब प्रदेश के मुख्यमंत्री को सार्वजानिक तौर पर गुमराह कर उनके सामने फर्जी हितग्राही को प्रस्तुत करके गांव की गुलाबी तस्वीर दिखा सकते हैं तो ऐसे अधिकारी अपना रोजमर्रा का प्रशासनिक कामकाज कितनी ईमानदारी से करते होंगे! इस बात का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। उधर, जब इस संबंध में पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र से पवई के पत्रकारों ने सवाल पूंछे तो उन्होंने रामनगर की समस्याओं से अवगत होने तथा उनका शीघ्र निराकरण कराने की बात कही है।