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देवगौड़ा से पूछा- कर्नाटक को बताएं किस तरफ हैं आप

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नई दिल्ली। रडार न्यूज कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग से ठीक पहले अंतिम चरण में पीएम मोदी का चुनावी प्रचार शुरू होते ही सूबे का सियासी पारा गर्म है। इस सियासी गर्मी की पहली तपिश जेडीएस और पार्टी प्रमुख पूर्व पीएम देवगौड़ा पर पड़ी है। पीएम ने अपनी पिछली रैली में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए देवगौड़ा की तारीफ कर दी, तो सिद्धारमैया ने एक बार फिर जेडीएस के बीजेपी की बी टीम होने का शिगूफा एक बार फिर छेड़ दिया। देवगौड़ा की सफाई भी आई तो अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे तौर पर उनसे पूछ लिया कि वह कर्नाटक को बताएं कि किसके साथ हैं। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिये सत्ता बचाने की चुनौती है, वहीं भाजपा के लिये मिशन कांग्रेस मुक्त भारत। ऐसे में दोनों ही पार्टियां यहां अपना पूरा जोर आजमा रहीं है। दोनों ही पार्टियों के राष्ट्रीय नेता कर्नाटक में डेरा जमाये हुए हैं। जिससे स्पष्ट होता है कि यह चुनाव आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से कितना अहम है।

युवाओं में बढ़ रही है भूलने की बीमारी, ‘हिपोकैंपस’ से सिकुड रहा दिमाग

नई दिल्ली। रडार न्यूज एक रिसर्च में सामने आया है कि दिमाग का वह हिस्सा जो चीजों को याद रखने का काम करता है, जिसे डॉक्टरों की भाषा में हिपोकैंपस कहा जाता है, वह सिकुड़ता जा रहा है। यह समस्या यंग एज में ज्यादा पाई जा रही है। इससे भूलने जैसी बीमारियां भी हो रही हैं। इस बारे में राम मनोहर लोहिया अस्पताल के न्यूरॉल्जिस्ट डॉ विकास धिकव बताते हैं कि पिछले साल आरएमएल के न्यूरॉलजी विभाग ने एक रिसर्च की थी। इसमें 67 मरीजों को शामिल किया गया था। इसका मकसद यह देखना था कि कितने प्रतिशत लोग तनाव में हैं। यह दिमाग पर क्या असर करता है? डेढ़ साल तक चली इस रिसर्च के नतीजे बेहद चिंताजनक रहे। रिसर्च में यह बात सामने आई है कि इन 67 मरीजों में से 30 प्रतिशत मरीज ऐसे पाए गए, जिन्हें तनाव है। इस तनाव की वजह से उनके दिमाग का हिपोकैंपस सिकुड़ता जा रहा है। डॉ धिकव ने बताया कि रिसर्च में सभी मरीजों के दिमाग का एमआरआई किया गया और एमआरआई करने के बाद उनके हिपोकैंपस को मापा गया। जिन लोगों में तनाव न के बराबर था, उनका हिपोकैंपस का साइज सामान्य था और जिन्हें तनाव था, उनका हिपोकैंपस सिकुड़ चुका था। इसकी वजह से ही यंग एज में भूलने की बीमारी हो रही है।

अकेलापन है बडा कारण

डॉ धिकव बताते हैं कि बहुत से लोग ऐसे हैं जो हर वक्त उदास रहते हैं। इस उदासी का कारण कुछ भी हो सकता है। इसके साथ जो लोग अकेले रहते हैं या परिवार में होते हुए भी केवल फोन पर आंखें टिकाए रहते हैं और किसी से बात नहीं करते, उनमें भी तनाव का स्तर काफी हाई देखा गया है। इसके साथ ही नकारात्मक विचार, चिड़चिड़ा होने से भी तनाव का खतरा बढ़ जाता है।

कैसे सिकुड़ जाता है हिपोकैंपस

हम जब किसी चीज के बारे में ज्यादा सोचते हैं और उस चीज को लेकर तनाव में आ जाते हैं, तो हमारे दिमाग में सिरम कोटिसोल बढ़ जाता है। सिरम कोटिसोल तनाव का हॉर्मोन होता है, जिसके बढ़ने से तनाव भी बढ़ता है। यह हॉर्मोन लोगों को आत्महत्या करने तक मजबूर कर देता है, इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि ऐसी किसी चीज के बारे में न सोचें जिससे तनाव बढ़े।

बीमारी की वजह और इलाज

तनाव को दूर करने के लिए सबसे बड़ी और अहम बात यह है कि दिल और दिमाग में यदि बात आती है, तो उसे लोगों के साथ शेयर किया जाए। यदि सब के साथ शेयर नहीं करना चाहते, तो कोई एक व्यक्ति ऐसा होना चाहिए जिस पर आपको विश्वास हो और अपनी बातें शेयर कर सकें। इसके साथ ही योग, मेडिटेशन और एक्सर्साइज का भी सहारा लेना चाहिए।

विटमिन डी जरूरी

चॉकलेटरू चॉकलेट में पाए जाने वाले कुछ विशेष तत्व तनाव को दूर करने और मूड को अच्छा रखने में मददगार होते हैं। केले मे डोपामाइन नामक तत्व होता है, जो तनाव कम करता है। यह मैग्नेशियम और विटमिन बी-6 से भरपूर होने के कारण टेंशन दूर करता है। शकरकंद में मैग्नीशियम और विटमिन बी -6, विटमिन सी और एमिनो ऐसिड पाए जाते है। इनके कारण यह तनाव से मुक्ति पाने का अच्छा साधन बन जाता है। शकरकंद खाने से मूड अच्छा होता है, नींद अच्छी आती है और यह पाचन तंत्र को ठीक रखने में सहायक होता है। इसलिए जब भी टेंशन में हो, तो शकरकंद खाएं। बादाम से उच्च गुणवत्ता के प्रोटीन, जिंक, विटामिन बी -2 और मैग्नीशियम मिलते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन ई भी पाया जाता है। इस वजह से बादाम खाने से तनाव से राहत भी मिलती है। इसके कारण होने वाले नुकसान से बचाव भी होता है। यह मानसिक तनाव को दूर करने की दवा की तरह काम करता है। अखरोट, सरसों का तेल, साबुत उड़द, पालक, फूल गोभी, आम, खरबूजा, लौंग, अलसी के बीज, अंडे की जर्दी आदि ओमेगा 3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत है। इनके उपयोग से मानसिक तनाव में राहत मिलती है। लहसुन तनाव के कारण होने वाले नुकसान से बचने के लिए लहसुन का उपयोग करना चाहिए। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट टेंशन से पैदा हुए हानिकारक तत्वों को नष्ट करते हैं। हल्दी में पाया जाने वाला तत्व करक्यूमिन तनाव को दूर करने में सहायक होता है। सर्दी के मौसम में कच्ची हल्दी की सब्जी का उपयोग जरूर करना चाहिए।

आंनद के साथ जीवन बितायेंगी सोनम

मुम्बई।  रडार न्यूज कितनी सीधी और सच्ची सी बात है, दुनिया में सुकून और अमन का तरीका यही है कि अपने आसपास वालों से प्यार करो. मोहब्बत में डूबे किसी आशिक की ये बातें किसी और ने नहीं बल्कि सोनम कपूर के होने वाले पति आनंद आहूजा ने लिखी हैं. बीते कई दिन से अभिनेता अनिल कपूर और सुनीता की बेटी सोनम और दिल्ली के कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखने वाले आनंद आहूजा की शादी को लेकर कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन अब इसकी पुष्टि हो गई. सोनम और आनंद की शादी 8 मई को मुंबई में होगी और बुधवार को इसका आधिकारिक ऐलान किया गया.

    कुछ ही पलों में सोशल मीडिया में शादी-सगाई का कार्ड भी वायरल हो गया. सोनम-आनंद के परिवारों ने एक बयान में कहा, कपूर और आहूजा परिवारों को सोनम और आनंद की शादी का ऐलान करते हुए बेहद खुशी हो रही है. शादी 8 मई को मुंबई में होगी. क्योंकि ये बेहद पारिवारिक मामला है, इसलिए हम परिवार की निजता का सम्मान करने का आग्रह करते हैं. इन खास पलों की खुशी के बीच हम आपके प्यार और आशीर्वाद की उम्मीद करते हैं. जिस सीन में हम हंसते थे उन पर लोग तालियां बजाते थे। सोनम और आनंद की मेहंदी 7 मई को बांद्रा के सिग्नेचर आइलैंड स्थित सनटेक में होगी. अगले रोज शादी का कार्यक्रम रॉकडेल में रखा गया जो सोनम की आंटी का बंगला बताया जा रहा है. शादी का वक्त सवेरे 11 बजे से रात 12 बजे दिया गया है. मुंबई के द लीला होटल में शाम को एक पार्टी होगी. कपूर और आहूजा परिवार ने अलग-अलग समारोह के लिए ड्रेस कोड भी बताया है और ये भी लिखा है, इस खास दिन पर आपका आना हमारे लिए खास तोहफा होगा.

    हालांकि शादी के कार्ड पर अलग से संगीत समारोह का जिक्र नहीं किया गया है. इससे पहले खबरें आई थीं कि करण जौहर ने संगीत की जिम्मेदारी संभाली है, जबकि फराह खान सेरेमनी में कोरियोग्राफी देखेंगी. लेकिन आनंद आहूजा हैं कौन और सोनम कपूर से उनकी मुलाकात कब हुई थी. वो दिल्ली से आते हैं और कारोबारी हैं. वो लोकप्रिय अपैरल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी भाने के मालिक हैं. इसके अलावा वो दिल्ली में वेज नॉन-वेज नामक मल्टी-ब्रांड स्नीकर बुटीक भी चलाते हैं. साथ ही वो शाही एक्सपोर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं जिसका सालाना तीन हजार करोड़ रुपए का टर्नओवर है. आनंद ने अमेरिकन एम्बेसी स्कूल से पढ़ाई की और फिर यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वीनिया के वॉर्टन स्कूल से पोस्ट ग्रेजुएशन की. उन्होंने अमरीका में एमेजॉन.कॉम में इंटर्नशिप की और उसके बाद दिल्ली लौटकर अपने पिता हरीश आहूजा के साथ जुड़े. ऐसा बताया जाता है, साल 2014 में फैशन डिजाइनर और सोनम की स्टालिस्ट प्रेरणा कुरैशी के जरिए आनंद आहूजा की मुलाकात सोनम कपूर से हुई थी. मुलाकात के एक महीने के भीतर आनंद ने उन्हें प्रपोज कर दिया था.

माही के लिये आसान नहीं कोलकाता की चुनौती

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मुम्बई। रडार न्यूज हार के बाद तुरंत जीत की पटरी पर लौटना टीम के लिए अहम होता है। मुंबई इंडियंस के हाथों हारने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) ने ऐसा ही किया। नई ओपनिंग जोड़ी के साथ उन्होंने शानदार वापसी की और दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ आसानी से मैच जीता। निचले क्रम में अभी बल्लेबाजी करने पर अंबाती रायडू को कोई फर्क नहीं पड़ा। यह दिखाता है कि वह सीमित ओवरों के कितने अच्छे खिलाड़ी हैं। उन्हें पता है कि कब शॉट लगाने हैं और कब एक-दो रन लेने हैं। इससे भी ज्यादा क्रीज पर टिके रहने की उनकी प्रतिबद्धता से चेन्नई को आखिरी ओवर तक एक छोर संभालने वाला बल्लेबाज मिल गया है। धौनी अभी जैसी फॉर्म में है, उससे चेन्नई बड़े से बड़ा स्कोर का पीछा करने को लेकर आश्वस्त है। रैना और वॉटसन भी सीएसके की बल्लेबाजी को मजबूती और अनुभव दे रहे हैं। दोनों किसी भी वक्त बड़े शॉट लगा सकते हैं। अन्य टीमों की तरह चेन्नई की परेशानी भी पावर प्ले और आखिरी ओवरों में गेंदबाजी है। सिर्फ सनराइजर्स ही इस मामले में अपवाद है। उनके गेंदबाज छोटे लक्ष्य को भी बचा रहे हैं और उसमें भी विपक्षी टीम को बड़े अंतर से हरा रहे हैं। कोलकाता नाइटराइडर्स के पास संतुलित गेंदबाजी है और इससे आक्रामक बल्लेबाजों को परेशानी हो रही है क्योंकि कार्तिक अपने तेज गेंदबाजों और स्पिनरों का चालाकी से इस्तेमाल कर रहे हैं।

         पहले दो मैच में गेंदबाजी को लेकर चयन गलत होने के बाद केकेआर के कप्तान अब गेंदबाजी बदलाव और फील्डरों को पोजीशन सही कर रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी भी लय पकड़ रही है। क्रिस लिन क्रीज पर समय बिता रहे हैं और उन्होंने आरसीबी के खिलाफ मैच भी जिताया। निचले क्रम में युवा शुभमन भी एक अच्छा कदम हैं क्योंकि वह स्थितियों को समझते हुए उनके अनुसार ढल सकते हैं। अगर सुनील नारायण की शॉर्ट गेंदबाज नहीं खेल पाने की कमी को टीमें पकड़ लेती हैं तो यह युवा बल्लेबाज ओपनिंग करने को भी तैयार है। ईडन गार्डेन अब तक नाईट राइडर्स का मजबूत किला साबित हुआ है और इस किले को ढहाने के लिए धौनी को अपनी पूरी ताकत लगानी होगी।

खतरे में हैं, आपके बैंक एवं ईपीएपफ खाते

नई दिल्ली। रडार न्यूज कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की वेबसाइट से पीएफधारकों के डाटा चोरी होने की खबरें हैं, लेकिन संगठन इस बात से साफ इनकार कर रहा है कि कोई डाटा लीक हुआ है। दो दिन में दो बार ईपीएफओ इस मामले में सफाई दे चुका है। लेकिन, खतरा तो है क्योंकि, बिना किसी गड़बड़ी के वेबसाइट को बंद नहीं किया जाता। सेवाएं नहीं रोकी जाती हैं। ऐसे में 17 करोड़ मेंबर्स की पर्सनल डिटेल्स खतरे में है। साथ ही इन डिटेल्स का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। खतरे में सिर्फ आधार नहीं है बल्कि डिटेल्स के जरिए पीएफ खाते से पैसा भी निकाला जा सकता है। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि ईपीएफओ के डाटा बेस में आपकी जो डिटेल्स हैं उनके चोरी होने या लीक होने पर क्या नुकसान हो सकता है। बैंकिंग एक्सपर्ट विवेक मित्तल के मुताबिक, डाटा लीक का सबसे बड़ा खतरा यह होता है कि आपकी पर्सनल डिटेल्स कई तरह के लोगों से शेयर होती है। ऐसे में आपके बैंक खाते और पीएफ खाते को हैक किया जा सकता है। आपके बैंक अकाउंट से पैसा निकाला जा सकता है। इसे एक तरह की फिशिंग कहते हैं और ईपीएफओ से डाटा लीक होने का मतलब है कि आपका पूरा केवाईसी डिटेल्स लीक हो जाना।

आधार नम्बर पर भी खतरा

पीएफधारकों ने अपना आधार नंबर दर्ज कराया हुआ है। दरअसल, 2016 के बाद से ऑनलाइन पीएफ निकासी और पीएफ ट्रांसफर के लिए आपको अपने यूनीवर्सल अकाउंट नंबर से आधार को जोड़ना होता है। अब अगर मान लिया जाए कि पीएफ डाटा लीक हुआ है तो यह भी पक्का है कि आपका आधार भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि, आपके पीएफ डाटा के साथ आपके अकाउंट की डिटेल्स भी होती हैं, जिन्हें हासिल करना किसी भी हैकर के लिए संभव है।

खतरे में बैंक खाता

डाटा बेस में आधार के अलावा आपका बैंक खाता भी दर्ज होता है। पीएफ निकासी के समय ईपीएफओ इसी खाते में आपका पैसा जमा करता है। लेकिन पीएफ डाटा लीक होने से आपका बैंक भी हैक किया जा सकता है। अगर इसी अकाउंट से आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी करते हैं तो यह और बड़ा खतरा है क्योंकि बैंक खाते के हैक होने का चांस ज्यादा होता है। नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग जैसी सर्विस का इस्तेमाल करने पर खतरा बढ़ सकता है।

मोबाइल नंबर से भी खतरा

डिजिटल सर्विस होने के बाद से ईपीएफओ सदस्य अपना सारा काम मोबाइल या ऑनलाइन ही करते हैं। साथ ही खाता खुलवाते वक्त या बाद में हर किसी ने अपना मोबाइल नंबर भी इसमें दर्ज कराया है। अगर ईपीएफओ में दर्ज मोबाइल नंबर और नेट बैंकिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले नंबर एक ही है, तो इससे फ्रॉड का खतरा बढ़ सकता है। क्योंकि, ज्यादातर लोग ओटीपी की मदद से ट्रांजैक्शन करते हैं। अगर मोबाइल नंबर हैक होता है तो हैकर ओटीपी का भी इस्तेमाल आसानी से कर सकते हैं।

ईपीएफओ ने दी सफाई

डाटा लीक और वेबसाइट हैक होने की खबरों के बाद ईपीएफओ और श्रम मंत्रालय ने बयान जारी किया कि कोई डाटा लीक नहीं हुआ है। पीएफ खाताधारकों का डाटा पूरी तरह सुरक्षित है। कुछ सेवाएं सुरक्षा के लिहाज से बंद की गई हैं। साथ ही आधार संबंधित जानकारियां भी पूरी तरह सुरक्षित हैं। आधार डाटा लीक होने का सवाल ही पैदा नहीं होता।

इन हथियारों का किया गया इस्तेमाल सीरिया को तबाह करने के लिए

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नई दिल्ली। रडार न्यूज अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की संयुक्त सेनाओं ने सीरिया पर इतनी तेज गति से हमला किया कि वह संभल भी नहीं पाया। तीनों देशों की सेनाओं ने अपने-अपने अचूक और अत्याधुनिक हथियारों से हमले किए। फ्रांस के राष्ट्रपति ने रॉफेल लड़ाकू विमान के उड़ाने भरने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। आइए जानते हैं कि किन-किन हथियारों का इस्तेमाल किया गया। ब्रिटेन ने अपने चार विध्वंसक टॉरनाडो फाइटर्स से सीरिया पर क्रूज मिसाइलें दागीं। टॉरनाडो ने साइप्रस स्थित रॉयल एयर फोर्स के बेस कैंप से उड़ान भरी थी। ये चार सौ किलोग्राम विस्फोटक लेकर 400 किमी दूर से हमला कर सकते हैं। दो इंजन वाले ये विमान जमीनी हमले के लिए मुफीद माने जाते हैं। इन्हें हमले के लिए दुश्मन के क्षेत्र में जाने की जरूरत भी नहीं पड़ती है। ने सीरिया पर दागी क्रूज मिसाइलें, ट्रंप बोले- सीरिया के हित में किया हमला युद्ध क्षेत्र में इनका लक्ष्य बदला जा सकता है। यह तेजी से लक्ष्य पर अचूक निशाना लगाती हैं। हालांकि ट्रंप प्रशासन ने यह नहीं स्पष्ट किया किया है कि सीरिया में टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें ही दागी गई हैं। पिछले साल से ही अमेरिका सीरिया में इन मिसाइलों का उपयोग हमले के लिए कर रहा है। अब तक 58 मिसाइलें दागी गई हैं। यह मिसाइल 18 से 20 फीट लंबी होती है और 880 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ढाई हजार किमी दूर तक मार कर सकती है। यह एक हजार पाउंड तक विस्फोटक ले जा सकती है।

स्टेडियम से बाहर जाए गेंद तो मिले ईनाम- धोनी

नई दिल्ली। रडार न्यूज चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान एमएस धोनी ने मंगलवार को आईपीएल 2018 के रोमांचक में शानदार जीत दर्ज की। धोनी की टीम ने दो साल के बाद आईपीएल में धमाकेदार वापसी की और अपने पहले दोनों मुकाबले जीते। सीएसके ने आईपीएल के उद्घाटन मैच में गत चौंपियन मुंबई इंडियंस को मात दी और फिर अगले मैच में दो बार की चौंपियन केकेआर को हराया। कप्तान एमएस धोनी ने कहा कि दो साल के बाद चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम में खेलकर मंगलवार को केकेआर को हराकर काफी खुशी हुई। उन्होंने कहा, दो साल के बाद वापसी करके जीत दर्ज करने से बहुत खुशी हुई। दर्शक पहली और दूसरी पार का खेल देखने के लिए हकदार थे। सभी की अपनी भावनाओं का स्तर था, लेकिन डगआउट में हमने अपने बल्लेबाजों और गेंदबाजों पर भरोसा जताया। धोनी ने आगे कहा, सकारात्मक ऊर्जा से मदद मिली। उन्होंने कहा कि दोनों टीमों के गेंदबाजों का दिन नहीं था, लेकिन दर्शकों का भरपूर मनोरंजन हुआ। चेन्नई सुपरकिंग्स ने चेपॉक स्टेडियम में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। केकेआर ने निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 202 रन बनाए। जवाब में चेन्नई सुपरकिंग्स ने एक गेंद शेष रहते 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। रविंद्र जडेजा ने मैच विजयी छक्का जमाया। इसी दौरान एसएस धोनी ने कहा कि ऐसा नियम बनना चाहिये कि स्टेडियम के बाहर गेंद जाने पर विशेष ईनाम मिले। हालाकि यह बात उन्होंने बेहद मजाकिया लहजे में कही।