मुम्बई। रडार न्यूज हार के बाद तुरंत जीत की पटरी पर लौटना टीम के लिए अहम होता है। मुंबई इंडियंस के हाथों हारने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) ने ऐसा ही किया। नई ओपनिंग जोड़ी के साथ उन्होंने शानदार वापसी की और दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ आसानी से मैच जीता। निचले क्रम में अभी बल्लेबाजी करने पर अंबाती रायडू को कोई फर्क नहीं पड़ा। यह दिखाता है कि वह सीमित ओवरों के कितने अच्छे खिलाड़ी हैं। उन्हें पता है कि कब शॉट लगाने हैं और कब एक-दो रन लेने हैं। इससे भी ज्यादा क्रीज पर टिके रहने की उनकी प्रतिबद्धता से चेन्नई को आखिरी ओवर तक एक छोर संभालने वाला बल्लेबाज मिल गया है। धौनी अभी जैसी फॉर्म में है, उससे चेन्नई बड़े से बड़ा स्कोर का पीछा करने को लेकर आश्वस्त है। रैना और वॉटसन भी सीएसके की बल्लेबाजी को मजबूती और अनुभव दे रहे हैं। दोनों किसी भी वक्त बड़े शॉट लगा सकते हैं। अन्य टीमों की तरह चेन्नई की परेशानी भी पावर प्ले और आखिरी ओवरों में गेंदबाजी है। सिर्फ सनराइजर्स ही इस मामले में अपवाद है। उनके गेंदबाज छोटे लक्ष्य को भी बचा रहे हैं और उसमें भी विपक्षी टीम को बड़े अंतर से हरा रहे हैं। कोलकाता नाइटराइडर्स के पास संतुलित गेंदबाजी है और इससे आक्रामक बल्लेबाजों को परेशानी हो रही है क्योंकि कार्तिक अपने तेज गेंदबाजों और स्पिनरों का चालाकी से इस्तेमाल कर रहे हैं।
पहले दो मैच में गेंदबाजी को लेकर चयन गलत होने के बाद केकेआर के कप्तान अब गेंदबाजी बदलाव और फील्डरों को पोजीशन सही कर रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी भी लय पकड़ रही है। क्रिस लिन क्रीज पर समय बिता रहे हैं और उन्होंने आरसीबी के खिलाफ मैच भी जिताया। निचले क्रम में युवा शुभमन भी एक अच्छा कदम हैं क्योंकि वह स्थितियों को समझते हुए उनके अनुसार ढल सकते हैं। अगर सुनील नारायण की शॉर्ट गेंदबाज नहीं खेल पाने की कमी को टीमें पकड़ लेती हैं तो यह युवा बल्लेबाज ओपनिंग करने को भी तैयार है। ईडन गार्डेन अब तक नाईट राइडर्स का मजबूत किला साबित हुआ है और इस किले को ढहाने के लिए धौनी को अपनी पूरी ताकत लगानी होगी।