पन्ना जिले के सलेहा थाना क्षेत्र के ग्राम भितरी मुटमुरु की घटना
पहाड़ी नदी गुरनेमें नहाते समय पानी के तेज बहाव में बह गया था वृद्ध
गांव में मातम का माहौल, पीड़ित परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
थाना प्रभारी बोले, पुलिस अपने स्तर पर चला रही सर्चिँग ऑपरेशन
पन्ना| रडार न्यूज मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में सलेहा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भितरी मुटमुरू में पहाड़ी नदी गुरने के तेज बहाव में बहने वाले वृद्ध का घटना के चौथे दिन भी कोई पता नहीं चल पाया है। होमगार्ड की रेस्क्यू टीम अपना सर्चिंग ऑपरेशन बंद कर पहले ही पन्ना लौट चुकी है। उधर इतना लंबा समय गुजरने के बाद बद्री प्रसाद यादव 65 के सुरक्षित मिलने की संभावना कम होने से गांव में मातम का माहौल है। वृद्ध के घर पर तो हादसे के बाद से ही कोहराम मचा है, बेसुध परिजनों की आँखों से आँसूं रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रभावित परिवार को ढाँढस बंधाने और अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए आने वाले लोगों की आँखें भी इनके गम और दर्द को देखकर छलक उठती हैं। सलेहा थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि थाना पुलिस वृद्ध का पता लगाने के के लिए अपने स्तर सतत सर्चिँग ऑपरेशन चला रही। गुरने नदी का जलस्तर कम होने पर ही इसका नतीजा निकलने की बात कही जा रही है। उधर पीड़ित परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और गांव के लोग भी तलाश में जुटे हैं।
समय रहते नहीं मिल पाई मदद
जानकारी अनुसार बद्री प्रसाद यादव पुत्र गगन सिंह यादव 65 निवासी ग्राम भितरी मुटमुरू गुरुवार 6 सितम्बर 2018 को दोपहर करीब 2 बजे नहाने के लिए गुरने नदी गया था। नहाते समय बद्री प्रसाद अचानक गहराई की तरफ आकर नदी के तेज बहाव में बह गया। कुछ ही दूरी पर नहा रहीं गांव की महिलाओं ने जब नदी में डूबते वृद्ध को पानी से बाहर आने के लिए संघर्ष करते हुए देखा तो जोर-जोर से आवाज़ लगाकर आसपास मौजूद लोगों को मदद के लिए बुलाया। हालांकि ग्रामीण जब मौके पर पहुंचकर नदी में उतरे तब तक वृद्ध बद्री प्रसाद यादव नदी के तेज बहाव और विपुल जल राशि में अदृश्य हो चुका था। इस हादसे की सूचना मिलने पर सलेहा थाना पुलिस और तहसीलदार करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुँचे। इनके द्वारा होमगार्ड कमांडेंट को जानकारी देकर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सहयोग माँगा गया। गुरुवार को होमगार्ड के गोताखोरों की टीम के शाम तकरीबन 7 भितरी मुटमुरू ग्राम पहुँचने से अँधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन अगले दिन शुक्रवार 7 सितम्बर की सुबह प्रभावी तरीके से शुरू हो पाया। इस बीच तेज बारिश होने से होमगार्ड की रेस्क्यू टीम को कोई सफलता नहीं मिल सकी। नदी का जल स्तर अधिक होने के कारण होमगार्ड के जवान शनिवार दोपहर करीब 12 बजे सर्चिंग ऑपरेशन बीच में ही बंद कर अपनी बोट लेकर वापिस पन्ना लौट गए।
केन नदी में भी हो तलाश
उल्लेखनीय है कि गुरने नदी पन्ना जिले के कल्दा पठार से निकलती है। पठार का पानी इस नदी के जरिए मैदानी इलाकों में आने से अल्प बारिश में भी इसका बहाव तेज रहता है। भितरी मुटमुरू ग्राम पठार के ठीक नीचे स्थित होने से यहां पानी का प्रवाह कहीं अधिक तेज होता है। पहाड़ से नीचे उतरने पर गुरने नदी करीब 20 किलोमीटर तक मैदानी इलाके से होते हुए मुड़वारी ग्राम के पास केन नदी में मिल जाती है। वृद्ध बद्री प्रसाद यादव के नदी बहने को तकरीबन 72 घंटे हो चुके है , जिसके मद्देनजर उनके सुरक्षित मिलने की संभावना कम हो चुकी है। जानकारों का कहना है कि पुलिस को अपना सर्चिंग ऑपरेशन गुरने के साथ-साथ केन नदी में भी चलाना चाहिए तब शायद वृद्ध का पता चल सकता है।