भारत बंद | पन्ना में सुपर बाजार बंद कराने पहुंचे प्रदर्शनकारियों की हुई झड़प, जिले में मुकम्मल बंद का दिखा असर

0
1966

पेट्रोल- डीज़ल और गैस के लगातार बढ़ते दामों के खिलाफ कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन

अच्छे दिन का वादा करने वालों ने आमजनता को दिया रिकार्ड महंगाई का तोहफा

पन्ना। रडार न्यूज   पेट्रोल- डीज़ल और रसोई गैस के लगातार बढ़ते दामों और बेतहाशा महंगाई के विरोध में सोमवार को कांग्रेस के भारत बंद का पन्ना जिला मुख्यालय सहित आंचलिक क्षेत्रों में व्यापक असर देखा गया। अधिकांश जगह दुकानदारों-व्यवसाईयों ने दुकानें बंद रखकर भारत बंद को अपना समर्थन दिया। बंद को देखते हुए पुलिस की और से सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम रहे। पन्ना में कांग्रेस के शांतिपूर्ण बंद में उस समय थोड़ी तनाव की स्थिति बन गई जब गाँधी चौक पर स्थित सुपर बाजार को बंद कराने पहुंचे युवा नेताओं की प्रतिष्ठान संचालक व पुलिस से झड़प हो गई। जिसमें सुपर बाजार के गॉर्ड के सिर पर दुकान की शटर लगने से हल्की चोट आई है। प्रतिष्ठान संचालक से हुई कहासुनी से नाराज युवा नेता सुपर बाजार के बाहर धरने पर बैठ गए। इस विवाद को बढ़ने से रोकने के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने तत्परता से हस्तक्षेप करते हुए बड़ी ही सूझबूझ से गतिरोध को समाप्त कराकर व्यापारियों से दुकानें बंद करने की अपील करते हुए आगे बढ़ गए। उल्लेखनीय है कि बेतहाशा महंगाई के विरोध में सोमवार को कांग्रेस के भारत बंद के आव्हान के मद्देनजर पन्ना कई दुकानदारों ने सुबह अपनी दुकानें ही नहीं खोली थीं। दोपहर 11 बजे जब जिला कांग्रेस कमेटी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पन्ना, और युवा कांग्रेस के पदाधिकारी शहर के बड़ा बाजार चौराहा से पैदल मार्च करते हुए व्यापारियों से बंद को समर्थन देने की अपील करते हुए निकले तो शेष दुकानें भी बंद हो गई। पैदल मार्च के दौरान कोंग्रेसियों ने भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मुख्य मार्गों से होते हुए प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट चौराहा पहुंचे जहां नुक्कड़ सभा आयोजित हुई।

महंगाई “डायन” ने बढ़ाई मुश्किलें

कांग्रेसियों ने पेट्रोल- डीज़ल और रसोई गैस की लगातार बढ़ती कीमतों और खाद्य सामग्री सहित दैनिक उपयोग की सामग्री के दामों में तेजी से हो रही वृद्धि के मुद्दे पर सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी तथा इसके नेताओं को जमकर घेरा। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सुरसा की तरह बढ़ती महंगाई से भाजपाईयों का दोहरा चरित्र और सफ़ेद झूठ उजागर हो गया है। वर्ष 2014 के पहले तक महंगाई के मुद्दे पर जनता को बरगलाने और घड़ियाली आँसू बहाने वाले भाजपा नेताओं के होंठ आज सिल गए हैं। डीजल-पेट्रोल के रेट 65-70 रूपये होने पर जो लोग छाती पीटकर रोते थे आज उन्हीं के राज में महंगाई रिकार्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। डीजल-पेट्रोल के दाम तेजी से शतक की और बढ़ रहे हैं और महंगाई को डायन कहने वाले आज सत्ता में बेशर्मी से मौन साधे हुए बैठे हैं। महंगाई के कारण आमआदमी और निम्न माध्यम वर्ग की तकलीफ अब इन्हें नजर नहीं आती। अच्छे दिन लाने का वादा करने वालों ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम आधे से भी कम होने के बाद भी लोगों को कोई राहत नहीं दी। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी के नेताओं की कथनी-करनी के अंतर को पूरा देश भली-भांति समझ चुका है। केंद्र सरकार आमआदमी के हित में नहीं बल्कि चंद उद्योगपतियों की स्वार्थपूर्ति के लिए काम कर रही। कांग्रेस नेताओं ने केंद्र की मोदी और मध्य्प्रदेश की शिवराज सरकार को सबसे असफल और जनविरोधी सरकार बताते हुए लोगों से आगामी चुनाव में इसे उखाड़ फेंकने की अपील की है।

प्रदर्शन में ये रहे शामिल

भारत बंद के प्रदर्शन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यरानी सिंह, श्रीकांत दुबे, भास्कर देव बुंदेला, शिवजीत सिंह, मीना सिंह यादव, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पन्ना अनीश खान, मनोज गुप्ता, केशव प्रताप सिंह, दीपचंद अग्रवाल, मनीष शर्मा, शारदा पाठक, पुष्पेंद्र सिंह, मुरारी लाल थापक, राजेश तिवारी, कार्यवाहक जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस वैभव थापक, रशीद सौदागर, कुलदीप सिंह, रेहान खान, दीपक तिवारी युवा कांग्रेस अध्यक्ष पन्ना विस, अक्षय तिवारी, डॉ. कदीर खान, मनोज सेन, अनीश सिद्दीकी पिंकू, रवि तिवारी, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष मृगेंद्र सिंह, इस्माईल खान, डीके दुबे, खज्जू राजा, खुशीराम प्रजापति, सूर्यप्रकाश वर्मा, सुन्दर लाल रैकवार, राहत अली, अज्जू गर्ग, मोहम्मद इरशाद, किशोर रैकवार, अय्यूब खान सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के वरिष्ठ और युवा नेता शामिल रहे।