विकास के मामले में शाहनगर क्षेत्र की उपेक्षा का लगाया आरोप
विधानसभा चुनाव से पहले पवई सीट पर तेज हुआ सियासी घमासान
प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर लगाये “पवई बचाओ-मुकेश भगाओ” के नारे
शादिक खान, पन्ना। रडार न्यूज मध्यप्रदेश में बुंदेलखंड अंचल के पन्ना जिले की चर्चित विधानसभा सीट पवई में पिछले महीने शुरू हुआ सियासी घमासान समय के साथ और अधिक तेज होता जा रहा है। इस सीट से कांग्रेस के मौजूदा विधायक मुकेश नायक अभी तक सिर्फ अपनी पार्टी के नेताओं का कड़ा विरोध झेल रहे थे लेकिन अब क्षेत्र के मतदाता भी इनके खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी द्वारा मुकेश नायक को पवई सीट से चुनावी समर में बतौर प्रत्याशी पुनः उतारने की आधिकारिक तौर पर औपचारिक घोषणा की उलटी गिनती शुरू होने के बीच गुरुवार 18 अक्टूबर 2018 को दशहरा के एक दिन पूर्व शाहनगर क्षेत्र के ग्रामीणों ने अपने विधायक को आज का रावण बताते हुए प्रतीकात्मक रूप से रावण के स्थान पर उनका पुतला दहन कर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पुतला दहन के वीडियो में धू-धूकर जलते पुतले के समीप खड़े कुछ युवा और ग्रामीण महिलायें विधायक नायक के खिलाफ तीखी नारेबाजी कर रही हैं। एक अन्य वीडियो में उक्त पुतले के सिर पर मुकेश नायक का फोटोग्राफ लगा है और उसमें चस्पा पोस्टर में-“पवई बचाओ, मुकेश भगाओ, आज का रावण।” स्लोगन लिखा है। ग्रामीणों का यह अनूठा विरोध प्रदर्शन पवई सहित समूचे जिले चर्चा का विषय बना है।
कई गांवों में जलाए गए पुतले
मुकेश नायक के पुतला दहन के वीडियो तथा चंद लाइनों के मैसेज को कांग्रेस से निष्कासित वरिष्ठ नेता अनिल तिवारी सहित अन्य कई लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट व शेयर किया हैं। जिसमें में यह दावा किया जा रहा है कि शाहनगर क्षेत्र के नुनागर, आमा, देवरी, कचौरी, पुरैना, सुंगरहा, खजुरी, सुडौर और महिलवारा सहित कई पंचायतों में विधायक मुकेश नायक के खिलाफ जनाक्रोश की अभिव्यक्ति के रूप में दशहरा की पूर्व संध्या पर उनके पुतले जलाये गए है । कुछ वीडियो में प्रदर्शनकारी महिलायें और युवा मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए नायक पर विकाशस के मामले में शाहनगर क्षेत्र की घोर उपेक्षा करने का आरोप लगा रहे हैं। इनका कहना है कि क्षेत्र के अधिकांश सुपात्र गरीब हितग्राहीमूलक कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित जबकि अपात्रों को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाया गया। इसकी जानकारी के बाबजूद विधायक सुपात्र गरीबों को उनका हक दिलाने और अति पिछड़े शाहनगर क्षेत्र के विकास के लिए कोई ठोस पहल नहीं की। जिससे यह इलाका विकास के मामले में इन पांच सालों और अधिक पिछड़ गया। जटिल भौगोलिक संरचना वाले आदिवासी बाहुल्य इस क्षेत्र के गांवों में आज भी लोगों को मूलभूत सुविधायें तक नसीब नहीं हो रही है। क्षेत्र सड़क, बिजली ,पानी, शिक्षा और स्वास्थय सेवायें बदहाल स्थिति में हैं। जिसे लेकर लोगों में विधायक के साथ-साथ प्रदेश की भाजपा सरकार के प्रति भी गहरा असंतोष व्याप्त है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि विधायक मुकेश नायक इस इलाके की जानबूझकर उपेक्षा करते रहे हैं।
नहीं चाहिए बदजुबान बाहरी विधायक
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पुतला दहन से जुड़े एक वायरल वीडियो में एक ग्रामीण युवक मुकेश नायक द्वारा क्षेत्र के लोगों के साथ की गई बदजुबानी और आपत्तिजनक अमर्यादित टिप्पणियों पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए सख्त लहजे में कहता है कि जो क्षेत्र के लोगों को अपशब्द कहकर अपमानित करे उन्हें ऐसा बाहरी विधायक नहीं चाहिए। इस बार हमारा विधायक क्षेत्रीय होगा जो क्षेत्र का विकास करेगा। सर्वविदित है कि पिछले कई महीनों से पवई विधानसभा क्षेत्र में सर्वदलीय क्षेत्रीय संघर्ष समिति के तत्वाधान में सभी राजनैतिक दलों के नेता हर बार की तरह इस बार भी एकजुटता के साथ क्षेत्रीय व्यक्ति को टिकिट देने की मांग प्रमुख राजनैतिक दल भाजपा-कांग्रेस से कर रहे हैं। बाहरी नेताओं को पवई से भगाने की रणनीति के तहत गांव-गांव जनजागरण अभियान चला रही सर्वदलीय क्षेत्रीय संघर्ष समिति ने क्षेत्रीय प्रत्याशी के मुद्दे पर जनभावनाओं को उभारने के लिए इस मांग को क्षेत्रीय अस्मिता जोड़ दिया है।
मुकेश विरोधियों का है दबदबा
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उल्लेखनीय है कि पवई विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाला शाहनगर विकासखंड का इलाका मुकेश नायक के धुर विरोधी और वर्तमान में कांग्रेस से निष्कासित वरिष्ठ नेता अनिल तिवारी का प्रभाव क्षेत्र माना जाता है। इसके अलावा नायक के अन्य विरोधी भी इसी क्षेत्र में अच्छा खासा दखल रखते है। इसलिए विधायक समर्थक पुतला दहन को जनाक्रोश की अभिव्यक्ति न मानकर इसे प्रायोजित विरोध-प्रदर्शन करार दे रहे हैं। इनका दावा हैं कि मुकेश विरोधी घोषित तत्वों ने टिकिट न मिलने की हताशा में पर्दे के पीछे रहकर चुनाव से पहले माहौल खराब करने के लिए यह प्रोपेगेंडा रचा है। मालूम होकि कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले माह पवई में परिवर्तन यात्रा की आमसभा में विधायक मुकेश नायक को मंच से ही पुनः प्रत्याशी घोषित करते हुए उपस्थित लोगों से उन्हें पुनः प्रचंड बहुमत से विजयी बनाने की अपील की थी। सिंधिया की इस घोषणा पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव अनिल तिवारी ने शाहनगर में उन्हीं के सामने मुकेश नायक का कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए पवई क्षेत्र की जनाकांक्षाओं के मद्देनजर किसी भी क्षेत्रीय नेता को टिकिट देने की मांग की थी। इस विरोध-प्रदर्शन को अनुशासनहीनता मानते हुए कुछ समय पूर्व अनिल तिवारी को तत्काल प्रभाव से कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था।
प्रशासन को नहीं लगी भनक
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चुनाव आयोग द्वारा पिछले दिनों विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के बाद से संपूर्ण मध्यप्रदेश में आदर्श आचरण संहिता लागू हो गई है। इस अवधि में सक्षम अधिकारी की अनुमति और पूर्व सूचना के बगैर किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन, आमसभा या अन्य कोई भी सार्वजानिक कार्यक्रम करना आचार संहिता का उल्लंघन करना माना जाता है, जोकि अपराध की श्रेणी में आता है। इसलिए आज जब सोशल मीडिया पर पवई विधायक मुकेश नायक के पुतला दहन के वीडियो और मैसेज वायरल हुए तो नवरात्रि की ड्यूटी में व्यस्त शाहनगर के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। अपुष्ट सूत्रों की मानें तो इस प्रदर्शन की न तो पूर्व सूचना दी गई थी और न ही किसी के द्वारा इसकी अनुमति ली गई थी। फलस्वरूप शाहनगर एसडीएम अभिषेक सिंह ठाकुर तथा थाना प्रभारी निरीक्षक अरुण श्रीवास्तव ने अपने-अपने स्तर पर इसकी छानबीन शुरू कर दी है। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों को इस घटनाक्रम से अवगत करा दिया गया है। संभवतः आने वाले दिनों में इस मामले में प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध आचार संहिता का उल्लंघन करने की नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है।