क़त्ल की गईं बेटियों को इंसाफ़ दिलाने पीड़ित परिजनों ने गलन भरी सर्दी में सागर के लिए किया पैदल कूच

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कीर्ति लोधी व पिंकी कुशवाहा के हत्यारों को फांसी दिलाने पदयात्रा प्रारंभ

किसान यूनियन व ग्रामीण अधिकार संगठन के तत्वधान में निकाली जा रही पदयात्रा

पन्ना। (www.radarnews.in) जिले के थाना कोतवाली अंतर्गत बराछ चौकी क्षेत्र के ग्राम मड़ैयन निवासी पिंकी कुशवाहा हत्याकाण्ड एवं ग्राम कोहनी निवासी कीर्ति लोधी हत्याकांड के आरोपियों को फांसी दिलाने की मांग को लेकर ग्राम मड़ैयन से संभाग मुख्यालय सागर के लिए मंगलवार 01 दिसंबर 2020 को दोपहर लगभग 2 किसान यूनियन और ग्रामीण अधिकार संगठन के संयुक्त तत्वाधान में ईश्वरचंद्र त्रिपाठी, अमित भटनागर एवं दीपक शर्मा के नेतृत्व में पदयात्रा प्रारंभ शुरू की गई है। जिसमें बहादुर आदिवासी, आरती केवट, दुलीचंद, इंजीनियर राजबहादुर लोधी, नरेश, सीताराम कुशवाहा, मशमी कुशवाहा, जगदीश कुशवाहा, अखिलेश आदिवासी, चाहना कुशवाहा, साधना, प्रियंका सहित काफी संख्या में ग्रामीण शामिल हैं।
युवा नेता अमित भटनागर ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि न्याय के लिये ग्रामीणों द्वारा काफी समय से आवेदन ज्ञापन और धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं, इसके बावजूद शासन प्रशासन द्वारा हत्याकांड के आरोपियों को सजा दिलाने एवं पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का प्रयास नहीं किया जा रहा, जिससे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है ग्रामीणों ने हत्यारों को फांसी दिलाने यह न्याय पदयात्रा शुरू की है। उन्होंने बताया कि पदयात्रा 1 दिसंबर 2020 को पन्ना जिले के ग्राम मड़ैयन से शुरू होकर 15 दिसंबर 2020 को सागर पहुंचेगी, जरूरत पड़ने पर भोपाल और दिल्ली की ओर भी कूच किया जायेगा।
पीड़ित परिजनों ने बताया कि पन्ना कोतवाली अंतर्गत ग्राम कोहनी में कीर्ति लोधी की निर्ममता पूर्वक धारदार हथियार से दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। जिसके आरोपी को पुलिस द्वारा आज दिनांक तक नहीं पकड़ा गया। हत्यारोपी के फरार होने से परिवार दहशत में जी रहा है। इसी प्रकार ग्राम मड़ैयन की पिंकी कुशवाहा को कथित तौर पर कुछ वहशी दरिंदों द्वारा बेरहमी से सिर का मुण्डन कर निर्दयता पूर्वक गला घोंटकर एवं चाकुओं से गोदकर मौत के घट उतार कर गुंदलहा जंगल के नाला में फेंक दिया गया था। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी का अर्धनग्न शव बरामद होने एवं घटनास्थल के आसपास शराब की बोतल एवं अन्य साक्ष्य मिलने के बावजूद कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म के इस मामले को दिया गया। पुलिस ने इस मामले में सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पीड़ित परिजनों ने इन आरोपों के साथ मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने एवं बेटियों के हत्यारों को फांसी दिलाने की मांग करते हुये पदयात्रा प्रारंभ की है।