* बगैर पिटपास के ट्रक में खुलेआम हो रहा था रेत का अवैध परिवहन
* ट्रक की जाँच के दौरान पिटपास लेकर पहुँचे अज्ञात व्यक्ति
* एसडीएम के वाहन को ट्रक चालक ने की टक्कर मारने की कोशिश
* कांग्रेस नेता का आरोप रिश्वत न देने पर बदनाम कर रहीं हैं एसडीएम
शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के अजयगढ़ विकासखण्ड में पदस्थ महिला एसडीएम सुश्री आयुषी जैन ने कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं जनपद पंचायत अजयगढ़ के अध्यक्ष भरत मिलन पाण्डेय तथा उनके गुर्गों पर खुलेआम धमकाने और बगैर पिटपास के रेत का अवैध परिवहन कर रहे ट्रक को जबरन छुड़ाकर ले जाने का आरोप लगाया है। एसडीएम ने अपने साथ हुई अभद्रता और शासकीय कार्य में बाधा डालने की घटना की लिखित शिकायत स्थानीय पुलिस थाना में दी है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अजयगढ़ एसडीएम सुश्री आयुषी जैन गुरूवार 16 मई को दोपहर करीब 11 बजे धरमपुर क्षेत्र के गेहूं उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण करने के लिए अपने शासकीय वाहन से जा रही थीं। तभी रास्ते में माधौगंज के समीप रेत से भरा एक ट्रक उन्हें अजयगढ़ की ओर आते हुए दिखाई दिया। जब उसे रोकने की कोशिश की गई तो चालक ने ट्रक की स्पीड बढ़ा दी।

एसडीएम का आरोप है कि ट्रक का पीछा करने के दौरान कथिततौर पर ट्रक के चालक द्वारा उनके वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की गई। रास्ते में वन विभाग के बैरियल (नाका) पर रेत से भरे ट्रक के रूकने पर जांच की गई तो मौके पर पिटपास नहीं मिला। अगले ही पल मोटरसाईकिल से दो व्यक्ति वहाँ पहुंचे और ट्रक ड्रायवर के हाथ में पिटपास दे दिया। बगैर पिटपास के रेत का परिवहन करने को लेकर बात चल ही रही थी कि तभी कांग्रेस नेता एवं अजयगढ़ जनपद पंचायत अध्यक्ष भरत मिलन पाण्डेय वहाँ आ गए। कथिततौर पर श्री पाण्डेय पिटपास दिखाते हुए ट्रक को ले जाने लगे तो एसडीएम द्वारा इसका विरोध किया गया। जिससे बौखलाकर कांग्रेस नेता ने एसडीएम सुश्री जैन को धमकाते हुए कहा कि “तुमसे जो उखाड़ते बने तो उखाड लो, मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता।” दबंगई दिखाते हुए जनपद अध्यक्ष भरत मिलन पाण्डेय रेत से लोड ट्रक को जबरन छुड़ाकर अपने आवासीय परिसर में ले गये और वहाँ रेत को खाली कराकर ट्रक व चालक को भगा दिया।
समय पर नहीं पहुँची पुलिस

एसडीएम ने पत्रकारों को बताया कि जनपद अध्यक्ष जब ट्रक को छुड़ाकर ले जा रहे थे तब अजयगढ़ थाना पुलिस को दूरभाष पर सूचना दी गई लेकिन पुलिस तत्परता से मौके पर नहीं पहुंची। पुलिस की टीम जब आई तब तक ट्रक और उसका चालक गायब हो चुके थे। सुश्री जैन ने बताया कि अजयगढ़ अनुविभाग के अंतर्गत वर्तमान में एकमात्र मोहाना पंचायत की रेत खदान चालू है। इस तरह ट्रक की चैकिंग के दौरान चालक को अज्ञात लोगों द्वारा जो पिटपास लाकर दिया गया वह फर्जी था। इस घटनाक्रम से भयभीत एसडीएम ने बताया कि ट्रक का पीछा करने के दौरान यदि मैनें अपनी गाड़ी न बचाई होती तो ट्रक उसे टक्कर मार देता। गौर करने वाली बात है कि थाना से महज दो किलोमीटर की दूरी पर हुए विवाद की सूचना स्वयं एसडीएम के द्वारा दिये जाने के बाद भी पुलिस को मौके पर पहुंचने में देर क्यों लगी।
खनिज सम्पदा की लूट जारी

उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले में पिछले पांच सालों से बहुमूल्य खनिज सम्पदा रेत, पत्थर और हीरे की संगठित लूट चरम पर है। इसमें जिले के प्रशासनिक-पुलिस अधिकारी, सभी राजनैतिक दलों के प्रमुख नेता और माफिया शामिल है। जिले में खनिज सम्पदा की लूट को लेकर पूर्व में हुई कई घटनाओं और विवादों में इनकी संलिप्तता उजागर होती रही है। रेत के इस खेल में सबकी अपनी-अपनी भूमिका है रेत के अवैध उत्खनन, भण्डारण और परिवहन करने वाले माफियाओं को प्रशासन और पुलिस द्वारा बाकायदा अघोषित तौर पर सशुल्क संरक्षण प्रदान किया जाता है। एक अनुमान के मुताबिक पन्ना जिले रेत का मासिक अवैध कारोबार 50 करोड़ का है।
5 हजार रूपये प्रति ट्रक रिश्वत की मांग
