चांदमारी पहुंचे कोंग्रेसियों का आरोप भूख और कुपोषण के कारण हुई आदिवासी बच्चों की मौत

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आदिवासी बस्ती चांदमारी में कांग्रेस जिलाध्यक्ष शारदा पाठक के साथ अजयगढ़ जनपद अध्यक्ष भरत मिलन पाण्डेय सहित अन्य कांग्रेसी नेता

चार आदिवासी बच्चों की असमय मौत पर व्यक्त की शोक संवेदना

गरीब आदिवासियों को इंसाफ दिलाने के लिये संघर्ष का किया एलान

मृत बच्चों के परिवारों को एक-एक लाख रूपये की सहायता राशि मिले : श्रीमती पाठक

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय से सटी आदिवासी बस्ती चाँदमारी में मासूम बच्चों की असमय मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। ग्राम पंचायत पुरुषोत्तमपुर के अंतर्गत आने वाली छोटी सी इस बस्ती में कुछ समय पूर्व सप्ताह भर के अंदर 3 मासूम असमय काल-कवलित हो गए थे। बीते रोज यहां एक और मासूम बच्चे की किलकारी हमेशा के लिए खामोश हो गई। लगभग 2 साल की उम्र के इस बच्चे की मौत के बाद से आदिवासी बस्ती में मातम पसरा है। अपने नौनिहालों को लेकर माता-पिता एवं अभिभावक अत्यंत ही चिंतित और भयभीत हैं। चौथे बच्चे की मौत का मामला तब सामने आया है, जब जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बस्ती में शिविर लगाकर बीमार बच्चों एवं वयस्कों को समुचित उपचार मुहैया कराने के साथ अन्य बुनियादी आवश्कतों की पूर्ती करने की जानकारी देते हुए स्थिति पूर्णतः सामान्य होने का दावा किया गया था।
बस्ती के लोगों की बदहाल स्थिति से जुड़ीं तथ्यपरक ख़बरें मीडिया में आने पर क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह भी कुछ दिन पूर्व स्थानीय लोगों के बीच पहुंचे थे। उन्होंने ग्रामीणों की तमाम समस्याएं दूर करने के साथ-साथ उन्हें हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया था। प्रशासनिक अधिकारियों और शासन की नुमाइंदों के दौरों के बाद भी चांदमारी (मानसनगर) के हालात में कोई ख़ास तब्दीली नहीं आई है। सुपात्र होने के बाद भी शासन की कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित स्थानीयलोग भीषण गरीबी-बेरोजगारी-भूख-बीमारी और कुपोषण के कारण तिल-तिल मरने को मजबूर हैं। चांदमारी की हालत, दिया तले अंधेरा होने वाली कहावत को अब तक चरितार्थ करते रहे हैं। क्योंकि, पन्ना के बेहद करीब होने के बाद भी आदिवासियों की इस बस्ती के मीडिया के सुर्ख़ियों में आने से पूर्व तक जिम्मेदार अफसर, जनप्रतिनिधि एवं विपक्ष के नेता वहाँ के बदतरीन हालात से पूरी तरह अनभिज्ञ थे।
उल्लेखनीय है कि, चांदमारी में पखवाड़े भर के अंदर जिस चौथे मासूम बच्चे की मौत हुई है वह कुपोषित होने के साथ-साथ टीबी की बीमारी से पीड़ित बताया जा रहा है। छोटी सी आदिवासी बस्ती में निवासरत 70 से अधिक आदिवासी खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित पाये गये है। आदिवासी बस्ती में सड़क, नालियां तथा सफाई के प्रबंध नही होने से गंदगी की वजह से गरीब आदिवासियों एवं उनके बच्चों को बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। जिन 4 मासूम बच्चों की मौत हुई है उनमें से दो मासूम बच्चों को टीबी जैसी बीमारी का होना भी पाया गया है। आदिवासी बस्ती में मासूमों की लगातार मौत होने के बाद जिला कांग्रेस कमेटी की नवनियुक्त अध्यक्ष श्रीमती शारदा पाठक आज पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ चांदमारी पहुंची। जहां पर उन्होने गत दिवस मृत हुये बच्चे सत्यम आदिवासी के माता पिता से मुलाकात की तथा पूर्व में मृत तीन अन्य बच्चों के घर तक पहुंचकर अपनी संवेदना व्यक्त की।
चांदमारी बस्ती में मृतक बच्चों के घर पहुंची जिलाध्यक्ष
इस दौरान कांग्रेस नेताओं द्वारा ग्रामीण आदिवासियों से बातचीत की गई तथा कहा गया कि जिन बच्चो की मौत हुई है उसका कारण भूख और कुपोषण है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जो अपने आप को मामा बताते है, उनके राज्य में पन्ना शहर से लगी छोटी सी आदिवासी बस्ती के हालात सरकार की व्यवस्थाओं की कलई खोलने वाले है। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकार द्वारा आदिवासी तथा गरीब भूखे न रहे इसके लिये खाद्य सुरक्षा कानून बनाया गया था किंतु दुर्भाग्य की बात यह है कि इस छोटी सी बस्ती में 70 से अधिक ऐसे आदिवासी है जिन्हें आज तक खाद्यान्न नही मिला है। उनके जरूरी कागजात तक नहीं बनाये गये है वृद्ध एवं बेवा महिलाएं कागजों के आभाव में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से वंचित हो रही है। चांदमारी बस्ती के साथ पूरे जिले में आदिवासियों एवं गरीबों के साथ इसी तरह से अन्याय हो रहा है।
श्रीमती शारदा पाठक ने कहा कि हमारी सरकार एवं जिला प्रशासन से मांग है कि चांदमारी बस्ती में निवासरत जिन बच्चों की असमय मौत हुई है उसकी उच्चस्तरिय जांच हो,दोषियों की जिम्मेदारी तय करते हुये उन पर कार्यवाही की जाये साथ ही साथ मृत बच्चो के परिवारों को एक एक लाख रूपये की कम से कम सहायता राशि दी जाये। साथ ही साथ यह सुनिश्चित किया जाये कि यहां पर रहने वाले लोगो एवं गरीब आदिवासियों के आधार कार्ड, समग्र आईडी, वोटर आईडी, बच्चों के जन्म प्रमाणपत्र, जिन बेवा महिलाओं के पतियों के मृत्यु प्रमाणपत्र बनाये जाये तथा बस्ती में बुनियादी सड़क पानी की व्यवस्थाएं की जाये तथा गरीब आदिवासियों के रोजगार के प्रबंध हों। उन्होने कहा कि सोमवार को इस पूरे मामलें को लेकर बस्ती के आदिवासियों के साथ कांग्रेस पार्टी जिला कलेक्टर से मुलाकात करेगी।
इस मौके पर उपस्थित कांग्रेस पार्टी के जनपद अध्यक्ष अजयगढ़ भरत मिलन पाण्डेय, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी शिवजीत सिंह, डीके दुबे, पवन जैन, मनीष मिश्रा, मनोज गुप्ता, दीपक तिवारी, वैभव थापक, नृपेन्द्र सिंह, मृगेन्द्र सिंह, अक्षय तिवारी, रेहान खान, मनोज त्रिपाठी, दारा आदिवासी, जयराम यादव, मनोस सेन, सुनील अवस्थी, राजू यादव, सोलू पाण्डेय, देबू आदिवासी, राजाबाबू पटेल, सुनील रजक, सत्यम पाण्डेय, इजाज मोहम्मद, फैज मोहम्मद, फैयाज मोहम्मद सहित कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।