मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति में समस्या | बीएमओ ने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा- “ऑक्सीजन सिलेण्डर रिफिल में एजेन्सी की लापरवाही बड़ी घटना का कारण बन सकती है”

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सांकेतिक फोटो। getty images

* पन्ना जिले की पवई सीएचसी में खाली पड़े 13 सिलेण्डर

* कोरोना संकटकाल में ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर गंभीर नहीं एजेंसी

* फिलहाल व्यवस्था बनाने के लिए पन्ना से मंगाने पड़े 3 ऑक्सीजन सिलेण्डर

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) मध्य प्रदेश में कोरोना संकटकाल में मेडिकल ऑक्सीजन का संकट पैदा हो गया है। कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले (एक्टिव केस) बढ़ने के साथ ही ऑक्सीजन की मांग भी तेजी के साथ बढ़ गई है। गत दिनों प्रदेश के कई जिलों से ऑक्सीजन की किल्लत से जुड़ीं ख़बरें आईं थीं। ऐसी ही समस्या अब पन्ना जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पवई में सामने आई है। पवई में ऑक्सीजन के 13 सिलेण्डर खाली हो गए हैं, जिनकी रिफलिंग ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली गुरु मेडिकल एजेंसी कटनी की घोर लापरवाही के चलते समय पर संभव नहीं हो पा रही है।
पवई में ऑक्सीजन की कमी होने से चिंतित खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओमहरी शर्मा ने तात्कालिक व्यवस्था बनाने के लिए जिला मुख्यालय पन्ना के विभागीय स्टोर से 3 ऑक्सीजन सिलेण्डर मंगाए हैं। साथ ही उन्होंने पन्ना कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली गुरु कृपा एजेंसी कटनी की बेहद गैर जिम्मेदाराना कार्यप्रणाली और उसके दुष्परिणाम से अवगत कराने के लिए एक पत्र भी लिखा है। बीएमओ ने पत्र में उल्लेख किया है कि, कोरोना संकटकाल में ऑक्सीजन की आपूर्ति में एजेन्सी के द्वारा की जा रही लापरवाही किसी बड़ी और अप्रिय घटना का कारण बन सकती है। इस तरह की किसी भी स्थिति से बचा जा सके इसके लिए उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
सांकेतिक फोटो।
उल्लेखनीय है कि विकासखण्ड मुख्यालय पवई में कोविड केयर सेण्टर स्थित है। जहां कोरोना संक्रमित एवं संदिग्ध मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार तथा सैम्पल लिए जाते हैं। गत दिनों पवई क्षेत्र में कोरोना के 4 मरीज भी मिले हैं। वर्तमान इनका उपचार जारी है। उल्लेखनीय है कि मेडिकल ऑक्सीजन का उपयोग स्वास्थ्य संस्थाओं के आईसीयू में होता है। ये ऑक्सीजन मरीज को कृत्रिम सांस देने के काम आती है। सर्विदित है कि कोरोना वायरस संक्रमण व्यक्ति के फेंफड़ों पर हमला करता है, इसलिए मरीज की जान बचाने के लिए इनहेलेशन थेरेपी में ऑक्सीजन का उपयोग किया जाता है।

आपदा में अपने वादे से मुकरी एजेन्सी

ऑक्सीजन सिलेण्डर की आपूर्ति में आ रही समस्या के संबंध में खण्ड चिकित्सा अधिकारी पवई के द्वारा पन्ना कलेक्टर को भेज गए पत्र की कॉपी।
मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति में हो रही समस्या के संबंध में पवई बीएमओ द्वारा पन्ना कलेक्टर और जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को शनिवार 12 सितंबर को भेजे पत्र से पता चलता है कि गुरु मेडिकल एजेन्सी ऑक्सीजन सिलेण्डर रिफिल करने में न सिर्फ जानबूझकर लापरवाही कर रही है बल्कि यह आपदा को अतिरिक्त आर्थिक लाभ अर्जित के अवसर के रूप में देखते हुए स्वास्थ्य विभाग से किये गए अपने वादों से भी मुकर गई है। बीएमओ ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना के पत्र क्र./अ/प्रशा/2020/1041-42 पन्ना दिनांक 08/08/2020 का हवाला देते हुए बताया है कि इस पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया था कि गुरु मेडिकल एजेंसी कटनी प्रति ऑक्सीजन सिलेण्डर 270/- रुपए की दर से रिफिल करके संस्था को खुद पहुंचा के दिया जाएगा। पवई में ऑक्सीजन सिलेण्डर की कमी और आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए 13 खाली ऑक्सीजन सिलेण्डर रिफिल हेतु एजेन्सी के कहने पर पन्ना भेजे गए। इसके बाद एजेन्सी में बात करने के पश्चात दिनांक 12 सितंबर 2020 को ऑक्सीजन सिलेण्डर लाने के लिए वाहन को पुनः पन्ना भेजा गया। पन्ना में एजेन्सी के कर्मचारियों के द्वारा बताया गया कि भूलवश ऑक्सीजन सिलेण्डर भरवाना भूल गए। यहां महत्वपूर्ण सवाल यह है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के दौरान ऑक्सीजन की आवश्यकता के मद्देनजर क्या इस तरह की गंभीर लापरवाही संकटकाल में स्वीकार्य योग्य है ? इस सवाल का जवाब निःसंदेह नहीं है।

वरिष्ठ अधिकारियों से की गई कार्रवाई की मांग

सांकेतिक फोटो।
पवई बीएमओ डॉ. ओमहरी शर्मा ऑक्सीजन सिलेण्डर रिफिल को लेकर गुरु मेडिकल एजेन्सी कटनी के कर्मचारियों के लापरवाही पूर्ण रवैये खासे हैरान और चिंतित हैं। शायद इसीलिये उन्होंने इस तरह की लापरवाही के दुष्परिणाम की ओर इशारा करते हुए पत्र में लिखा है कि- “कोविड-19 महामारी में इस प्रकार की लापरवाही किसी बड़ी घटना का कारण बन सकती है। महामारी में भी एजेन्सी अपने कार्य और जवाबदेही के प्रति गंभीर नहीं है। इस संबंध में बात करने पर एजेन्सी की ओर से कोई संतोषप्रद जवाब भी उन्हें नहीं दिया गया।” बीएमओ ने वरिष्ठ अधिकारियों इस मामले में उचित कार्रवाई का आग्रह किया है ताकि ऑक्सीजन सिलेण्डर की कमी के कारण होने वाली किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। अपनी व्यवसायिक प्रतिबद्धता और वादों से मुकरते हुए बेहद गंभीर लापरवाही करने वाली गुरु मेडिकल एजेन्सी के विरुद्ध जिले के कलेक्टर क्या एक्शन लेते हैं और भविष्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति में किसी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए वे क्या व्यवस्था बनाते हैं यह देखना महत्पूर्ण होगा।

इनका कहना है-

“बीएमओ पवई का पत्र मुझे अभी नहीं मिला है, आपने जानकारी दी है तो उनसे बात करके ही बता पाऊंगा क्या समस्या है। ऑक्सीजन की आपूर्ति हर हाल में सुनिश्चित की जायेगी।”

– डॉ. व्ही.एस. उपाध्याय प्रभारी सीएमएचओ पन्ना।