* सुरक्षित ठिकाने तक पहुँचने के लिए काम न आई कोई तरकीब
* ऑटो चालक को दिया रुपयों का लालच, बहाना कर भागा तो युवाओं ने पकड़ाया
* एडीशनल एसपी के नाम पर आरोपी रिंकू ने अजयगढ़ में की थी 50 हजार की ठगी
पन्ना/अजयगढ़। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में पुलिस थाना अजयगढ़ से फरार हुआ अंतर्राज्यीय शातिर ठग रिंकू उर्फ़ प्रवीण मीणा कुछ ही घण्टे के बाद क्षेत्र के सिमरदा गांव में पकड़ा गया। राजस्थान की जेल से ठगी का रैकेट चलाने के आरोपी इस शातिर अपराधी को सिमरदा गाँव के युवाओं ने पकड़कर अजयगढ़ पुलिस के हवाले कर दिया। 10 हजार रुपए के ईनामी ठग रिंकू की गिरफ्तारी की खबर आते ही पुलिस ने रहात की सांस ली है। पन्ना के एडीशनल एसपी के नाम पर अजयगढ़ थाना के एक पुलिसकर्मी को कॉल कर उनके माध्यम से स्थानीय पेट्रोल पम्प संचालक से 50 हजार की ठगी करने के आरोपी शातिर ठग रिंकू उर्फ़ प्रवीण मीणा को पूँछतांछ के सिलसिले में मंगलवार 23 जुलाई को पुलिस राजस्थान के करौली की जेल से अजयगढ़ लाई थी। स्थानीय न्यायालय में रिंकू को पेश करने के पश्चात अजयगढ़ पुलिस ने उसे 6 दिन की रिमाण्ड पर लिया था।

अजयगढ़ पुलिस थाना में रिंकू को लॉक-अप में न रखकर उसके दोनों हाथों में हथकड़ी डालकर बाहर रखा गया। इतना ही नहीं रात्रि में संतरी पहरा ड्यूटी में भी किसी को नहीं लगाया था। पुलिस की इस घोर लापरवाही के बीच रात्रिकालीन ड्यूटी पर थाना में तैनात रहे पुलिसकर्मियों के गहरी नींद में सोने से मौका पाकर ठग रिंकू उर्फ प्रवीण मीणा अपने एक हाथ की हथकड़ी व उसकी जंजीर खोलकर बुधवार 24 जुलाई की सुबह करीब 4 बजे थाना के पिछले गेट से भाग निकला। हालाँकि उसके दूसरे हाथ में हथकड़ी फंसी रही। पुलिस महकमे की फजीहत कराने वाले इस घटनाक्रम को पन्ना एसपी मयंक अवस्थी ने अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए अजयगढ़ थाना के तीन पुलिसकर्मियों प्रथम दृष्टया ड्यूटी के दौरान घोर लापरवाही बरतने का दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
चंदला भागने की फ़िराक में था रिंकू

अंतर्राज्यीय अपराधी के पुलिस अभिरक्षा से फरार होने की घटना अजयगढ़ थाना में लगे सीसीटीव्ही कैमरों में कैद हो गई। बुधवार की सुबह जब इसकी भनक स्थानीय पुलिस को लगी तो हड़कम्प मच गया। आनन-फानन रिंकू की सरगर्मी से तलाश शुरू की गई। इस बीच शातिर ठग भागता हुआ ग्राम शानगुरैया पहुँचा। यहाँ एक ऑटो रिक्शा चालक से बात कर रिंकू ने उसे चंदला तक छोड़ने की बात की गई। ऑटो रिक्शा चालक एक हजार रूपए भाड़ा तय करते हुए रुपये मांगे तो रिंकू के पास रुपए नहीं थे, उसने चालक का मोबाइल लेकर किसी को कॉल किया और कुछ मिनिट में ही चालक के खाते में ऑनलाइन 1000 रुपए आ गए। रिंकू ने उसे चंदला छोड़ने पर ऑटो रिक्शा चालक को उसके खाते में ऑनलाइन 50 हजार रुपए ट्रांसफर कराने का झांसा दिया। चंदला के लिए रवाना होने के पूर्व ऑटो रिक्शा चालक सिमरदा गाँव में स्थित अपने घर पर खाना खाने के लिए कुछ देर रुका। ऑटो रिक्शा चालक के छोटे भाई लालचन्द्र यादव को तब तक सोशल मीडिया में आई ख़बरों के माध्यम से अजयगढ़ थाना से रिंकू नाम के ठग के फरार होने का पता चल चुका था। लेकिन उसका बड़ा भाई इससे पूरी तरह अनभिज्ञ था।
दोस्तों की मदद से पकड़ा
