पन्ना : लापता वृद्ध का 48 घण्टे बाद जंगल में मिला शव, पशु तस्करों पर जघन्य हत्या का आरोप

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पन्ना में बकरी पालक वृद्ध बाटू प्रजापति के शव के पोस्टमार्टम के दौरान मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी और मृतक के परिजन।

*   पशुपालक की हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने आज पुनः किया चक्का जाम

*   हत्या की वारदात में शामिल आरोपियों की झोपड़ियां वन और राजस्व विभाग ने गिराईं

पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय से सटे शहीदन के जंगल से लापता वृद्ध बकरी पालक बाटू प्रजापति 60 वर्ष निवासी ग्राम पुरुषोत्तमपुर 48 घण्टे बाद आज सुबह जंगल में ही मृत अवस्था में मिला। इसी के गांव में रहने वाले कतिपय शातिर पशु तस्करों पर वृद्ध की बड़ी बेरहमी के साथ धारदार हथियार से हमला कर हत्या करने का आरोप है। जंगल में बकरी चराने गए वृद्ध के साथ अनहोनी होने की आशंका शुरू से ही जताई जा रही थी। पुलिस ने हत्या की इस जघन्य वारदात में शामिल कुछ आरोपियों को तत्परता से हिरासत में ले लिया है।
लापता बकरी पालक वृद्ध बाटू प्रजापति सोमवार को पन्ना के समीप शहीदन के जंगल में मृत अवस्था में मिला।
पशु तस्करों के इस क्रूरतापूर्ण कृत्य से उपजे जबर्दस्त आक्रोश और तनाव के चलते ग्रामीणों ने आज पुनः पुरुषोत्तमपुर पेट्रोल पम्प के सामने पन्ना-पहाड़ीखेरा मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। दोपहर करीब दो बजे से शुरू हुआ चक्का जाम देर शाम तक चला। इस बीच प्रदर्शनकारियों की मांग पर वन एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने और आक्रोशित ग्रामीणों ने हत्या की वारदात में शामिल आरोपियों के झोपड़ी-कच्चे मकानों को ध्वस्त कर दिया। हत्या की वारदात को लेकर ग्राम पुरुषोत्तमपुर समेत आसपास के इलाके में गम और गुस्से का माहौल निर्मित है। जिसे देखते हुए ग्राम पुरुषोत्तमपुर में पुलिस बल को तैनात किया गया है। पीड़ित परिवार से जुड़े लोगों ने बताया, वृद्ध के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार मंगलवार की सुबह किया जाएगा।
वृद्ध बकरी पालक का 48 घंटे बाद शव मिलने पर विलाप करते हुए घर की महिलायें।
जिला मुख्यालय पन्ना से सटे ग्राम पुरुषोत्तम निवासी बाटू प्रजापति 60 वर्ष शनिवार 23 अक्टूबर की सुबह लगभग 9 बजे रोज की तरह अपनी 27 नग बकरियां लेकर उन्हें चराने के लिए घर के पीछे स्थित शहीदन के जंगल के लिए निकला था। राघवेन्द्र उर्फ़ बब्लू प्रजापति ने बताया कि आमतौर पर उसके पिता दोपहर 12 बजे के आसपास वापस घर लौट आते थे। लेकिन कल बाटू जब दोपहर 1 बजे के बाद भी वापस नहीं लौटे तो उनके बेटों के द्वारा वृद्ध पिता की तलाश शुरू की गई। दिनभर खोजबीन करने के बाद भी वृद्ध और बकरियों का जब कोई सुराग नहीं लगा तो उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित और परेशान परिजनों ने शाम लगभग 7 बजे कोतवाली थाना पन्ना पुलिस को सूचना दी। परिजनों के द्वारा बाटू की गुमशुदगी को लेकर क्षेत्र में सक्रिय पशु चोरों/तस्करों पर संदेह जताया गया। मामले को गंभीरता से लेकर रात्रि में ही पुलिस एवं पीड़ित परिजनों के द्वारा संयुक्त रूप से तलाश की गई। लेकिन कुछ भी पता नहीं चल सका।
वृद्ध को लेकर कई तरह की आशंकाओं से घिरे चिंतित परिजनों व ग्रामीणों ने रविवार 24 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे अचानक पुरुषोत्तमपुर पेट्रोल पम्प के सामने पन्ना-पहाड़ीखेरा मार्ग पर चक्का जाम कर दिया था। पुलिस के खिलाफ उग्र नारेबाजी कर रहे ग्रामीणों के द्वारा लापता वृद्ध के संबंध में गांव के ही कुछ ख़ानाबदोश परिवारों पर संदेह जताते हुए उन्हें हिरासत में लकेर सख्ती से पूंछतांछ करने की मांग की गई। पुलिस अधिकारियों एवं पन्ना तहसीलदार सुधीर कुशवाहा की समझाइश के बाद दोपहर 1 बजे चक्काजाम समाप्त हुआ। तब कहीं जाकर जंगल में सघन सर्चिंग शुरू हो सका।
इस बीच पुलिस ने कतिपय संदेहियों को हिरासत में लेकर उनसे सख्ती के साथ पूंछतांछ जारी रखी। रविवार को पुलिस की कई टीमें, वृद्ध के परिजन, ग्रामीण और स्वयं पन्ना पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना जंगल के चप्पे-चप्पे की ख़ाक छानते रहे लेकिन देर शाम तक लापता वृद्ध का कोई सुराग नहीं लग सका। हालांकि सघन तलाशी अभियान के दौरान लापता पशुपालक की 19 बकरियां 24 घंटे बाद स्वतः ही वापस लौट आईं। और शेष 8 बकरियों में एक बकरी जंगल में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गई।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हिरासत में लिए गए संदेहियों के द्वारा पूंछतांछ के दौरान किए गए अहम खुलासे के आधार पर सोमवार 25 अक्टूबर की सुबह पुलिस टीमों ने पुनः जंगल में सर्चिंग अभियान चलाया। इस दौरान सुबह करीब 10 बजे जंगल में झाड़ियों के समीप लापता वृद्ध मृत अवस्था में मिला। वृद्ध के सिर पर धारदार हथियार के कई निशान पाए गए। बकरी पालक बाटू प्रजापति की धारदार हथियार से जघन्य हत्या करने वाले आरोपी ग्राम पुरुषोत्तमपुर के ही पूर्व संदेही परिवारों के सदस्य बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया है। जिसकी पुष्टि स्वयं पन्ना पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने की है।
हत्या की वारदात में शामिल गांव के ही पशु तस्करों के घरों को गिराने की मांग को लेकर पन्ना-पहाड़ीखेरा मार्ग पर लगाए गए चक्का जाम का दृश्य।
वृद्ध की निर्ममता पूर्वक हत्या किये जाने की खबर आने के बाद ग्राम पुरुषोत्तमपुर के तनाव फ़ैल गया। आक्रोशित ग्रामीणों-महिलाओं ने दोपहर करीब 2 बजे आज पुनः पेट्रोल पम्प के सामने पन्ना-पहाड़ीखेरा मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों की मांग पर हत्या की वारदात में शामिल आरोपियों की तकरीबन आधा दर्जन झोपड़ियों-कच्चे मकानों को वन एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम और आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। बेहद तनाव और उबाल के बीच शाम लगभग 6 बजे चक्का जाम समाप्त होने पर पन्ना-पहाड़ीखेरा मार्ग पर आवागमन बहाल हो सका।

इनका कहना है –

“ग्राम पुरुषोत्तमपुर में अतिक्रमण कर बनाए गए कुछ झोपड़ियों-कच्चे मकानों को वन एवं राजस्व विभाग की संयुक्त कार्यवाही में जेसीबी मशीन से तोड़ा गया है। मकानों की कुल संख्या मालूम नहीं है, लेकिन अतिक्रमण जिस भूमि में था वह वन विभाग की जमीन है। इसलिए उनसे जानकारी मिल सकती है।”

जे.पी. धुर्वे, अपर कलेक्टर, जिला पन्ना।

“ग्राम पुरुषोत्तमपुर में अतिक्रमण कर बनाए गए कुछ लोगों की झोपड़ियों-कच्चे मकानों को गिराया गया है। अतिक्रमण वन भूमि में नहीं बल्कि राजस्व भूमि में था। हमारा स्टॉफ तो मौके पर संयुक्त सीमांकन की कार्यवाही के लिए गया था।”

गौरव शर्मा, डीएफओ, उत्तर वन मंडल, पन्ना।

“वृद्ध बकरी पालक की हत्या की वारदात में शामिल कतिपय आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं, जिनकी अति शीघ्र गिरफ्तारी घोषित कर बकायदा अंधे क़त्ल की वारदात का खुलासा किया जाएगा। ग्राम पुरुषोत्तमपुर में माहौल पूरी तरह सामान्य और शांत है।”

धर्मराज मीना, पुलिस अधीक्षक, जिला पन्ना।