कोरोना संक्रमित श्रमिक के मामले में लापरवाही पड़ी भारी ! परिवार के 3 सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से मचा हड़कम्प, पन्ना जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 32

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सांकेतिक फोटो।

* क्वारंटाइन रहे श्रमिक को सैम्पल की रिपोर्ट आने से पहले ही भेज दिया था घर ?

* गभौरा में एक ही परिवार के चार सदस्यों संक्रमित होने गांव में भय का माहौल

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले से आज एक बुरी और चिंताजनक खबर आई है। जिले की गुनौर तहसील के ग्राम गभौरा निवासी कोरोना संक्रमित 48 वर्षीय प्रवासी श्रमिक के परिवार के तीन अन्य सदस्यों के सैम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव आने कि पुष्टि हुई है। गुड़गांव से लौटे श्रमिक परिवार के मुखिया के बाद उसकी पत्नी और दो जवान बेटों समेत एक ही परिवार के चार सदस्यों के कोविड-19 से संक्रमित होने का पता चलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अंदरखाने जबरदस्त हड़कम्प मचा है। गुरुवार 25 जून को गभौरा गांव में तीन नए पॉजिटिव केस मिलने के बाद जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर अब 32 हो गई है। अब तक कोरोना के 26 मरीज इलाज के बाद पूर्णतः स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या सिर्फ 6 है। पन्ना जिला चिकित्सालय के कोविड केयर वार्ड में भर्ती इन मरीजों का इलाज जारी है।
गुनौर छात्रावास में क्वारंटीन रहे श्रमिक के कोरोना संक्रमित होने का पता चलने के बाद गभौरा गांव से वापस उसे गुनौर ले जाने के लिए पहुंचे ग्रामीण। (फाइल फोटो- कुलदीप सिंह से प्राप्त)
गुनौर तहसील के समीपी गांव गभौरा निवासी प्रवासी श्रमिक के परिवार में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को लेकर आम चर्चा है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गुनौर के प्रभारी एवं मेडिकल ऑफिसर डॉ. रीतेश दुबे की कथित घोर लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ है ! जिसका खुलासा दो दिन पूर्व मंगलवार 23 जून को दोपहर में उस समय हुआ जब गभौरा निवासी 48 वर्षीय प्रवासी श्रमिक की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने की खबर आई। गुड़गांव से अपने परिवार के साथ 18 जून को वापस गांव लौटा यह श्रमिक कुछ दिनों तक गुनौर स्थित सरकारी क्वारेंटाइन सेंटर में रहा। जहां संदेह के आधार इसका सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजा गया। लेकिन जांच रिपोर्ट आने तक इंतजार न कर उसे क्वारेंटाइन सेंटर से घर भेज दिया गया।
बगैर मास्क लगाए और सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी कर ट्रेक्टर-ट्राली से अपने परचितों के साथ गुनौर जाता हुआ गभौरा ग्राम का कोरोना संक्रमित मरीज। (फाइल फोटो- कुलदीप सिंह से प्राप्त)
अधेड़ श्रमिक के बाद में जब संक्रमित होने का पता चला तो गुनौर से लेकर पन्ना तक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। गंभीर लापरवाही को छिपाने के लिए आनन-फानन में उक्त श्रमिक को वापस गुनौर बुलाया गया। कोरोना संक्रमित श्रमिक मंगलवार शाम को ट्रेक्टर-ट्राली से दो अन्य लोगों के साथ जब गुनौर पहुंचा तब तक इसकी भनक मीडियाकर्मियों समेत स्थानीय लोगों को लग चुकी थी। मामले को तूल पकड़ते देख स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अमले ने संक्रमित को इलाज के लिए गुनौर से तुरंत एम्बुलेंस में बैठकर पन्ना जिला चिकित्सालय रवाना कर दिया था।
डॉ. एल. के. तिवारी, सीएमएचओ पन्ना।
इस मामले में कथित लापरवाहों को बचाने के लिए जांच के नाम पर लीपापोती का खेल अभी चल ही रहा था कि इस बीच गुरुवार शाम को कोरोना संक्रमित श्रमिक की पत्नी और दो जवान बेटों के सैम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। परिणामस्वरूप कई सवालों के जवाब नहीं मिल पा रहे हैं, जैसे- गभौरा निवासी कोरोना संक्रमित श्रमिक के परिवार के तीन अन्य सदस्य क्या मेडिकल ऑफिसर एवं सीएचसी गुनौर प्रभारी की लापरवाही की वजह से कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं ? गुनौर के छात्रावास में क्वारंटीन किये गए प्रवासी एवं कोरोना संदिग्ध श्रमिक के सैम्पल की जांच रिपोर्ट आने तक इंतजार न कर उसे घर क्यों जाने दिया ? श्रमिक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद उसे इलाज हेतु पन्ना ले जाने के लिए उसके घर पर एम्बुलेंस न भेजकर मरीज को असुरक्षित तरीके से गुनौर क्यों बुलाया गया ? कोरोना संक्रमण के प्रसार से जुड़े इस संवेदनशील मामले में कथित तौर पर लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध अब तक क्या कार्रवाई की गई है ?

पहले भी की कई लापरवाही

(फाइल फोटो)
उल्लेखनीय है कि कोरोना संकटकाल में पन्ना जिले के स्वास्थ्य विभाग की यह पहली लापरवाही नहीं है। इसके पूर्व एक टीबी मरीज को जिला चिकित्सालय में सामान्य मरीजों के साथ भर्ती करके उसका इलाज किया गया बाद में वह कोरोना से संक्रमित भी निकला। अभी ज्यादा दिन नहीं हुए जब बाँधीकला गांव के एक मासूम बच्चे को कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती कर उसका सैम्पल जांच के लिए भेजा गया लेकिन रिपोर्ट आने से पूर्व बीमार बच्चे की मौत हो गई। पन्ना जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने रिपोर्ट आने तक इंतजार न कर कोरोना संदिग्ध रहे मृत बच्चे का शव अंतिम संस्कार के लिए उसके परिजनों को सौंप दिया। इस मामले को जब स्थानीय मीडियाकर्मियों के द्वारा प्रमुखता से उठाया गया तो अपनी गलती पर पर्दा डालते हुए बच्चे के माता-पिता समेत अंतिम संस्कार में शामिल हुए अन्य परिजनों को रातों-रात पन्ना लाकर छात्रावास में क्वारंटीन कर दिया। हालांकि इस घटनाक्रम के बाद उक्त बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आने का दावा किया गया।

सम्पर्क में आए 13 व्यक्ति चिन्हित

सांकेतिक फोटो।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने गुरुवार 25 जून की देर रात कोविड ब्रीफिंग जारी करते हुए बताया कि गभौरा निवासी कोरोना संक्रमित श्रमिक के परिवार के आज तीन अन्य सदस्यों पत्नी एवं एवं दो पुत्रों की रिपोर्ट आने पर उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। आपने बताया कि परिवार के मुखिया के संक्रमित पाए जाने पर प्रथम सम्पर्क के तौर उसके परिवार इन तीन सदस्यों को चिन्हित कर सैम्पल लिए गए थे। आज तीनों सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उनके कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में 3 प्राइमरी कॉन्टेक्ट और 10 सेकेण्ड्री कॉन्टेक्ट व्यक्तियों की पहचान की गई है। इन सभी को कोविड केयर सेंटर में भर्ती कर इनके सैम्पल जांच हेतु भजे जा रहे हैं। छोटे से गांव गभौरा में एक ही परिवार के चार सदस्यों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद गांव के लोग काफी डरे हुए हैं। उन्हें स्वयं के एवं अपने परिजनों के संक्रमित होने का भय सता रहा है। वहीं जिले में प्रवासियों की वापसी के बीच कोरोना संक्रमण के मामले और खतरा दोनों ही लगातार बढ़ रहा है।

48 घण्टे में मिले 7 नए पॉजिटिव

सांकेतिक फोटो।
कुछ दिन पूर्व महज कुछ देर के लिए कोरोना संक्रमण मुक्त घोषित हो चुके पन्ना जिले में इसके बाद से लगातार संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना की प्रभावी रोकथाम के प्रशासन के दावों से इतर यह स्थिति निश्चित तौर चिंताजनक है। पिछले 48 घण्टे में ही जिले कोरोना पॉजिटिव 7 नए केस की पुष्टि हुई है। इसी के साथ जिले में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर अब 32 हो गई है। बताते चलें कि सोमवार 23 जून को जिले में कोरोना के तीन पॉजिटिव मरीज मिले थे। इसके अगले दिन 24 जून को उत्तर प्रदेश के राठ से पन्ना आए 25 वर्षीय युवक की रिपोर्ट पॉजिटव आई थी। आज पुनः तीन व्यक्तियों के कोरोना संक्रमित होने का पता चला है। ये तीनों एक ही परिवार के सदस्य हैं। राहत की बात यह है कि अब तक 26 मरीज कोविड केयर सेंटर पन्ना में अच्छी देखरेख एवं उपचार के चलते पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। इस तरह वर्तमान में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या अब 6 है। जिनको कोविड केयर सेंटर में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।