मध्यप्रदेश में भाजपा के 32 जिलाध्यक्षों के नामों का हुआ ऐलान, पन्ना में ओबीसी नेता रामबिहारी चौरसिया बने जिलाध्यक्ष

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सांकेतिक फोटो।

* चर्चाओं में नहीं था नाम फिर भी दिग्गजों को मात देकर हांसिल किया महत्वपूर्ण पद

* रामबिहारी बोले, आमजन के हितों का संरक्षण और जिले के विकास के लिए करेंगे संघर्ष

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्षों के चुनावी प्रक्रिया हाल ही में संपन्न होने के पश्चात गुरुवार देर रात्रि इनके नामों की घोषणा कर दी गई है। भाजपा के प्रदेश चुनाव अधिकारी हेमंत खण्डेलवाल एवं प्रदेश चुनाव सह अधिकारी विजेश लूनावत के हस्ताक्षर से जारी सूची में प्रदेश के दस संभागों के 32 जिलाध्यक्षों के नाम शामिल है। जिसमें पन्ना से ओबीसी नेता रामबिहारी चौरसिया को बीजेपी का निर्वाचित जिलाध्यक्ष घोषित किया गया है। रामबिहारी भाजपा के जमीन से जुड़े सक्रिय एवं अनुभवी नेता है। लेकिन पन्ना में भाजपा जिलाध्यक्ष पद हेतु मीडिया में जिन आधा दर्जन से अधिक नामों की चर्चा रही है उनमें रामबिहारी चौरसिया का नाम शामिल नहीं था।
भाजपा जिलाध्यक्षों के नामों की सूची।
इसलिए गुरुवार 5 दिसम्बर की रात्रि में जब भाजपा जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा हुई तो उसमें पन्ना से रामबिहारी चौरसिया का नाम आने पर लोगों का चौंकना स्वाभाविक था। भाजपा जिलाध्यक्ष की रेस में पूरी तरह गुमनाम रहे श्री चौरसिया कई धुरंधर दावेदारों को मात देकर इस पद तक पहुंचने कामयाब हुए है। पन्ना में इस पद के लिए भाजपा के कई गुटों में शुरू से ही काफी खींचतान रही है। सहकारी नेता संजय नगायच जहां अध्यक्ष पद के स्वयं भी प्रबल दावेदार रहे वहीं उनके करीब माने जाने वाले नेताओं के नाम भी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल थे। पन्ना विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह से जुड़े कुछ नेता भी भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए बढ़चढ़ कर अपना दावा ठोंक रहे थे। भाजपा सूत्रों की मानें तो रामबिहारी चौरसिया जिलाध्यक्ष पद के लिए जिनकी पंसद हैं उन्होंने सियासी गहमागहमी के माहौल को देखते हुए ख़ास रणनीति के तहत उनके नाम पर मुहर लगने तक गुप्त रखा ताकि किसी तरह का कोई विरोध न हो।
भाजपा जिलाध्यक्षों के नामों की सूची।
उल्लेखनीय है कि जिले की पन्ना और पवई विधानसभा सीट पर भाजपा के विधायक है जबकि गुनौर विधानसभा सीट कांग्रेस के पास है। गुनौर विधानसभा क्षेत्र से आने वाले ओबीसी नेता रामबिहारी चौरसिया को जिलाध्यक्ष बनाने का फैसला कर भाजपा के रणनीतिकारों एक साथ कई हितों को साधने का चातुर्य दिखाया है। इस फैसले को जातिगत एवं सामाजिक संतुलन स्थापित करने के साथ-साथ कमजोर क्षेत्र में भाजपा संगठन को मजबूत बनाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर ओबीसी मतदाताओं की तादाद सबसे अधिक है। कुछ लोगों का यह भी मानना है, अगर भाजपा जिलाध्यक्ष पवई या फिर पन्ना से होता तो शायद पार्टी के विधायक असहज महसूस करते है। इसलिए कर्मठ और जमीनी नेता की छवि वाले रामबिहारी चौरसिया के निर्वाचन को हर लिहाज से भाजपा संगठन के लिए मुफीद बताया जा रहा है।
रामबिहारी चौरसिया।
मालूम होकि, रामबिहारी चौरसिया पूर्व में भाजपा गुनौर मंडल के अध्यक्ष रह चुके है। इसके अलावा भाजपा जिला मंत्री के रूप में भी उन्होंने संगठन का काम किया है। उनकी पत्नी रेखा चौरसिया गुनौर जनपद पंचायत की अध्यक्ष है। रामबिहारी चौरसिया ने पन्ना भाजपा जिलाध्यक्ष बनाए जाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के प्रति आभार ज्ञापित किया है। उन्होंने कहा कि संगठन ने मुझे जो महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है उसका पूरी निष्ठां और ईमानदारी के साथ निर्वहन करूँगा। पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर जिले में संगठन को और अधिक मजबूत बनाया जाएगा। श्री चौरसिया ने कहा कि हम विपक्ष की सकारात्मक भूमिका अदा करते हुए आमजन के हितों के संरक्षण एवं जिले के विकास के लिए संघर्ष करेंगे।