ममनीपुरवा हत्याकांड : चार आरोपी गिरफ्तार, दो अन्य को बचाने का आरोप

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2016
धरमपुर थाना पुलिस टीम की अभिरक्षा मई पकड़े गए हत्यारोपी।

मृतक के परिजनों का आरोप दो हत्यारोपियों के एफआईआर में नहीं लिखे नाम

24  घंटे में हत्यारोपियों को पकड़ने वाली पुलिस टीम को एसपी ने किया पुरुस्कृत करने का एलान

धरमपुर। रडार न्यूज़ पन्ना जिले के धरमपुर थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी खोरा के ग्राम ममनीपुरवा में बुधवार 4 जुलाई को कृषक राजकुमार लोध पिता मंगल सिंह लोध 45 वर्ष की लाठी-डण्डों से पीट-पीटकर जघन्य हत्या करने के चार आरोपियों को पुलिस ने वारदात के चौबीस घंटे के अंदर गिरफ्तार करने का दावा किया है। प्राप्त जानकारी अनुसार मकान बनाने को लेकर राजकुमार लोध और संतराम लोध के बीच विवाद चल रहा था। घटना दिनांक को राजकिशोर लोध पिता मंगल सिंह लोध उम्र 45 वर्ष निवासी ममनीपुरवा अपने भाई राजकुमार लोध के साथ उसके खेत मे ट्रेक्टर से जुताई कर रहा था तभी सुबह करीब 10 बजे संतराम लोध, विजय लोध, अशोक लोध, राजकुमार लोध वहां आए और पुराने जमीनी विवाद को लेकर चारोँ ने एक राय होकर राजकुमार लोध पर लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। खून से लथपथ राजकुमार लोध के जमीन पर गिरते ही हमलावर उसे मृत समझकर मौके से फरार हो गए। मरणासन्न स्तिथि में राजकुमार पिता मंगल सिंह लोध को समुचित उपचार हेतु परिजन पन्ना ले गए। जहां बुधवार को ही जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान शाम करीब 4 बजे राजकुमार की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि कृषक राजकुमार लोध के सिर और पैर में गंभीर आईं थीं। हत्या के इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पन्ना में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि फरार आरोपियों की तलाश पतारसी बाबत वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा धरमपुर थाना प्रभारी उप निरीक्षक राजकुमार यादव के नेतृत्व मे पुलिस टीम का गठन किया गया था। इस टीम द्वारा दिन-रात आरोपियों की तत्परता से तलाश पतारसी के हर संभव प्रयास के पश्चात मामले के चारों फरार आरोपियों संत कुमार उर्फ संतराम लोध, विजय लोध, अशोक लोध, राजकुमार लोध सभी निवासी ममनीपुरवा खोरा को पुलिस द्वारा गुरुवार 5 जुलाई 2018 को गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों को पुलिस द्वारा न्यायालय जे.एम.एफ.सी. अजयगढ़ में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

जैसा बताया वैसी नहीं लिखी रिपोर्ट-
मृतक राजकुमार लोध।

हत्यारोपियों को चौबीस घंटे के अंदर गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम के इस सराहनीय कार्य के लिए नवागत एसपी विवेक सिंह द्वारा उक्त टीम को पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई है । उधर इस वाहवाही के बीच मृतक राजकुमार लोध के परिजन हत्या जैसे जघन्य मामले में धरमपुर थाना पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए वारदात में शामिल रहे दो अन्य हत्यारोपियों को बचाने के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि उनके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। सुनियोजित तरीके से राजकुमार के पर हमला कर हत्या करने कुल छः आरोपी शामिल रहे जबकि पुलिस ने एफआईआर में जानबूझकर सिर्फ चार नाम ही दर्ज किये। शेष हत्यारोपियों को बचाने के मकसद से उनके नाम एफआईआर में शामिल नहीं किये गए। इस संबंध में जब थाना प्रभारी धरमपुर से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो सका। मृत किसान के परिजनों के बेहद गंभीर आरोपों पर धरमपुर थाना पुलिस को चाहिए आगे आकर अपना पक्ष रखे ताकि सच्चाई सामने आ सके।

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