मध्यप्रदेश का विकास और जन कल्याण मेरी ड्यूटी : शिवराज

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अजयगढ़ की आमसभा को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान।

* मुख्यमंत्री ने अजयगढ़ में विशाल आमसभा को किया संबोधित

* भाजपा प्रत्याशी बृजेन्द्र प्रताप को जिताने जनता से माँगा आशीर्वाद

अजयगढ़ (पन्ना)। रडार न्यूज   मध्यप्रदेश का विकास और जनता का कल्याण करना मेरी ड्यूटी है, लेकिन मेरे ऐसा करने से कांग्रेसियों को गुस्सा आता है। बिनापानी के जैसे मछली तड़पती है, उसी तरह कांग्रेसी बिना सत्ता के तड़प रहे हैं। उक्ताशय के उद्गार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को सायं 4 बजे पन्ना विधानसभा क्षेत्र के अजयगढ़ में आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुये व्यक्त किये। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय से भाजपा प्रत्याशी बृजेन्द्र प्रताप सिंह को जिताने के लिये आशीर्वाद माँगा और कहा कि इस क्षेत्र की सारी समस्याओं का निराकरण किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के 70 सालों में 54 साल कांग्रेस और 15 साल मैंने सरकार चलाई है। बीते 15 सालों में भाजपा ने विकास के जितने कार्य किये हैं, क्या कांग्रेस ने किया? उन्होंने कहा कि 15 वर्ष पहले हमें मध्यप्रदेश बीमारू राज्य के रूप में मिला था, लेकिन हमने इन 15 वर्षों में मध्यप्रदेश को पहले विकासशील बनाया, फिर विकसित और अब समृद्धशाली मध्यप्रदेश बनाना है।

सरकार बनने पर समस्याओं का करेंगे समाधान

मुख्यमंत्री को सुनने के लिए आमसभा में उमड़े जन सैलाब का दृश्य।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी के विज्ञापन गुस्सा आता है पर तंज कसते हुये कहा कि क्या आप लोगों को मुझ पर गुस्सा आता है? आपने कहा कि बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने अजयगढ़ क्षेत्र की जो समस्यायें बनाई हैं, सरकार बनते ही उनका निराकरण किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के खेतों तक पानी पहुँचाने का काम किया जा रहा है। छोटे किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से पैसा उनके खाते में डलवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि 2022 तक जिले में कोई भी ऐसा गरीब नहीं बचेगा, जिसके पास पक्का मकान न हो। आपने यह भी कहा कि प्रदेश की बेटियों को जो 75 फीसदी से अधिक अंक लायेंगी, उन्हें स्कूटी प्रदान की जायेगी। मुख्यमंत्री से पहले आम सभा को भाजपा प्रत्याशी बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर दूसरे दलों के कई नेताओं व पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के हाथों भाजपा की सदस्यता भी गृहण की।