मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 : हिंसा के बीच संपन्न हुई वोटिंग, शाम 5 बजे तक 71 प्रतिशत से अधिक मतदान

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मध्यप्रदेश के पन्ना में विधानसभा चुनाव के लिए अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए पोलिंग बूथ के बाहर कतारबद्ध खड़े मतदाता।(फाइल फोटो)

*     ईव्हीएम मशीनों में कैद हुआ राज्य के 2533 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला

*     भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने किया अपनी-अपनी जीत का दावा, 3 दिसंबर को आएंगे नतीजे 

भोपाल। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए शुक्रवार सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 6 बजे समाप्त हो गया है। हालांकि मतदान केन्द्र पर शाम 6 बजे के पूर्व प्रवेश लेने वाले सभी मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। इसी के साथ प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे 2533 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईव्हीएम मशीनों में कैद हो गया है। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में शाम 5 बजे तक कुल 71% से अधिक मतदान हुआ है। मतदान के फाइनल आंकड़े आना अभी शेष है। वोटिंग के दौरान कई जिलों से हिंसा की हैरान करने वाली ख़बरें आई हैं।
विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक प्रदेश के 64626 मतदान केंद्रों पर मतदान संपन्न हुआ। जबकि नक्सल समस्या प्रभावित जिले बालाघाट, डिंडौरी एवं मंडला के चिन्हिंत पोलिंग बूथों पर मतदान सुबह 7 से शुरू होकर दोपहर 3 बजे तक खत्म हो गया। इस बार राज्य की 230 सीटों पर 2533 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जिनमें 2280 पुरुष, 252 महिलाएं और एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार शामिल है। मतदान संपन्न होने के साथ ही प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईव्हीएम में कैद हो गया है। चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार विधानसभा चुनाव की मतगणना एवं नतीजों की घोषणा 3 दिसंबर होगी। इस दिन जनता का फैसला ईव्हीएम से बाहर आएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले करीब एक माह से सूबे में दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों बीजेपी और कांग्रेस के बीच जबरदस्त सियासी घमासान देखने को मिला। दोनों ही पार्टियों के स्टार प्रचारकों ने अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी आमसभायें, रैलियां और रोड शो कर एक-दूसरे के ऊपर जमकर निशाना साधा। आरोप-प्रत्यारोप के इस माहौल में बड़े नेताओं के बीच एक-दूसरे को नीचा दिखाने की होड़ रही। जिसके चलते अनेकों बार भाषाई मर्यादा तार-तार और पदीय गरिमा धूमिल होती रही। सोशल मीडिया पर भी दोनों पार्टियों के बीच चुनावी जंग देखी गई। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों के राज्य में अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। किसके दावे में कितना दम है, इसका पता 3 दिसंबर को चुनाव के नतीजे पर ही चलेगा। फिलहाल तब तक चुनावी नतीजों को लेकर अटकलों, कयासों और सियासी उलटफेर के अनुमानों का दौर जारी रहेगा।

राजनगर में हत्या, इंदौर में भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता

राजनगर से कांग्रेस प्रत्याशी नातीराजा और कांग्रेस समर्थकों से चर्चा करते हुए पुलिस अधिकारी।
मध्यप्रदेश में आज वोटिंग के दौरान सुबह से कई जिलों से हिंसा की खबरें आने लगीं थी। मध्य प्रदेश के राजनगर, मऊ, मुरैना, भिंड, इंदौर, छिंदवाड़ा में हिंसा हुई। विधानसभा चुनाव के बीच राजनगर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा पर जानलेवा हमला हुआ है। हमले में उनके ड्राइवर कांग्रेस पार्षद सलमान खान निवासी खजुराहो की मौत हो गई। कांग्रेस उम्मीदवार नातीराजा ने बीजेपी उम्मीदवार अरविंद पटेरिया और उनके समर्थकों पर पार्षद सलमान खान को गाड़ी से कुचलकर जान से मारने का आरोप लगाया है। हत्या पुलिस ने इस घटना को लेकर राजनगर से भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटैरिया सहित उनके समर्थकों पर खजुराहो थाना में आईपीसी की धारा 302, 307, 147, 149 294, 506 का मामला दर्ज किया है। गाड़ी से कुचलकर हत्या करने की सनसनीखेज और विचलित करने वाली घटना के बाद से राजनगर-खजुराहो क्षेत्र में जबरदस्त तनाव और आक्रोश का व्याप्त है।
वहीं मध्यप्रदेश के जबलपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में फायरिंग तथा पथराव का मामला प्रकाश में आया है। यहां भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता भिड़ गए। थाना हनुमानताल व घमापुर में गोली चलने की घटना घटित हुई है। फायरिंग में एएसआई के कान में छर्रा लगा है। पत्थरबाज़ी भी हुई है। इंदौर में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के बीच मारपीट हो गई। जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इस घटना पर कहा कि यह बहुत गलत है, शर्मनाक काम हो रहा है। पुलिस को घटना पर तुरंत कार्यवाही करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि प्रशासन ठीक से काम करेगा। लगता है कि पुलिस दबाव में काम कर रही है।