किस्मत चमकी : गरीब मजदूर रतनलाल को मिले बेशक़ीमती रत्न ने बनाया लखपति

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पन्ना के हीरा कार्यालय में नीलामी हेतु हीरा जमा कराने के बाद बाहर निकलता खड़ा मजदूर रतनलाल प्रजापति।
  •  पन्ना के समीप हीरापुर टपरियन की उथली खदान में मिला हीरा

  •  नीलामी में रखा जायेगा 8.22 कैरेट वजन वाला उज्जवल किस्म का कीमती हीरा

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती ने आज फिर एक गरीब मजदूर की किस्मत का सितारा चमका दिया। पन्ना शहर के बेनीसागर मोहल्ला निवासी रतनलाल प्रजापति 45 वर्ष को हीरापुर टपरियन की उथली खदान से उज्जवल किस्म का 8.22 कैरेट वजन का हीरा मिला है। इस हीरे की अनुमानित कीमत 50 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। कई साल तक खदान खोदने के बाद पहली बार हीरा मिलने से रतनलाल के घर में उत्सव का माहौल है। वर्षों पुरानी तमन्ना पूरी होने पर रतनलाल ने इसे ईश्वर की असीम अनुकंपा बताया है। आज अपने साथियों को लेकर पन्ना के संयुक्त कलेक्ट्रट भवन पहुंचे रतनलाल प्रजापति ने वहां स्थित हीरा कार्यालय में विधिवत अपना हीरा जमा करा दिया।
जिला हीरा एवं खनिज अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि 8.22 कैरेट वजन का यह हीरा उज्जवल किस्म का है जो गुणवत्ता और कीमत के लिहाज से अच्छा माना जाता है। आपने बताया कि आगामी 21 सितम्बर से पन्ना में उथली खदानों से प्राप्त हुए हीरों की होने वाली खुली नीलामी में इस हीरे को भी रखा जायेगा। हीरा कार्यालय पन्ना के पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि पूर्व घोषणानुसार नीलामी में 139 नग हीरे रखे जा रहे थे, जिनका वजन 156.46 कैरेट था। लेकिन इस बीच 5 नग हीरे और जमा हुए हैं। इस तरह से अब नीलामी में रखे जाने वाले हीरों की संख्या बढ़कर 144 तथा वजन 181.50 कैरेट हो गया है। हीरा पारखी ने बताया कि इसके पूर्व 6.41 कैरेट वजन का हीरा गत 9 सितम्बर को किशोरगंज पन्ना निवासी प्रसून जैन को मिला था।

आगे का जीवन आसान हो जाएगा

बेशकीमती हीरा पाकर सुर्खियों में आए गरीब मजदूर रतनलाल प्रजापति ने बताया कि वह पिछले कई सालों से लगातार हीरे की खदान लगाता आ रहा है। लेकिन कई वर्षों तक अथक परिश्रम करने के बाद भी हीरा न मिलने से कई बार थोड़ी निराशा जरूर हुई लेकिन मैंने कभी उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा और अनवरत हीरों की तलाश जारी रखी। रतनलाल का कहना है कि उसे पूरा भरोसा था कि रत्नगर्भा धरती पर एक ना एक दिन उसकी तमन्ना भी पूरी होगी। आखिरकार वर्षों की मेहनत का फल आज ईश्वर ने बेशकीमती हीरे के रूप में दिया है। रतनलाल ने बताया कि वह हीरा खदान में काम करने के साथ-साथ सिलाई का भी काम करता है, इसी से परिवार का गुजारा किसी तरह चलता था। लेकिन अब हीरा मिलने से सारे कष्ट दूर हो जाएंगे। अपनी ख़ुशी का इज़हार करते हुए रतनलाल ने बताया कि वह जल्दी ही पिता बनने वाला है। हमने जो कष्ट झेला है वह मेरी संतान को नहीं झेलना पड़ेगा। हीरे की नीलामी से मिलने वाली राशि से उसे पढ़ा लिखाकर काबिल बनाऊंगा ताकि वह सम्मानपूर्वक जीवन यापन कर सके।

पन्ना के गरीब मजदूर रतनलाल प्रजापति को मिले हीरे का वीडियो देखें –