* पॉजिटिविटी दर कम करने ट्रेसिंग-टेस्टिंग-ट्रीटमेंट पर फोकस
* पन्ना कलेक्टर ने वार्डवार सर्वे हेतु टीमें गठित करने दिए निर्देश
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का कहर बेहद तेजी से लगातार बढ़ रहा है। कोरोना वायरस का नया रूप ज्यादा से ज्यादा लोगों को तेजी से प्रभावित कर रहा है। जिससे बेकाबू होते हालात के बीच स्थिति को संभालने और कोरोना की प्रभावी रोकथाम के लिए मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में संक्रमण की अधिकता वाले नगरीय निकाय क्षेत्रों एवं विकासखण्डों में किल कोरोना अभियान का दूसरा चरण शुरू करने का निर्णय लिया गया है। किल कोरोना अभियान-2 के तहत जिले सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों एवं आवश्यकतानुसार ग्रामीण अंचल में जहां कोरोना संक्रमित व्यक्ति तथा सर्दी, जुकाम और खांसी से प्रभावित व्यक्तियों की संख्या अधिक है वहाँ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा स्वास्थ्य विभाग अमले के सहयोग से घर-घर सर्वे कर प्रभावित व्यक्तियों को चिन्हित किया जाएगा। तत्पश्चात दूसरी टीम के द्वारा कोरोना के लक्षण वाले/ लक्षण रहित या मंद लक्षण वाले व्यक्तियों के घर पहुंचकर उनकी जांच हेतु सैम्पल लिया जाएगा। साथ ही सामान्य सर्दी-जुखाम-बुखार से पीड़ित व्यक्तियों को मेडिकल किट (दवाईयां) उपलब्ध कराई जाएंगी।
पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने रडार न्यूज़ को जानकारी देते हुए बताया कि यदि किसी व्यक्ति का सैम्पल जांच में पॉजिटिव निकलता है अर्थात वह कोरोना संक्रमित पाया जाता है तब ऐसे व्यक्तियों को चिकित्सक के परामर्श अनुसार मेडिकल किट उपलब्ध कराने, आवश्यकता होने पर उनके होम आयसोलेशन या कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराने की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क (कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग) में आने वाले लोगों को चिन्हित कर जांच हेतु उनके भी सैम्पल लेने तथा संबंधितों के लिए अन्य सभी जरुरी व्यवस्थाओं को प्राथमिकता के साथ पूर्ण कराया जाएगा। मालूम हो कि प्रदेश में किल कोरोना अभियान का प्रथम चरण वर्ष 2020 में 1 से 15 जुलाई तक चलाया गया था।
टीमों की निगरानी की सौंपी जिम्मेदारी
किल कोरोना अभियान-2 के तहत पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने जिले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को वार्डवार बीमार व्यक्तियों का घर-घर जाकर सर्वे करने एवं संदिग्ध कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच हेतु सैम्पल लेने के लिए पन्ना सहित सभी शहरी क्षेत्रों के लिए टीमें गठित करने के निर्देश दिए हैं। इस महत्वपूर्ण अभियान की माॅनीटरिंग के लिए सुश्री दीपा चतुर्वेदी तहसीलदार पवई एवं संजय सिंह परिहार परियोजना अधिकारी मनरेगा को प्रभारी नियुक्त किया गया है। कोरोना के बढते संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर श्री मिश्र ने उक्त अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गठित टीमों के द्वारा किए जाने वाले सर्वे एवं सैम्पल लेने के कार्य की सतत सघन माॅनीटरिंग कर यह सुनिचित करें कि एक भी बीमार व्यक्ति छूटने न पाए। आपने कहा कि इससे जिले में कोरोना की पाॅजिटिविटी दर को कम करने मदद मिलेगी।
पन्ना शहरी क्षेत्र में सर्वाधिक एक्टिव केस
उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय पन्ना पिछले कुछ समय से कोरोना वायरस संक्रमण का हॉट स्पॉट बना हुआ है। स्थिति यह है कि कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक नए मामले पन्ना शहरी क्षेत्र में प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। गुरूवार 22 अप्रैल की स्थिति में पन्ना में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 723 हो चुकी है। जबकि जिले भर में एक्टिव केस की कुल संख्या 1282 है। इसी तरह कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या भी पन्ना शहरी क्षेत्र में ही सर्वाधिक है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 22 अप्रैल तक जिले में कोरोना से कुल 13 लोगों की जान गई। जिसमें 9 व्यक्ति पन्ना शहरी क्षेत्र से थे।
घर पर रहकर संक्रमण की चेन को तोड़ने में करें सहयोग
पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण एवं संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए जन सहयोग जरुरी है। संक्रमण को फैलने से रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है। संकेत की इस घड़ी में कोरोना नियंत्रण हेतु सभी वर्ग अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते करें और 22 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल अपने घरों में रहकर स्व-प्रेरणा से जनता कर्फ्यू का पालन करें। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये अनावश्यक कार्य के लिये घर से न निकलें, मास्क का उपयोग जरूर करें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, अपने हाथ सेनेटाइज करें या साबुन से बार-बार धोयें। उन्होंने उम्मीद जताई है कि आप सबके सहयोग-धैर्य और संयम से कोरोना के खिलाफ निश्चित ही यह जंग हम अवश्य जीतेंगे।