केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट : डूब जाएगी बाघों के सदियों पुराने आशियाने की 6 हजार हेक्टेयर भूमि

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फाइल फोटो।

*     डूब क्षेत्र प्रभावित भूमि के बदले प्राप्त होने वाली भूमि की अधिसूचना जारी करने समीक्षा बैठक संपन्न

*     एपीसीसीएफ और कमिश्नर सागर संभाग ने पृथक-पृथक बैठक कर अधिसूचना जारी करने संबंधी कार्यवाही की ली जानकारी

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) केन-बेतवा लिंक परियोजना “अभिशाप या वरदान” के अलग-अलग दृष्टिकोण और इससे संबंधित तथ्यों, तर्कों, आंकलन, अध्ययन रिपोर्ट पर पिछले कई वर्षों से बहस जारी है। गंभीर पर्यावरणीय चिंताओं के मद्देनजर इस बहस के किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले ही केन्द्र सरकार नदी जोड़ो परियोजना के निर्माण कार्य को शुरू करने की दिशा में लगातार तेजी से आगे बढ़ रही है। परियोजना के कारण पन्ना एवं छतरपुर जिले के करीब 2 दर्जन गांवों के वाशिंदे विस्थापन की त्रासदी झेलने को मजबूर हैं। उचित मुआवजे के बगैर विस्थापन की कार्यवाही का सामना कर रहे वन क्षेत्र में रहने वाले इंसानों के अलावा बाघों एवं दूसरे वन्य जीवों को भी नदी जोड़ो परियोजना के निर्माण की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है।
पन्ना टाइगर रिजर्व के बीचोंबीच से प्रवाहित केन नदी का विहंगम दृश्य।
बता दें कि, केन-बेतवा लिंक परियोजना के तहत पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में प्रस्तावित विशालकाय दौधन बांध के निर्माण से पार्क क्षेत्र सहित आसपास के इलाके की 6017 हेक्टेयर भूमि डूब क्षेत्र में आएगी। अर्थात पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र का सघन और जैव विविधता से समृद्ध जंगल का बड़ा हिस्सा जोकि सदियों से बाघों का प्राकृतिक आवास (कुदरती आशियाना) रहा है, हमेशा के लिए डूब जाएगा।

एपीसीसीएफ ने की अधिसूचना संबंधी कार्य प्रगति की समीक्षा

उल्लेखनीय है कि, गुरुवार 28 मार्च को पन्ना टाइगर रिजर्व कार्यालय एवं कलेक्ट्रेट के सभागार में केन-बेतवा लिंक परियोजना के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता भोपाल से पधारे एच.एस. मोहन्ता, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (भू-प्रबन्ध) मध्य प्रदेश ने की। इस बैठक में केन-बेतवा लिंक परियोजना के डूब क्षेत्र में प्रभावित 6017 हेक्टेयर भूमि के बदले प्राप्त होने वाले भूमि की अधिसूचना जारी कराने के संबंध में प्रगति की समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व अंजना सुचिता तिर्की, वन मण्डलाधिकारी उत्तर वन मण्डल पन्ना गर्वित गंगवार, वन मण्डलाधिकारी दक्षिण वन मण्डल पन्ना पुनीत सोनकर एवं उप संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व मोहित सूद उपस्थित रहे।

आज कमिश्नर सागर संभाग डॉ. रावत ने ली समीक्षा बैठक

कमिश्नर सागर संभाग डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को पन्ना में केन-बेतवा लिंक परियोजना के डूब क्षेत्र प्रभावित भूमि के बदले प्राप्त होने वाली भूमि की अधिसूचना जारी करने संबंधी कार्य की समीक्षा की।
इसी परिपेक्ष्य में शुक्रवार 29 मार्च को संभागायुक्त डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभागार में केन-बेतवा लिंक परियोजना के के डूब क्षेत्र की प्रभावित भूमि के बदले में प्राप्त होने वाली भूमि की अधिसूचना जारी कराने के संबंध में समीक्षा बैठक संपन्न हुई। इस दौरान जल संसाधन, राजस्व एवं वन विभाग के अधिकारियों द्वारा क्रियान्वयन के संबंध में की जाने वाली कार्यवाही के बारे में अवगत कराया गया। कमिश्नर सागर संभाग डॉ. रावत ने बैठक में उपस्थित संबंधित विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर अधिसूचना जारी करने की कार्यवाही को शीघ्रता पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व अंजना सुचिता तिर्की, कलेक्टर पन्ना सुरेश कुमार, पुलिस अधीक्षक साईं कृष्ण एस थोटा, उप संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व मोहित सूद, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन संभाग पन्ना सतीश शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पन्ना एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।