लाखों घनमीटर रेत की लूट के बाद नींद से जागा प्रशासन, भीना और चांदीपाठी अवैध खदान पर की कार्यवाही

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पन्ना जिले के अजयगढ़ तहसील की उत्तर प्रदेश से लगी सीमा के नजदीक स्थित चांदीपाठी में अवैध रूप से संचालित रेत खदान पर कार्यवाही करता संयुक्त दल।

*      रेत माफिया को पहले ही लग चुकी थी कार्यवाही की भनक, सुरक्षित स्थानों पर भेज दी थी पोकलेन मशीनें

*     केन नदी किनारे स्थित स्थित रेत माफिया के अस्थाई कैम्प में भंडारित 2850 लीटर डीजल जब्त

*     पन्ना जिले के अजयगढ़ क्षेत्र में पिछले पांच साल से सत्ता के संरक्षण में खुलेआम जारी है रेत की लूट

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिले की प्राकृतिक सीमा रेखा कहलाने वाली जीवनदायिनी केन नदी का वजूद संकट में है। नदी के दोनों किनारों यानी पन्ना और छतरपुर जिले की सीमा में सक्रिय खनन माफिया सत्ता के संरक्षण में खुलेआम केन की रेत लूट रहे हैं। रेत खनन करने की होड़ में माफियाओं ने 50 किलोमीटर से अधिक लंबे इलाके में दैत्याकार मशीनों से केन नदी का सीना छलनी कर दिया है। केन नदी के वजूद पर मंडराते भयावह संकट की आहट इसके कछार के आसपास स्थित गांवों में सुनाई देने लगी है। नदी की धार के लगातार सिकुड़ने से चिंतित और आक्रोशित अजयगढ़ तहसील के ग्रामीणों द्वारा अवैध रेत खनन के खिलाफ आवाज़ उठाने पर अब जाकर पन्ना जिले के जिम्मेदार अधिकारियों की नींद टूटी है। शनिवार को दोपहर में राजस्व एवं पुलिस महकमे की संयुक्त टीम द्वारा जिले की भीना एवं चांदीपाठी रेत खदान पर छापामार कार्यवाही की गई।

माफिया की मशीनें और गुर्गे हो चुके थे फरार

चांदीपाठी में केन नदी किनारे अवैध रूप से निर्मित रेत माफिया के अस्थाई कैम्प (झोपड़ी) में डीजल से भरे मिले ड्रमों को जब्त किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संयुक्त कलेक्टर कुशल सिंह गौतम और एसडीओपी राजीव सिंह भदौरिया की अगुवाई में भारी पुलिस बल के साथ राजस्व विभाग की टीम ने शनिवार 30 मार्च को दोपहर में करीब 1 बजे अजयगढ़ तहसील क्षेत्र की भीना रेत खदान और चांदीपाठी रेत खदान पर छापामार करवाई की गई। लेकिन प्रशासन की इस कार्यवाही की भनक रेत माफियाओं को पहले ही लग चुकी थी। इसलिए समय रहते खनन में उपयोग होने वाली दर्जन भर से अधिक पोकलेन मशीनों, लिफ्टर को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया था। रेत माफिया के गुर्गों की फ़ौज भी धरपकड़ की कार्यवाही से बचने के लिए फरार हो चुकी थी। प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंच कर अवैध रेत खदानों का जायजा लिया। जहां केन नदी के प्रवाह को बाधित कर बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित मशीनों से अवैध रेत खनन होना पाया गया।
अवैध रूप से भंडरित डीजल के ड्रमों को जब्त करके सुरक्षित स्थान पर रखवाने के लिए पुलिस चौकी चंदौरा ले जाया गया।
पन्ना जिले की उत्तर प्रदेश से लगी सीमा के नजदीक स्थित भीना एवं चाँदीपाठी रेत खदान को पिछले कई माह से पूर्णतः अवैध तरीके से संचालित कर रहे माफियाओं ने नदी किनारे अपने अस्थाई कैम्प बना रखे थे। प्रशासन की टीम ने इन अस्थाई कैम्प को तुड़वा दिया। एक कैम्प (झोपड़ी) में रखे डीजल से भरे तकरीबन दर्जन भर ड्रम जब्त कर लिए। ड्रमों में अवैध रूप से भंडारित 2850 लीटर डीजल को सुरक्षा की दृष्टि से नजदीकी पुलिस चौकी में रखवाया गया। जब्त डीजल की अनुमानित कीमत 2 लाख 65 हजार रूपए बताई जा रही है।

संयुक्त दल में खनिज महकमे को नहीं किया शामिल

रेत का परिवहन करने वाले ट्रकों-डंपरों की केन नदी तक आवाजाही के लिए रेत माफिया के द्वारा बनवाए गए अवैध रास्ते पर बुलडोजर चलवाकर आवागमन अवरुद्ध किया।
खनन माफियाओं द्वारा केन नदी के पानी के अंदर से अच्छी क्वॉलिटी की रेत को मशीनों से निकालने के लिए नदी के प्रवाह को जगह-जगह बाधित कर रखा था। हैवी ट्रकों-डंपरों में रेत लोड करने के लिए बगैर किसी वैधानिक अनुमति के अस्थाई मार्ग व पुल बनवाए थे। प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापामार कार्यवाही के दौरान अस्थाई मार्ग सहित दो अवैध पुलों को बुलडोजर चलवाकर तोड़ दिया।
रेत माफिया के द्वारा केन नदी का प्रवाह बाधित करके अवैध रूप से बनाए गए पुल को बुलडोजर से तुड़वाया गया।
बता दें कि, अवैध रेत खदानों के विरुद्ध कार्यवाही में राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम में खनिज विभाग का कोई भी अधिकारी-कर्मचारी शामिल नहीं था। यह महज संयोग है या फिर कोई नया प्रयोग है, इसका जवाब तो कार्यवाही हेतु निर्देश देने तथा संयुक्त दल गठित करने वाले जिले के शीर्ष अधिकारी ही दे सकते हैं। आमचर्चा की बात करें तो, रेत की लूट की अघोषित छूट देने के एवज में माफियाओं से खनिज विभाग का अमला काफी लंबे समय से सीधे तौर पर उपकृत हो रहा है। पन्ना जिले खनिज के महकमे की खनन माफियाओं से जगजाहिर मिलीभगत के मद्देनजर पूरी कार्यवाही से जानबूझकर सबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को दूर ही रखा गया।
नदी किनारे अवैध रूप से डंप मिली 600 घनमीटर रेत
कार्यवाही में शामिल रहे नायब तहसीलदार अजयगढ़ खेमचन्द्र यादव बताया कि अवैध केन नदी से अवैध खनन कर निकाली गई करीब 600 घनमीटर रेत आसपास भंडारित पाई गई। जिसे जब्त करके ग्राम पंचायत व चंदौरा चौकी पुलिस की सुपुर्दगी में दिया गया। जब्तशुदा रेत मौके पर ही रखी है। फिलहाल जब्तशुदा रेत का सुरक्षित स्थान पर भंडारण नहीं कराया है। अवैध रेत खदानों के विरुद्ध छापामार कार्यवाही में संयुक्त कलेक्टर कुशल सिंह गौतम, एसडीओपी राजीव सिंह भदौरिया, थाना प्रभारी अजयगढ़ बखत सिंह, तहसीलदार सुरेन्द्र अहिरवार, नायब तहसीलदार खेमचन्द्र यादव एवं पुलिस बल सहित राजस्व विभाग के कर्मचारी शामिल थे।