सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर महाविद्यालय के कर्मचारी ने दी जान, सुसाइड नोट में लिखा “मुझे आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया, ये तीनों लोग हैं मेरी मौत के जवाबदार”

0
1132
घटनास्थल पर पंचनामा कार्रवाई करते हुए कोतवाली थाना के पुलिसकर्मी।
  •  सुसाइड नोट में लिखे प्रताड़ित करने वालों के नाम व मोबाईल नंबर
  •  पुलिस ने उजागर नहीं किये सूदखोरों के नाम, घटना पर मर्ग कायम कर शुरू की जांच

पन्ना। (www.radarnews.in) मनमाने ब्याज़ पर कर्ज देने वाले सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर पन्ना के छत्रसाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी। मृत कर्मचारी हरिश्चन्द्र अहिरवार पिता सरजू अहिरवार उम्र 50 वर्ष की जेब से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने कथित तौर पर प्रताड़ित करने वाले तीन सूदखोरों के नाम, मोबाइल नम्बर और आत्महत्या करने की वजह का स्पष्ट उल्लेख करने के साथ-साथ सूदखोरों के संबंध कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए हैं। पन्ना कोतवाली थाना पुलिस ने सुसाइड नोट को जब्त कर घटना पर मर्ग कायम करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार 01 नवंबर की सुबह शहर की पन्ना की मदार टेकरी में फूला माता मंदिर के समीप स्थित पेड़ पर बंधे फांसी के फंदे पर एक शव लटकता हुआ मिला। जिसकी शिनाख्त छत्रसाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पन्ना के कर्मचारी हरिश्चन्द्र अहिरवार पिता सरजू अहिरवार उम्र 50 वर्ष निवासी बिजावर जिला छतरपुर, हाल निवासी गुल्लायंची मोहल्ला पन्ना के रूप में हुई। मृतक हरिशचन्द्र के कपड़ों से पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है।
अपुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुसाइड नोट में 31 अक्टूबर 2020 की दिनांक दर्ज है। हरिशन्द्र ने इसमें उन तीन व्यक्तियों के नाम और मोबाइल नंबर लिखें जिनसे उसने ब्याज़ पर रुपए उधार लिए थे। साथ ही रुपयों के लेन-देन के हिसाब-किताब का भी उल्लेख किया है। चर्चा है कि उक्त तीनों व्यक्तियों ने ब्याज पर उधार रुपए देने से पूर्व हरिश्चन्द्र से उसकी कई खाली चेकें हस्ताक्षर कराकर अपने पास रख ली थीं। काफी पहले ब्याज़ समेत कर्ज की अदायगी करने के बाबजूद सूदखोर बैंक में चेक लगाने की धमकी देकर उसे मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। परिणामस्वरूप रोज-रोज की इस ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर हरिश्चन्द्र आत्महत्या करने को मजबूर हो गया।

सुसाइड नोट में क्या लिखा है ?

शव को पोस्टमार्टम के लिए ऑटो रिक्शा से ले जाते हुए पुलिसकर्मी एवं मृतक के परिजन।
हरिशन्द्र अहिरवार के सुसाइड नोट के कुछ महत्पूर्ण अंश के संबंध में सूत्रों से जानकारी मिली है, लेकिन स्वतंत्र रूप इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। हरिश्चन्द्र के हस्ताक्षर वाले सुसाइड नोट में कथित तौर पर लिखा है- “जबकि इन तीनों व्यक्तियों के रुपए चुकता कर चुका हूँ। मुझे आत्महत्या करने में मजबूर किया है, इन्होंने चेक लगाने से धमकाया है। मेरी मौत के तीनों लोग जवाबदार हैं। इन तीनों व्यक्तियों के पास एक अटैची भरकर चेक रखी हुई हैं।” इसके अलावा उसने यह भी बताया है कि- “ऐसे कई कर्मचारी हैं जो आत्महत्या करने को मजबूर हो जायेंगे। सनद रहे वक्त पर काम आवे।” वहीं मृतक के युवा पुत्र राहुल अहिरवार ने भी अपने पिता के कर्ज और सूदखोरों से परेशान होने की जानकारी पुलिस को दी है। कोतवाली थाना पन्ना पुलिस ने कॉलेज के कर्मचारी हरिश्चन्द्र अहिरवार 50 वर्ष की मौत पर पंचनामा कार्रवाई उपरान्त फिलहाल मर्ग कायम किया है। मृतक के कपड़ों में मिले सुसाइड नोट को जब्त कर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

जिले भर में सक्रिय है सूदखोर

उल्लेखनीय है कि पन्ना जिला मुख्यालय समेत आंचलिक क्षेत्रों में सक्रिय सूदखोर बिना किसी वैध लाइसेंस के मनमाने ब्याज जमकर कर्ज बांट रहे हैं। इनके कर्ज के कुचक्र में फंसकर सैंकड़ों लोग आर्थिक रूप से कंगाल हो चुके हैं या फिर अपनी चल-अचल सम्पत्ति गँवा चुके हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इनकी आए दिन की धमकियों से तंग आकर ख़ामोशी से मौत को गले लगा चुके हैं। सूदखोरी के इस धंधे में दबंग, आपराधिक तत्व अथवा पहुंच वाले लोग शामिल हैं। परिणामस्वरूप इनसे जरूरत पर उधार रुपए लेने वाले लोग इनके खिलाफ मुँह खोलने से भी डरते हैं। अपवाद स्वरूप कभी-कभार इनकी ज्यादती/प्रताड़ना से जुड़ा कोई प्रकरण सामने आता भी है तो वह ऐनकेन-प्रकारेण रफादफा हो जाता है। इसलिए आने वाले दिनों में यह देखना काफी महत्वपूर्ण होगा कि हरिश्चन्द्र की मौत के लिए जिम्मेदार सूदखोरों के खिलाफ पन्ना पुलिस क्या कार्रवाई करती है और कब तक करती है।

इनका कहना है –

“मृतक हरिश्चन्द्र के पास से मिले सुसाइड नोट में तीन व्यक्तियों के नाम व मोबाइल नंबर दर्ज हैं। जिनसे उसने कर्ज लिया था। मामले की गहन जाँच कर सच्चाई को सामने लाया जाएगा। जांच में यदि कोई दोषी पाया गया तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।”

– अरुण सोनी, निरीक्षक एवं प्रभारी, थाना कोतवाली, पन्ना।