- सुसाइड नोट में लिखे प्रताड़ित करने वालों के नाम व मोबाईल नंबर
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पुलिस ने उजागर नहीं किये सूदखोरों के नाम, घटना पर मर्ग कायम कर शुरू की जांच
पन्ना। (www.radarnews.in) मनमाने ब्याज़ पर कर्ज देने वाले सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर पन्ना के छत्रसाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी। मृत कर्मचारी हरिश्चन्द्र अहिरवार पिता सरजू अहिरवार उम्र 50 वर्ष की जेब से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने कथित तौर पर प्रताड़ित करने वाले तीन सूदखोरों के नाम, मोबाइल नम्बर और आत्महत्या करने की वजह का स्पष्ट उल्लेख करने के साथ-साथ सूदखोरों के संबंध कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए हैं। पन्ना कोतवाली थाना पुलिस ने सुसाइड नोट को जब्त कर घटना पर मर्ग कायम करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार 01 नवंबर की सुबह शहर की पन्ना की मदार टेकरी में फूला माता मंदिर के समीप स्थित पेड़ पर बंधे फांसी के फंदे पर एक शव लटकता हुआ मिला। जिसकी शिनाख्त छत्रसाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पन्ना के कर्मचारी हरिश्चन्द्र अहिरवार पिता सरजू अहिरवार उम्र 50 वर्ष निवासी बिजावर जिला छतरपुर, हाल निवासी गुल्लायंची मोहल्ला पन्ना के रूप में हुई। मृतक हरिशचन्द्र के कपड़ों से पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है।
अपुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुसाइड नोट में 31 अक्टूबर 2020 की दिनांक दर्ज है। हरिशन्द्र ने इसमें उन तीन व्यक्तियों के नाम और मोबाइल नंबर लिखें जिनसे उसने ब्याज़ पर रुपए उधार लिए थे। साथ ही रुपयों के लेन-देन के हिसाब-किताब का भी उल्लेख किया है। चर्चा है कि उक्त तीनों व्यक्तियों ने ब्याज पर उधार रुपए देने से पूर्व हरिश्चन्द्र से उसकी कई खाली चेकें हस्ताक्षर कराकर अपने पास रख ली थीं। काफी पहले ब्याज़ समेत कर्ज की अदायगी करने के बाबजूद सूदखोर बैंक में चेक लगाने की धमकी देकर उसे मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। परिणामस्वरूप रोज-रोज की इस ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर हरिश्चन्द्र आत्महत्या करने को मजबूर हो गया।
सुसाइड नोट में क्या लिखा है ?
