कोविड केयर सेण्टर स्थापित : बिस्तरों की संख्या के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटा प्रशासन

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कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मरीजों को संस्थागत आइसोलेशन की सुविधा प्रदान करने जिले में बनाए गए कोविड केयर सेंटर का फोटो।

*  लॉकडाउन में कोरोना नियंत्रण हेतु किए जा रहे आवश्यक उपाए : कलेक्टर संजय कुमार

प्रतिदिन कोविड टेस्ट 400 की जगह अब 600 होंगे, ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ज्यादा तीव्र और घातक साबित हो रही है। पूरी तरह से सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर निर्भर मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में लगातार तेजी संक्रमितों की तादाद बढ़ने के कारण जिला चिकित्सालय समेत आंचलिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज पहुँच रहे हैं। जिससे बिस्तर कम पड़ने लगे थे और आईसीयू में भी बेड फुल हो रहे थे। कोरोना के कहर से उत्पन्न इन चुनौतियों से निपटने तथा भयावह होते हालात का बेहतर तरीके से सामना करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा इन दिनों युद्ध स्तर पर आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।
पन्ना में बाईपास मार्ग किनारे स्थित स्टेट बैंक का प्रशिक्षण केन्द्र जहां कोविड केयर सेंटर स्थापित किया गया।
पन्ना जिला मुख्यालय में अजयगढ़-छतरपुर बाइपास मार्ग किनारे स्थित छात्रावास भवन एवं भारतीय स्टेट बैंक के ट्रेनिंग सेंटर में कोविड केयर सेंटर (सीसीसी) स्थापित किए जा चुके हैं, जिनमें कोविड के मरीजों के लिए अब 500 बिस्तर उपलब्ध हैं। इसके आलावा विशेष परिस्थितियों के लिए पन्ना में ही अन्य भवनों को चिन्हित कर उनका अधिग्रहण भी कोविड केयर सेंटर बनाने के मकसद से किया गया है। जिले में 15 अप्रैल से 22 तक के लिए लगाए गए दूसरे लॉकडाउन का पूर्ण उपयोग प्रशासन के द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने एवं व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए किया जा रहा है। इस काम में जिले के जनप्रतिनिधियों का प्रशासन को भरपूर सहयोग मिल रहा है।

बिस्तर और ऑक्सीज़न की पर्याप्त उपलब्धता

संजय कुमार मिश्र, कलेक्टर, पन्ना।
पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने मोबाइल पर हुई अनौपचारिक बातचीत “रडार न्यूज़” को जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक मरीज को बेहतर उपचार एवं सेवाएं प्रदान करने की दिशा में पूरी गंभीरता के साथ हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रतिदिन मिलने वाले नए संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को दृष्टिगत रखते हुए जिला मुख्यालय में कोविड केयर सेंटर स्थापित कर 500 बिस्तर बढ़ाए गए हैं। इसके अलावा सभी तहसील मुख्यालयों में भी 100-100 बिस्तर के कोविड केयर सेंटर स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है। इन सीसीसी (कोविड केयर सेंटर) में ऐसे मरीजों को रखा जाएगा जिनके घर पर होम आइसोलेशन के लिए जगह नहीं है। यहां मरीजों के लिए दवा, चाय, नाश्ता, भोजन आदि की व्यवस्था रहेगी।
आपने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर राज्य शासन-जिला प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। वर्तमान में पन्ना जिले में ऑक्सीज़न की पर्याप्त मात्रा उपलब्धता बनी है। जिले के औद्योगिक क्षेत्र पुरैना में स्थित ऑक्सीज़न बनाने वाली फैक्ट्री को चालू करवाकर प्राथमिकता के साथ पन्ना जिले में कृतिम ऑक्सीज़न की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है। इसके अलावा अतिरिक्त ऑक्सीजन की सप्लाई इस फैक्ट्री के द्वारा सागर संभाग के अन्य सभी जिलों में की जा रही है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीज़न की उपलब्धता को लेकर फ़िलहाल हम निश्चिंत हैं।
पन्ना के फीवर क्लीनिक में कोविड की जांच कराने के लिए जिला चिकित्सालय के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लाइन में लगे लोग।
वहीं कोरोना संक्रमण की जांच कराने के लिए पन्ना समेत आंचलिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जुटने वाली भीड़ को कम कर स्थिति को सामान्य बनाने के लिए रोजाना होने वाले 400 टेस्ट को बढ़ाकर 600 किया जा रहा है। इसके अलावा टेस्ट के लिए सैम्पल देने की समयावधि अभी तक सुबह 9 से शाम 4 बजे तक थी जिसे बढ़ाकर अब सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक किया जा रहा है। कलेक्टर श्री मिश्र ने बताया कि कोरोना के आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए सैम्पल देने वालों की जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द प्राप्त हो सके इसके लिए मेडिकल कॉलिज सागर के प्रबंधन से सार्थक बातचीत हुई है। उम्मीद है मरीजों की जांच रिपोर्ट अब पहले से कहीं अधिक जल्दी प्राप्त होगी। उल्लेखनीय है कि, फिलहाल रैपिड एन्टीजन टेस्ट किट आवश्यकता अनुरूप उपलब्ध न हो पाने के कारण आरटी-पीसीआर टेस्ट ही अधिक कराए जा रहे हैं। स्वास्थ्य केन्द्रों पर गंभीर हालत में पहुँचने वाले मरीजों को 24 घण्टे तत्काल इमरजेंसी जांच की सुविधा प्रदान करने के लिए रैपिड एंटीजिन टेस्ट किट को सुरक्षित किया गया है।

टेस्टिंग-ट्रेसिंग-ट्रीटमेंट पर पूरा जोर

सांकेतिक फोटो।
पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने एक सवाल के जबाव में बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की प्रभावी रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग-सतर्क और संवेदनशील है। कोरोना से जारी जंग में नागरिकों का भी आपेक्षित सहयोग प्राप्त हो रहा है, मुझे विश्वास है कि ईमानदार सामूहिक प्रयासों से हम यह लड़ाई अवश्य ही जीतेंगे। फिलहाल कोरोना की तेजी से बढ़ती रफ़्तार को काबू करने के लिए टेस्टिंग-ट्रेसिंग-ट्रीटमेंट पर पूरा फोकस किया जा रहा है। कोरोना जांच के लिए सैम्पल देने वाले व्यक्ति की जब तक रिपोर्ट नहीं आती है तब तक उसे फीवर क्लीनिक से दी गई दवाओं को लेकर घर पर आइसोलेट रहने हिदायत दी जाती है। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने की स्थिति में फीवर क्लीनिक अथवा कोविड कंट्रोल एवं कमाण्ड सेंटर के माध्यम से दवाईयाँ उपलब्ध कराई जा रहीं है।
कोविड-19 के बढ़ते हुए संक्रमण से बचाव हेतु लोगों को अनावश्यक रूप से अस्पताल न आने की सलाह दी जा रही है। इसके अतिरिक्त ऐसे संदिग्ध व्यक्ति जिनको लगातार 108 टेम्परेचर बुखार, सांस लेने में तकलीफ हो, दवाई लेने के बाद भी सुधार न हो एवं SPO2 जांच 94 से कम होने पर उसको डीसीएच लाया जा सकता है। जहां पर तत्काल एंटीजिन किट से कोविड जांच की सुविधा 24Χ7 घण्टे उपलब्ध है। जांच उपरान्त संदिग्ध मरीज को आवश्यकता अनुसार भर्ती करके उपचार की सुविधा दी जाएगी। कलेक्टर संजय कुमार का कहना है कि गत वर्ष की तुलना में इस साल मरीजों की संख्या निश्चित ही बढ़ी है। मगर, राहत की बात है कि मृत्यु दर पहले से कम है। वे अपने इस दावे के समर्थन में कोविड के आंकड़ों का विश्लेषण करने की बात कहते हैं।

होम आईसोलेशन वाले मरीजों के लिए दवा की किट

सांकेतिक फोटो।
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के कहर से मरीजों की तीव्र गति से बढ़ती संख्या को देखते हुए आगामी कठिन समय में व्यवस्थाएं बनाए रखने के उद्देश्य से होम आइसोलेशन की व्यवस्था को इतना अधिक सुदृढ़ बनाया जा रहा है कि मरीजों को अस्पताल जाने की जरुरत ही न पड़े। होम आइसोलेट होने वाले मरीजों को दी जाने वाली आवश्यक दवाओं की किट बड़ी तादाद में जिले में तैयार कराई गईं है। दवाओं की डिलेवरी का व्यवस्थित प्लान भी बनाया गया है ताकि ग्रामीण अंचल में तत्परता से मरीज को दवा उपलब्ध हो सके। होम आइसोलेशन वाले मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी करने एवं उन्हें आवश्यक परामर्श देने का कार्य कोविड कंट्रोल एवं कमाण्ड सेंटर के द्वारा 24 घण्टे में दो बार वीडियो कॉल करके किया जा रहा है।
पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने बताया कि जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन और आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं। साथ ही इनकी लगातार आपूर्ती राज्य स्तर से हो रही है इसलिए किसी को भी घबराने या चिंता करने की जरुरत नहीं है। आपने लोगों से अपील की है कि कोरोना को हारने के लिए ईमानदारी से कोविड-19 के प्रोटोकाल्स का पालन करें लॉकडाउन अवधि में एवं उसके बाद भी अनावश्यक घरों से बाहर निकलें। कुछ समय के लिए विशेष सतर्कता-सावधानी बरतकर और धैर्य-संयम-अनुशासन का स्वमेव कड़ाई से पालन करके कोरोना के गंभीर होते संकट से बचाव किया जा सकता है।