पन्ना जिले में कोरोना महामारी का खतरा बढ़ा, एक दिन में 7 नए पॉजिटिव मरीज़ मिलने से हड़कम्प, कंटेनमेंट जोन बरबसपुरा ग्राम में एक ही परिवार के 5 व्यक्ति निकले संक्रमित

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पन्ना जिले के बरबसपुरा ग्राम में 25 मई को पहला कोरोना मरीज मिलने के बाद ग्रामीणों की स्क्रीनिंग करने पहुंचीं स्वास्थ्य विभाग की आरआरटी टीमें। (फाइल फोटो)

* शहर के धाम मोहल्ला और श्यामगिरी गाँव के दो युवकों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

* पूर्व संक्रमित युवा श्रमिक के साथ दिल्ली से लौटे थे बरबसपुरा के पाँचों नए मरीज

* जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 11, केस बढ़ने से चिंतित और भयभीत हैं आमलोग

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के बुंदेलखण्ड अंचल के पन्ना जिले में प्रवासियों की वापसी के बीच कोरोना संक्रमित केस की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को जिले में सात नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। देर रात्रि आई इस खबर की अधिकारिक तौर पर पुष्टि होते ही जिले में हड़कम्प मच गया। सोशल मीडिया पर इस खबर के वायरल होने से कोरोना संक्रमण के प्रसार की आशंका से घिरे लोगों की चिंता और घबराहट अचानक काफी बढ़ गई है। एक ही दिन में आधा दर्जन से अधिक नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने और अब तक कोरोना से अछूते रहे पन्ना शहर में इस खतरनाक संक्रमण की दस्तक को अधिकांश लोग निकट भविष्य में आने वाले गंभीर संकट की आहट के रूप में देख रहे हैं। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर अब 11 हो गई है।
पन्ना के धाम मोहल्ला में मिले कोरोना पॉजिटिव मरीज के घर पहुंचकर उसकी ट्रेवल हिस्ट्री एवं सम्पर्क में आए लोगों की जानकारी जुटाते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी।
आज मिले 7 नए पॉजिटिव में सर्वाधिक 5 मरीज पन्ना जनपद क्षेत्र के पूर्व घोषित कंटेनमेंट जोन बरबसपुरा ग्राम के एक ही परिवार के सदस्य बताये जा रहे हैं। ये सभी व्यक्ति पूर्व में कोरोना पॉजिटिव पाए गए इसी गांव के प्रवासी युवा श्रमिक के प्रथम सम्पर्क में आने की वजह से चिन्हित हुए थे। और दिल्ली से उसी के साथ वापस लौटे थे। इसके अलावा पन्ना शहर के धाम मोहल्ला तथा शाहनगर विकासखण्ड के दूरस्थ पठारी इलाके के ग्राम श्यामगिरी निवासी दो प्रवासी नवयुवक संक्रमित पाए गए। इनकी ट्रेवल हिस्ट्री से पता चला है कि दोनों ही पिछले दिनों गुजरात से वापस लौटे थे।
सांकेतिक फोटो।
पन्ना जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल. के. तिवारी की ओर से शुक्रवार 29 मई को देर रात्रि 11:55 बजे जारी कोरोना ब्रीफिंग में बताया गया कि दिनांक 26 एवं 27 मई को सागर मेडिकल कॉलिज स्थित लैब में कोरोना जांच हेतु 32 सैम्पल भेजे गए थे। जिनमें 25 निगेटिव एवं 07 की रिपोर्ट पॉजिटव आई है। कोरोना संक्रमित सभी नए मरीजों को लक्षण एवं सम्पर्क के आधार पर कोविड केयर सेंटर में पूर्व से ही रखा गया था, जिन्हें अब बेहतर इलाज हेतु जिला चिकित्सालय पन्ना के कोविड वार्ड में शिफ्ट किये जाने की चर्चा है।
शुक्रवार-शनिवार की देर रात जिला चिकित्सालय में सीएमएचओ डॉ. एल. के. तिवारी और सिविल सर्जन डॉ. आर. एस. त्रिपाठी से चर्चा करते हुए पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा।
इस बीच देर रात्रि में पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जिला चिकित्सालय पहुंचकर कोविड वार्ड की व्यवस्थाओं, वहां भर्ती मरीजों के सम्बंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल. के. तिवारी और सिविल सर्जन डॉ. आर. एस. त्रिपाठी से जानकारी प्राप्त की गई। इसके पूर्व शाम के समय पन्ना शहर के धाम मोहल्ला (पुरबयाना) तथा पठारी ग्राम श्यामगिरी को सील करके कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया। उल्लेखनीय है कि पन्ना जिला चिकित्सालय के कोविड वार्ड में पूर्व से कोरोना पॉजिटव दो मरीजों का इलाज जारी है। इनमें एक 44 वर्षीय मरीज गुनौर विकासखंड के ग्राम बिलघाड़ी का निवासी है जबकि दूसरा 24 वर्षीय प्रवासी श्रमिक पन्ना जनपद के ग्राम बरबसपुरा का रहने वाला है। ये दोनों ही मरीज कोरोना हॉटस्पॉट बनी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से अलग-अलग तारीखों में वापस लौटे थे।

बरबसपुरा गाँव बना हॉटस्पॉट ?

पन्ना जिले में कोरोना के संक्रमित जितने भी मरीज अब तक मिले हैं उनमें एक समानता है कि वे सभी प्रवासी हैं। और देश में कोरोना के हॉटस्पॉट बने इलाकों से वापस लौटे हैं। इससे साफ़ जाहिर है कि जिले में कोरोना संक्रमण प्रवासियों की वजह से फ़ैल रहा है। मार्च के महीने पहला देशव्यापी लॉकडाउन घोषित होने के बाद बाहर फंसे रहे करीब 40 हजार लोग अब तक जिले में वापस आये हैं। इनमें बड़ी तादाद सर्वाधिक संक्रमण वाले इलाकों से लौटने वाले गरीब श्रमिकों की है। इसलिए जिले में प्रवासियों के माध्यम से कोविड-19 संक्रमण के फैलने का खतरा और आशंका बनीं है। इसकी बानगी ग्राम बरबसपुरा में देखने को मिली है। इस छोटे से गांव के पांच व्यक्तियों की रिपोर्ट आज एक साथ पॉजिटिव आने से हर कोई हैरान है। ये सभी लोग 25 मई को कोरोना जाँच में संक्रमित पाए गए बरबसपुरा गांव के ही 24 वर्षीय युवक के प्रथम सम्पर्क में आने वाले व्यक्ति के रूप में चिन्हित हुए थे।
पन्ना शहर के धाम मोहल्ला में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद गाँधी चौक में बैरिकेटिंग कर पुलिस ने महेन्द्र भवन एवं आगरा मोहल्ला की ओर वाले रास्तों को सील कर दिया।
अपुष्ट सूत्रों से पता चला है कि दिल्ली से ग्रुप में 22 मई को पन्ना लौटे बरबसपुरा गांव के 24 वर्षीय युवक की जानकारी आरोग्य सेतु एप्प के जरिये मिलने पर 23 मई को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा इसका सैम्पल लिया गया था। संदेह के आधार युवा श्रमिक को पन्ना के कोविड सेंटर पुराना पन्ना में आइसोलेट किया गया था। सोमवार 25 मई को उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा इसके प्रथम सम्पर्क में आये गांव एवं परिवार के 18 लोगों के सैम्पल लेकर उन्हें भी पन्ना में ही आइसोलेट किया गया। इनमें से 5 व्यक्तियों की रिपोर्ट आज एक साथ पॉजिटिव आने के बाद से लोगों की चिंता कोरोना महामारी को लेकर अचानक काफी बढ़ गई है। बरसपुरा के कोरोना संक्रमित नए मरीजों में एक मात्र वृद्ध शेष चार युवा हैं। अब इनके प्रथम एवं दिव्तीय सम्पर्क में आने वालों की जानकारी जुटाकर संदेह एवं लक्षण के आधार पर उनके सैम्पल जांच हेतु लिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग के अंदरखाने यह आम चर्चा है कि पूर्व घोषित कंटेनमेंट जोन बरसपुरा में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।

पन्ना के धाम मोहल्ला में लगा कर्फ्यू

पन्ना के धाम मोहल्ला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद की ओर जाने वाले मार्गों की बैरिकेटिंग कर पुलिस ने उन्हें बंद कर दिया। (फोटो- मनीष सारस्वत)
पन्ना शहर के धाम मोहल्ला निवासी एक 19 वर्षीय युवक की कोरोना जांच रिपोर्ट शुक्रवार शाम को पॉजिटिव आने की जानकारी मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस एवं प्रशासन की टीमों ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए धाम मोहल्ला के पुरबयाना वाले इलाके और आगरा मोहल्ला से सटे सीमावर्ती क्षेत्र को सील कर कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर दिया है। वहीं पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने देर रात्रि में धाम मोहल्ला में आगामी आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया है। कलेक्टर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर स्वयं इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद उसका उपचार शुरू हो चुका है। पन्ना के धाम मोहल्ले को अब कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया जा रहा है, इसका अर्थ होगा की धाम मोहल्ले में एक प्रकार से आगामी आदेश तक कर्फ्यू लगाया गया है।

इन बातों का रखें विशेष ध्यान

पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा।
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि कंटेनमेंट क्षेत्र में अब कोई भी व्यक्ति बिना प्रशासन की अनुमति के अपने घर से बाहर नहीं निकलेगा। न ही कोई इस क्षेत्र मे प्रवेश करेगा। अपने पड़ोसी से भी भौतिक रूप से संपर्क नहीं करेगा। छत पर भी भीड़ इकट्ठी नहीं कर सकेंगे। कंटेनमेंट क्षेत्र में यदि किसी को स्वास्थ्य सम्बंधी कोई तकलीफ या किसी भी प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी होती है तो तत्काल प्रशासन, डॉक्टर या वहाँ पर ड्यूटी करने वाले लोगो को अवगत कराएं ताकि उसका उपचार समय पर किया जा सके। घर-घर जांच करने आने वाले डॉक्टर एवं कर्मचारियों से सहयोग कर सही-सही जानकारी उपलब्ध करानी होगी। कंटेनमेंट क्षेत्र में अत्यावश्यक वस्तु जैसे-दूध, सब्जी, और राशन की सामग्री की होम डिलीवरी के रूप में व्यवस्था बनाई जाएगी। एसडीएम पन्ना इसके लिए प्रथक से मोबाइल नंबर जारी करेंगे। कलेक्टर श्री शर्मा ने जिले के समस्त नागरिकों से अपील की है कि कोरोना से बचाव के लिए जरुरी है कि अत्यावश्यक काम होने पर ही घर से बाहर निकलें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें एवं मुंह पर कपड़ा या मास्क अनिवार्यत लगाएं हाथ लगातार धोते रहें। कलेक्टर ने इन बातों एवं लॉकडाउन का उल्लघंन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की करने की चेतावनी दी है।

इनका कहना है –

डॉ. एल. के. तिवारी, सीएमएचओ पन्ना।
“सागर स्थित लैब में कोरोना जांच हेतु 26 एवं 27 को कुल 32 सैम्पल भेजे गए जिनकी रिपोर्ट शुक्रवार को दो भागों में प्राप्त हुई। शाम 5 बजे पन्ना के धाम मोहल्ला एवं श्यामगिरी में 2 नए कोरोना मरीज मिले। इसके पश्चात रात्रि में 10:30 बजे आई दूसरी रिपोर्ट के आधार पर बरबसपुरा ग्राम के 5 और लोग पॉजिटिव पाए गए। ये पाँचों लोग पूर्व में बरबसपुरा के पॉजिटिव आये व्यक्ति के ही प्राथमिक संपर्क के चिन्हित व्यक्ति है, जो उसके साथ आये थे। इस तरह शुक्रवार 29 मई को कुल 32 सैम्पल में से 25 निगेटिव एवं 7 सैम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।”

डॉ. एल. के. तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना।