पवई में कांग्रेस का हाथ मुकेश के साथ, गुनौर में जीवन लाल पर जताया भरोसा

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सांकेतिक फोटो।

*    क्षेत्रीय प्रत्याशी की मांग कर रहे क्षेत्रीय संघर्ष समिति पवई के नेताओं को लगा तगड़ा झटका

*    बसपा से कांग्रेस में आए जीवन लाल का नाम घोषित होने के बाद गुनौर में बढ़ी हलचल

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in ) कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव-2023 के लिए उम्मीदवारों की बहुप्रतीक्षित पहली सूची जारी कर दी है। रविवार को नवरात्रि के प्रथम दिन शुभ मुहूर्त पर जारी सूची में पार्टी ने अभी 230 सीटों में से 144 नामों पर मुहर लगाई है। जिसमें पन्ना जिले की तीन में से दो सीटों के उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। कांग्रेस ने जिले की चर्चित पवई सीट से पूर्व मंत्री मुकेश नायक को प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित गुनौर सीट से इंजीनियर जीवन लाल सिद्धार्थ को उम्मीदवार बनाया है। पवई में मुकेश नायक का भारी विरोध के बावजूद पार्टी नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताया है। इस फैसले से क्षेत्रीय संघर्ष समिति पवई से जुड़े कांग्रेस नेताओं को तगड़ा झटका लगा है।
दरअसल, क्षेत्रीय संघर्ष समिति के बैनर तले कांग्रेस नेताओं के एक गुट द्वारा पवई सीट से किसी भी क्षेत्रीय व्यक्ति को प्रत्याशी घोषित करने की मुहिम पिछले कुछ माह से जोर-शोर से चलाई जा रही थी। क्षेत्रीय कांग्रेस नेताओं के धड़े ने पवई के पूर्व विधायक मुकेश नायक को बाहरी बताते हुए उनके खिलाफ मुखरता के साथ मोर्चा खोल रखा था। हाल ही में जन आक्रोश यात्रा के दौरान क्षेत्रीय संघर्ष समिति पवई के कांग्रेसियों और मुकेश नायक गुट के बीच हिंसक टकराव भी देखने को मिला था। विरोध को दरकिनार कर मुकेश नायक के नाम पर मुहर लगने से उनके समर्थकों-शुभचिंतकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है। टिकिट मिलने को नायक समर्थक फिलहाल पहली बड़ी जीत के तौर पर देख रहे हैं। इनका अगला लक्ष्य अब बड़े अंतर से चुनावी जीत हांसिल करके यह साबित करना है कि पवई में मुकेश ही सबसे मजबूत हैं।

नायक का अब तक का राजनैतिक सफर

मालूम हो कि पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता मुकेश नायक की गिनती बुंदेलखंड अंचल में कांग्रेस के क़द्दावर ब्राह्मण नेता के रूप में होती है। न्यूज़ चैनलों पर होने वाली डिबेट में अपनी विद्वत्ता और वाकपटुता के चलते प्रभावी तरीके से कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखकर विपक्षियों को निरुत्तर करने वाले मुकेश नायक का अब तक राजनैतिक सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। पन्ना जिले की पवई सीट से दो बार 1993 एवं 2013 में विधायक चुने गए मुकेश दिग्विजय सिंह की सरकार (1993) में खेल युवा कल्याण तथा उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री रहे हैं। मुकेश नायक ने वर्ष 1978 मे महाविद्यालय के अध्यक्ष पद से अपनी राजनैतिक पारी का शानदार आगाज किया था। वर्ष 1982 में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के अध्यक्ष रहे। 1985 में दमोह विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गये। वर्ष 1991 मे युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। लंबे समय तक मध्य प्रदेश रेड क्रॉस सोसाइटी अध्यक्ष सहित अन्य पदों पर आसीन रहते जनसेवा करते रहे। वर्तमान में राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में कांग्रेस पार्टी की सेवा कर रहे मुकेश पूर्व में संगठन में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। उन्हें सत्ता और संगठन दोनों का अच्छा अनुभव है। बहुमुखी प्रतिभा और प्रभावशाली व्यक्तित्व के धनी मुकेश नायक की गिनती ख्याति प्राप्त कथावाचकों में होती है।

संघर्षशील जमीनी नेता हैं जीवन लाल