
* नगरीय विकास मंत्री ने भोपाल लिटरेचर एण्ड आर्ट फेस्टिवल में किया पुस्तकों का विमोचन
भोपाल। (www.radarnews.in) भारतीय संस्कृति, कला और इतिहास से संबंधित पुस्तकों की माँग पूरे विश्व में है। इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश को लीड लेना चाहिये क्योंकि मध्यप्रदेश में संस्कृति और कला की विविधता व्यापक रूप में विद्यमान है। चम्बल, निमाड़, महाकौशल और विंध्य क्षेत्र में संस्कृति और कला की विविधता व्यापक रूप से देखने को मिलती है। प्रदेश के नगरीय विकास और आवास मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने भारत भवन में हार्टलेण्ड स्टोरीज, भोपाल लिटरेचर एण्ड आर्ट फेस्टिवल के समापन कार्यक्रम में यह बात कही। श्री सिंह ने पर्यावरण, विज्ञान और रिश्ते-नाते श्रेणी में लिखी गई विभिन्न कहानियों के लेखकों को पुरस्कृत किया। उन्होंने अनेक पुस्तकों का विमोचन भी किया।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि पूरा विश्वास है कि इस फेस्टिवल का स्वरूप हर साल बढ़ता जायेगा। उन्होंने कहा कि अगले फेस्टिवल में प्रदेश की जनजातीय और धार्मिक कहानियों को भी बेहतर स्थान मिलेगा। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश माखनलाल चतुर्वेदी, राहत इंदौरी, हरिशंकर परसाई जैसी अनेक हस्तियों के लिये जाना जाता है।
‘अध्ययनशील बनिये”

मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि ‘अध्ययनशील बनिये” सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक ऐसी संस्था हो, जिसमें इस क्षेत्र में कार्य करने वाले विद्यार्थियों को बेहतर मार्गदर्शन मिल सके। श्री सिंह ने लेखकों की किताबों का जिक्र करते हुए खुले मन से उनकी प्रशंसा की।
श्री सिंह ने श्री वर्तुल सिंह की ‘भोपालनामा”, श्रेयांश दीक्षित की ‘व्हेन आई मेट माई सेल्फ”, डॉ. रीमा आहूजा की ‘प्री इन्डिपेंडेंस इण्डिया”, कु. ईशा वाश्यम दास की ‘मर्डर एट मूनलाइट कैफे एण्ड अदर स्टोरीज”, रघुराज राजेन्द्रम् की ‘थ्री एस एण्ड अवर हेल्थ” और बारह वर्ष की जुड़वा बहन भव्या और नव्या सिंह की ‘पोस्ट मिलेनियल टेल्स” पुस्तक का विमोचन किया।
प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया
