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रिहायशी इलाके में LPG सिलेण्डर भंडारित करने पर गैस एजेंसी प्रोपराइटर के विरूद्ध FIR

 कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ने सलेहा थाना में दर्ज कराई रिपोर्ट

पन्ना। आवासीय इलाके (रिहायशी क्षेत्र) के बीचों-बीच एलपीजी सिलेण्डर का अवैध रूप से भंडारण कर लोगों के जीवन को संकट में डालने के मामले में गुनौर स्थित जमराय इण्डेन ग्रामीण वितरक गैस एजेंसी के प्रोपराइटर के विरूद्ध कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने सलेहा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। यह कठोर कार्रवाई पन्ना कलेक्टर सुरेश कुमार के निर्देश पर की गई। पुलिस ने गैस एजेंसी के प्रोपराइटर रंगनाथ शर्मा के विरुद्ध गत दिवस धारा 173 बीएनएस के तहत अनावेदक के विरूद्ध द्रवरूप पेट्रोलियम गैस आपूर्ति और नियंत्रण आदेश 2000 की धारा 3(4), 4(ग), गैस सिलेण्डर नियम 2016 की धारा 44(ग), आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7, भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 287 तहत आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना लिया है। रंगनाथ शर्मा के विरुद्ध कलेक्टर कार्यालय द्वारा गत 10 मार्च को जारी पत्र के परिपालन में एफआईआर दर्ज कराई गई है। गैस एजेंसी के प्रोपराइटर ने रिहायसी बस्ती में 19 नग खाली एलपीजी सिलेण्डर एवं 97 नग भरे हुए सीलपैक एलपीजी गैस सिलेण्डर अवैध रूप से भंडारित किये हुए पाए गए थे।
इस संबंध में ग्राम पंचायत सलेहा से प्राप्त शिकायत की कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी द्वारा जांच की गई थी। इस दौरान रिहायशी बस्ती के बीचों बीच ग्राम सलेहा स्थित गैस एजेंसी कार्यालय के सामने खुले टीन शेड के नीचे एलपीजी सिलेण्डर का भण्डारण पाया गया। 1354.60 किलोग्राम एलपीजी गैस भरी पाई जाने पर नियमों के प्रावधान अनुसार एक स्थान पर एक समय में अधिकतम 100 किलोग्राम द्रवित पेट्रोलियम गैस से अधिक के भण्डारण नियम का उल्लंघन पाया गया।

निर्धारित राशि से अधिक की वसूली

जांच के दौरान उपभोक्ताओं द्वारा भी निर्धारित राशि 827.50 रूपए प्रति रिफिल के स्थान पर 850 रूपए की राशि प्राप्त करने के बारे में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को अवगत कराया गया। साथ ही गैस सिलेण्डर रिफिल की होम डिलेवरी न कर ग्राम पंचायत सलेहा स्थित कार्यालय के सामने से भरे हुए एलपीजी सिलेण्डरों की आपूर्ति करना भी पाया गया। उपभोक्ताओं ने गैस रिफिल मौके पर तौल कर नहीं देने तथा घनी आबादी के बीच से सिलेण्डर वितरित कर निवासरत जनसामान्य के जीवन को संकट में डालने के बारे में जानकारी दी गई। इस संबंध में आदेश के उल्लंघन व आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत दण्डनीय अपराध होने पर जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार गैस एजेंसी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है।

ठेकेदार के घर हुई चोरी के मामले में आया नया मोड़, चोरी गई बंदूक खेत की फेंसिंग में लटकी मिली

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना में ठेकेदार के घर हुई लाखों की चोरी के मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। पकड़े जाने के डर से अज्ञात चोर चुराई गई बंदूक व कारतूस को एक खेत की फेंसिंग में टांग गए। लेकिन नकदी रुपए, सोने-चांदी के आभूषण समेत अन्य सामान अपने साथ ले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस एवं फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाने के बाद बंदूक को बरामद कर लिया। चोरी की सनसनीखेज वारदात के 5 दिन बाद अज्ञात शातिर चोरों को गिरफ्तार करना तो दूर पुलिस अभी तक उनका सुराग नहीं लगा सकी। इस घटना ने बाद से ककरहटी चौकी क्षेत्र के वाशिंदे अत्यंत ही चिंतित और भयभीत है। दरअसल, लोगों को यह भय सता रहा है कि, शातिर चोर अपना अगला निशाना उन्हें बन सकते हैं। इस डर के कारण लोगों का दिन का चैन और रात की नींद गायब है।
जिले के देवेंद्रनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले देवरीगढ़ी ग्राम में शनिवार 5 अप्रैल 2025 की देर रात लगभग 1 से ढाई बजे के बीच अज्ञात चोर ठेकेदार जीतेन्द्र सिंह यादव के घर से नकदी रुपए, सोने-चांदी के गहने, लाइसेंसी राइफल मय छह कारतूस समेत कुल 15 लाख रुपए का सामान चुरा ले गए थे। चोरी की वारदात को देर रात अज्ञात बदमाशों ने जिस वक्त अंजाम दिया उस समय यादव परिवार के सदस्य अपने-अपने कमरों में गहरी नींद में सो रहे थे। महज डेढ़ घण्टे के अंदर अज्ञात बदमाश दो कमरों के ताले काटने के बाद अंदर रखी गोदरेज अलमारी का लॉक तोड़कर लगभग ढाई लाख रुपए नकद, सोने-चांदी के आभूषण, 315 बोर की लाइसेंसी राइफल, 3 सुटकेश और एक पेटी चुरा ले गए। लेकिन किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लग सकी। रात्रि में ढाई बजे ठेकेदार जीतेन्द्र सिंह के छोटे भाई अर्जेंद्र सिंह यादव जब टॉयलेट जाने के लिए उठे तो घर के दरवाजे खुले देखकर दंग रह गए थे। उन्होंने आवाज लगाकर परिवार के अन्य सदस्यों को जगाया और फिर तुरंत ही घटना की सूचना पुलिस को दी थी।
बंदूक से अज्ञात चोरों के फिंगर प्रिंट संकलित करने के लिए उसे सावधानीपूर्वक उठाते हुए फोरेंसिक टीम के सदस्य।
पुलिस चोरों की तलाश में जुटी ही थी कि इस बीच मामले में मंगलवार 8 अप्रैल की सुबह उस समय नया मोड़ आ गया जब देवरगढ़ी गांव के बाहर ककरहटी-देवेन्द्रनगर मार्ग किनारे स्थित जगत सिंह यादव के खेत की फेंसिंग में चोरी हुई बंदूक टंगी मिली। ठेकेदार जीतेन्द्र सिंह यादव ने मौके पर पहुंचकर पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में देवेंद्रनगर थाना प्रभारी, ककरहटी चौकी प्रभारी उप निरीक्षक रतिराम प्रजापति समेत पन्ना से फोरेंसिक टीम के सदस्य भी वहां पहुँच गए। माना जा रहा है कि पकड़े जाने के डर से अज्ञात चोर बंदूक छोड़ गए। फोरेंसिंक टीम ने स्थल से सावधानीपूर्वक फिंगर प्रिंट संकलित किए, डॉग स्कावड को स्थल निरीक्षण कराया गया साथ ही स्थल की वीडियोग्राफ़ी-फोटोग्राफी कर बंदूक को बरामद कर लिया।
ठेकेदार जीतेन्द्र सिंह ने बताया उनकी 315 बोर की लाइसेंसी बंदूक की मैगजीन में 3 कारतूस लोड थे और बट के कवर में 3 जिंदा कारतूस रखे थे। बंदूक की कीमत 2 लाख रुपए बताई जा रही है। लोगों का कहना है कि, अज्ञात चोर ज्यादा से ज्यादा कीमती सामान चुराने के चक्कर में ठेकेदार के घर से लाइसेंसी राइफल चुरा तो ले गए लेकिन पकड़े जाने के डर से उसे छोड़ गए। इसके पूर्व पुलिस ने ठेकदार के घर से चोरी हुए 3 सूटकेश व एक पेटी को घटना के चंद घंटे बाद नजदीक स्थित खेतों से बरामद किया था। सूटकेश व पेटी खाली थे और कुछ सामान जमीन पर बिखरा पड़ा था।

इनका कहना है-

‘साइबर सेल मदद से अज्ञात चोरों का सुराग लगाने के प्रयास जारी हैं साथ ही संदेही व्यक्तियों और पुराने चोरों से पूंछतांछ की जा रही है। चोरी के खुलासे के लिए हमारे प्रयास लगातार जारी है। मुखबिर तंत्र भी इस दिशा में पूरी तरह सक्रिय है। उम्मीद है हमें जल्द ही कामयाबी मिलेगी।’

– हरवचन कुड़ासे, थाना प्रभारी देवेन्द्रनगर।

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ठेकेदार के घर से नकदी, गहने और लाइसेंसी राइफल समेत 15 लाख की चोरी

 

 

कौमी एकता: हिन्दू-मुस्लिम भाइयों ने एक साथ मनाया ईद एवं नवरात्रि मिलन समारोह

 भाईचारे को मजबूत बनाने गणमान्य नागरिकों एवं युवाओं ने की अनूठी पहल

अजयगढ़।(www.radarnews.in) देश में तेजी से बढ़ते सांप्रदायिक ध्रुर्वीकरण एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति नफरत के सुनियोजित प्रसार के बीच दोनों तरफ बहुत से ऐसे लोग हैं जोकि ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ को बचाने के लिए अपने स्तर पर हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इनकी कोशिशों का ही शायद यह नतीजा है कि तमाम हमले झेलने के बाद भी भाईचारे की मजबूत डोर टूटती ही नहीं है। समाज में कौमी एकता अर्थात विभिन्न धार्मिक समुदाय के लोगों के बीच बंधुत्व की भावना को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से पन्ना जिले के अजयगढ़ क़स्बा में अनूठी पहल करते हुए ईद एवं चैत्र नवरात्र मिलन समारोह संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सभी धर्मों के गणमान्य नागरिक, प्रशासनिक अधिकारी एवं युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस मौके पर सभी के द्वारा अनेकता में समाहित देश की एकता, अखंडता, कौमी एकता को हर हाल में अक्षुण्य बनाए रखने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की गई।
अजयगढ़ के रेस्ट हाउस में शनिवार 5 अप्रैल 2025 को आयोजित ईद एवं नवरात्र मिलन समारोह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है। सामाजिक सौहार्द-सद्भाव को बढ़ाने वाली इस अभिनव पहल की अनेक लोग खुलकर सराहना कर रहे हैं। आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम सभी ने अपना परिचय दिया। तदुपरांत अतिथियों का पुष्प माला से स्वागत किया गया। इस अवसर पर नगर के वरिष्ठ समाजसेवी श्रीराम पाठक ने हिंदू-मुस्लिम एकता एवं भाईचारे को मौजूदा समय से और अधिक मजबूत बनाने पर विशेष जोर दिया। पूर्व पुलिस अधिकारी एवं इतिहासकार सूर्यभान सिंह परमार ने सदियों से चली आ रही हिंदू-मुस्लिम एकता के समृद्ध और स्वर्णिम इतिहास के पन्नों को खोला। साथ ही भविष्य में भी इसे कायम रखने का आह्वान किया। सिंहपुर सरपंच योगेंद्र धूरिया ने युवाओं को अपने धर्म-त्योहारों की तरह दूसरों के धर्म एवं त्योहारों का भी सम्मान करने का संदेश दिया। सदर नसीर मोहम्मद ने गंगा-जमुनी तहजीब एवं आपसी भाईचारे को देश की उन्नति-प्रगति के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम एकता के मजबूत होने से हमारा देश पुनः विश्वगुरु बनकर दुनिया का नेतृत्व करेगा। वहीं एडवोकेट राकेश गर्ग ने कहा कि, यह आयोजन हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिशाल कायम करेगा। हम सदियों से एक साथ रह रहे हैं और परिस्थितियां चाहे जितनी भी जटिल क्यों न हों उनका मिलकर मुकाबला करते हुए हम भविष्य में भी साथ रहेंगे।
कार्यक्रम में नायब तहसीलदार डीआर अहिरवार ने अजयगढ़ को शांति का टापू बताते हुए यहां के लोगों के सौहार्द के साथ आपस में मिलजुलकर रहने की प्रशंसा की। साथ ही इसे आगे भी कायम रखने की सलाह दी। मुफ़्ती तालिब रजा ने एक हदीस का उल्लेख करते हुए इंसानियत ही सबसे बड़ा मजहब है। जोकि हर धर्म का मूल है। उन्होंने बताया कि हमारा मजहब हमें आपस में बैर करना नहीं सिखाता। बल्कि वह तो हमें अखलाक के साथ रहने अपने पड़ोसी का पूरा ध्यान रखते हुए उसे कभी भी भूखा न सोने देना सिखाता है। फिर चाहे वह जिस भी धर्म या जाति का हो। सभी धर्मों ने अच्छी बातें बताईं है, जीवन जीने का तरीका दिया है। जरुरत सिर्फ इस बात की है कि हम सभी लोग धर्म के मर्म को समझें और अपने मन-वचन-कर्म से कोई गलत काम न करें।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवि साहित्यकार लक्ष्मी नारायण चिरोल्या ने किया। आभार प्रदर्शन कार्यक्रम के संयोजक मोहम्मद आजाद कादरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की आयोजक वार्ड क्रमांक-06 की पार्षद रहीसा बेगम रहीं। इस अवसर पर नगर परिषदअध्यक्ष प्रतिनिधि लल्लू गुप्ता ,पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा, हीरा लाल गुप्ता, बब्लू कुशवाहा, राकेश गर्ग एडवोकेट, नारायण दास रजक ,शहजाद राइन, आकाश जाटव, जयराम पाठक, मोहम्मद महबूब राइन, होशियार पठान, रियाज उल्ला, डिप्टी रेंजर राजाराम कोंदर, मोहम्मद लियाकत राइन, तबरेज राइन ,गोलु बेग, अफसर खान, किसवर खान, मोहम्मद शाहरुख, मुबीन राइन, पत्रकार एवं समाजसेवी संजय सिंह राजपूत, पत्रकार राजेश रावत,‌ पत्रकार वीरेंद्र सिंह यादव, मनीष सारस्वत, अनिल गुप्ता, चंद्र प्रकाश सेन, अकरम खान, प्रदीप साहू साहिल राइन, मेराज अली सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

ठेकेदार के घर से नकदी, गहने और लाइसेंसी राइफल समेत 15 लाख की चोरी

*    अज्ञात शातिर चोरों ने कमरों के ताले काटकर बड़ी वारदात को दिया अंजाम

*    गोदरेज़ अलमारी से समेट ले गए नकदी-गहने, तीन सूटकेश और पेटी भी ले उड़े

पन्ना। (www.radarnews.in) जिले में सक्रिय शातिर चोर आए दिन चोरी की वारदातों को अंजाम देकर पन्ना पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं। चोरी की बढ़ती घटनाओं से आमलोगों में न सिर्फ पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर गहरा असंतोष व्याप्त है बल्कि नागरिकों में अपनी जानमाल को लेकर असुरक्षा की भावना भी लगातार बढ़ रही है। आज जिले के देवेन्द्रनगर थाना अंतर्गत देवरीगढ़ी ग्राम में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है। अज्ञात शातिर चोर देर रात ठेकेदार जीतेन्द्र सिंह यादव के घर के ताले चटकाकर सोने-चांदी के गहने, नकदी ढाई लाख रूपये और उनकी लाइसेंसी 315 बोर की राइफल समेत लगभग 15 लाख रुपए का सामान चुरा ले गए। घटना के समय यादव परिवार के सदस्य गहरी नींद में सो रहे थे। चोरी की सनसनीख़ेज वारदात की पता चलने के बाद से ही ग्राम देवरीगढ़ी समेत आसपास के इलाके में जबरदस्त हड़कंप मचा है। समाचार लिखे जाने तक देवेन्द्रनगर थाना पुलिस प्रकरण दर्ज करने की कार्यवाही में जुटी थी।
शनिवार 5 अप्रैल को ठेकेदार (संविदाकार) जीतेन्द्र सिंह यादव के परिवार के सभी सदस्य भोजन करने के बाद रात्रि में करीब 1 बजे तक अपने-अपने कमरों में जाकर सो गए। देर रात लगभग 2.30 बजे जीतेन्द्र के छोटे भाई अर्जेंन्द्र सिंह यादव जब अचानक वॉशरूम जाने के लिए उठे तो घर के दरवाजे खुले देख दंग रह गए। उन्होंने आवाज लगाकर परिवार के अन्य सदस्यों को जगाया और फिर अंदर के कमरों में जाकर देखा तो उनके ताले टूटे मिले। ठेकेदार जीतेन्द्र सिंह ने बताया कि कमरे के अंदर रखी गोदरेज अलमारी से उनकी पत्नी और माँ के सोने-चांदी के गहने, नकदी लगभग ढाई लाख रुपए, 315 बोर की लाइसेंसी बंदूक कीमती 2 लाख रुपए गायब थे। दूसरे कमरे में रखे 3 सूटकेश और एक पेटी भी गायब थी। जिसमें उनकी चाची के आभूषण रखे हुए थे। अज्ञात चोर महज एक से डेढ़ घंटे के अंदर बड़े ही शातिर तरीके से चोरी की वारदात को अंजाम देकर भाग निकलने में सफल रहे लेकिन घर के अंदर गहरी नींद में सो रहे यादव परिवार के सदस्यों को इसकी भनक तक नहीं लग सकी।
ठेकेदार के मकान के दो कमरों के ताले काटकर अज्ञात शातिर चोर गोदरेज अलमारी के अंदर रखे गहने-नकदी रुपए और तीन सूटकेश चुरा ले गए।
चोरी की घटना का पता चलने पर रात्रि में ही पीड़ित परिवार के द्वारा पुलिस चौकी ककरहटी एवं देवेन्द्रनगर थाना पुलिस को सूचना दी गई। तड़के सवा तीन बजे के आसपास पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर चोरी की घटना की जानकारी ली। आसपास का निरीक्षण करने पर ठेकेदार के घर के पीछे कुछ दूरी पर खेतों में पुलिस को तीनों सूटकेश खाली पड़े मिले। ठेकेदार जीतेन्द्र सिंह के अनुसार अज्ञात चोर उनके घर से 7 तोला सोने के आभूषण, 1 किलोग्राम चांदी, ढाई लाख रुपए नकद और लाइसेंसी बंदूक समेत लगभग 15 लाख रुपए का सामान चुरा ले गए। चोरी की यह वारदात समूचे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनीं है। पीड़ित परिवार ने पुलिस कप्तान से अज्ञात शातिर चोरों का सुराग लगाकर उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और चोरी गए मशरूका को बरामद करने की गुहार लगाई है। उल्लेखनीय है कि चोरी की घटना के संबंध में पन्ना एसडीओपी एसपी सिंह बघेल से सम्पर्क किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।

धान उपार्जन में हेराफेरी: सहकारी समितियों के बाद अब स्व सहायता समूह पर FIR

  • उपार्जन केन्द्र प्रभारी, डाटा इंट्री ऑपरेटर समेत अन्य को बनाया आरोपी

पन्ना। धान उपार्जन में हुई अनियमितताओं को लेकर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) की सख्त कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में आज पन्ना की द्रौपदी स्व सहायता समूह इटवांखास की धान उपार्जन समितियों पर अनियमितताओं के चलते आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। इसके पूर्व शाहनगर व बिसानी सहकारी समितियों पर धान उपार्जन में गड़बड़ी पाए जाने पर अपराध पंजीबद्ध किया गया था। ईओडब्ल्यू की जांच के अनुसार पन्ना जिले की द्रौपदी स्व सहायता समूह(SHG) इटवांखास समिति ने 488 क्विंटल धान की हेराफेरी कर शासन को 11 लाख 23 हजार 826 रूपए की आर्थिक क्षति पहुँचाई। इस मामले में उपार्जन केंद्र प्रभारी, डाटा एंट्री ऑपरेटर, सहायक कंप्यूटर ऑपरेटर समेत अन्य पर प्रकरण दर्ज किया गया है। उक्त पंजीबद्ध अपराधों में विवेचना के दौरान अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता पाई जाती है, तो उनके विरुद्ध भी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

पदोन्नत होकर वनपाल बने महीप रावत, सीएफ और डीएफओ ने लगाए स्टार

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) मध्य प्रदेश वन कर्मचारी संघ पन्ना के जिलाध्यक्ष एवं वरिष्ठ वनरक्षक महीप कुमार रावत को गत दिनों वन विभाग द्वारा कार्यवाहक वनपाल के पद पर पदोन्नत किया गया था। इसी क्रम में आज (गुरुवार 3 अप्रैल 2025 को) पन्ना में आयोजित एक गरिमामयी कार्यक्रम में नरेश यादव वन संरक्षक वृत्त छतरपुर, अनुपम शर्मा वनमण्डलाधिकारी दक्षिण वन मण्डल पन्ना एवं गर्वित गंगवार वनमण्डलाधिकारी उत्तर वन मण्डल पन्ना द्वारा श्री रावत की वर्दी पर स्टार लगाकर विधिवत पदोन्नति प्रदान की गई। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों ने निष्ठापूर्वक कार्य करने के लिए उनकी सराहना कर शुभकामनाएं और बधाई दी। कार्यक्रम में बीपी परौंहा मुख्य लिपिक दक्षिण वनमण्डल प्रकाश कुमार खरे वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी दक्षिण वनमण्डल पन्ना, सौरभ दुबे सहायक ग्रेड-3, गणेश सोनी, बैकुण्ठराम गर्ग, उमेश सिंह, राहुल चनपुरिया सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। वनकर्मियों के हितों से जुड़े मुद्दों पर सदैव सजग और संघर्ष के लिए तत्पर रहने वाले महीप कुमार रावत के पदोन्नत होने पर जिले के वन कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही जिले के विभिन्न कर्मचारी संगठनों के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों ने भी श्री रावत को बधाई दी है।

पूर्व मंत्री मेहदेले से कांग्रेस विधायक रामसिया भारती की मुलाकत ने बढ़ाई सियासी सरगर्मी

  सफरबाग में दो दिग्गजों के बीच ढाई घण्टे तक आखिर कौन सी खिचड़ी पकी?

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा से कांग्रेस की विधायक साध्वी सुश्री रामसिया भारती बुधवार 2 अप्रैल को अचानक पन्ना पहुंचीं। उन्होंने यहां भाजपा की दिग्गज नेत्री एवं पूर्व मंत्री कुसुम सिंह मेहदेले से उनके सफरबाग स्थित निज निवास पर मुलाकत की। लगभग ढाई घण्टे तक चली इस मुलाक़ात की तस्वीरें बाहर आने के बाद अब इसके मायने निकाले जा रहे हैं। लोधी समाज से आने वालीं पिछड़े वर्ग की दोनों नेत्रियों के बीच बंद कमरे में आखिर कौन सी खिचड़ी पकी इसे लेकर अटकलें और कयास लगाए जा रहे हैं। इनकी मुलाकत ने पन्ना में सियासी गलियारों में सरगर्मी बढ़ा दी है। क्योंकि दो सियासतदान मिलें और सियासी चर्चा न हो ऐसा संभव ही नहीं है। कहा जाता है कि राजनीति में कुछ भी बेवजह नहीं होता है। इसलिए संभव है कि इस मुलाकत की वजह बाद में पता चले। इस चर्चित मेल-मुलाकत के दौरान लोधी समाज के कुछ प्रतिष्ठित लोग और मेहदेले के विश्वासपात्र मौजूद रहे।
बता दें कि, 2018 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बेहद चौंकाने वाला निर्णय लेते हुए पूर्व मंत्री सुश्री कुसुम सिंह मेहदेले की परंपरागत सीट पन्ना से उनका टिकिट काटकर वर्तमान विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह को दे दिया गया था। तभी से मेहदेले अपनी पार्टी से नाराज चल रहीं। अपने मुखर अंदाज के लिए जानीं जाने वाली मेहदेले की नाराजगी समय-समय पर उनके बेबाक बयानों से साफ़ जाहिर होती रही है। राजनीतिक रूप से हांसिये पर चल रहीं वरिष्ठ नेत्री मेहदेले ने पिछले कुछ समय से अपनी सामाजिक सक्रियता काफी बढ़ा दी है। वे प्रदेश में लोधी समाज समेत पिछड़े वर्ग की अन्य जातियों को गोलबंद करने की मुहिम में पूरी शिद्दत के साथ जुटीं है। इसका पता उस समय चला जब पिछले साल 2024 में वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की जयंती के अवसर पर पन्ना में आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री कुसुम मेहदेले ने एमपी में लोधी समाज का सीएम बनाने को लेकर बयान दिया था। उनके इस बयान ने सूबे की सियासत में हलचल मचा दी थी। सुश्री महदेले ने कहा था कि, मध्य प्रदेश में लोधी-कुर्मी समाज के लोग अच्छी खासी तादाद में है। हम विधानसभा की एक तिहाई सीटें जीतकर अपना मुख्यमंत्री बना सकते हैं। इस बयान के बाद से ही मेहदेले की मुहिम पर प्रदेश की दोनों ही मुख्य पार्टियां अपनी नजर बनाए हुए हैं।

इस गांव की महिलाएं क्यों हैं आंदोलित: हाथ में लाठी, चेहरे पर गुस्सा; होठों पर शिकायत और रात्रि जागरण

*    लाड़ली बहनें बोलीं- शराब दुकान खुलने से टूट-बिखर जाएगा परिवार

*    शराब दुकानों की शिफ्टिंग को लेकर पन्ना के चंद गांवों में उपजा आक्रोश

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) प्रदेश के पन्ना समेत 19 धार्मिक महत्व वाले स्थानों की शराब दुकानों को बंद करने (शराबबंदी) के निर्णय पर लोग जहां ख़ुशी जाहिर कर रहे हैं वहीं शराब दुकानों की शिफ्टिंग को लेकर कुछ स्थानों पर गुस्सा भी देखा जा रहा है। जिले के शहरी एवं आंचलिक क्षेत्रों में जिन कस्बों-गांवों में शराब दुकानें कई सालों से संचालित थीं उनको वहां से हटाकर नए स्थान पर शिफ्ट करने संबंधी कार्यवाही को लेकर हंगामा बरपा है। खासकर जिले की रैपुरा तहसील क्षेत्र अंतर्गत शराब दुकानों की मनमानी शिफ्टिंग का कई गांवों में जबरदस्त विरोध हो रहा है। बघवारकला, रैपुरा के बाद तखौरी के वाशिंदे गांव में शराब दुकान खोलने की योजना के खिलाफ विगत दिवस सड़कों पर उतर आए। इस विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व गांव की महिलाओं ने किया। हाथ में लाठी-डण्डे लेकर तखौरी की महिलाओं ने शराब दुकान के खिलाफ जब मोर्चा खोला तो गांव के पुरुष और स्कूली बच्चे भी समर्थन में आ गए। महिलाओं की अगुवाई में एकजुट गांववालों ने सोमवार 31 मार्च की शाम से लेकर मंगलवार 1 अप्रैल की अलसुबह तक रात्रि जागरण किया ताकि रात के सन्नाटे में गुपचुप तरीके से गांव में शराब दुकान स्थापित न होने पाए।
शराब दुकान खोलने का विरोध करने वाली महिलाओं का कहना है कि इससे उनके गांव-घर की शांति भंग हो जाएगी।
महिलाओं के आक्रोश को देखते हुए आबकारी विभाग के अफसर और ठेकेदार अपनी योजना पर अमल करने की हिम्मत नहीं जुटा सके। भारी विरोध से बचने के लिए आबकारी विभाग ने तखौरी एवं बघवारकला को छोड़कर अन्य किसी स्थान को प्रस्तावित करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। पन्ना के तखौरी गांव की महिलाओं का शराब दुकान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जिले में चर्चा का विषय बना है। इनके प्रदर्शन के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। कम पढ़ी-लिखी ये महिलाएं भलीभांति जानती हैं कि शराब एक सामाजिक बुराई है, यह न सिर्फ व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है, बल्कि इसके मानसिक, आर्थिक और सामाजिक दुष्परिणाम भी काफी गंभीर होते हैं। इसलिए वे गांव में शराब दुकान खोलने का पुरजोर विरोध कर रही हैं।
शराब दुकान की शिफ्टिंग के विरोध स्वरूप तखौरी में महिलाओं के द्वारा किए गए विरोध-प्रदर्शन को गांव के पुरुषों ने भी अपना समर्थन दिया।
बता दें कि तहसील मुख्यालय रैपुरा से सटे भरवारा में स्थित शराब दुक़ान को राजस्व वृद्धि की दृष्टि से रैपुरा, बघवारकला या फिर तखौरी में शिफ्ट करने का प्रस्ताव आबकारी विभाग ने तैयार किया था। विगत दिवस शराब ठेकेदार के प्रतिनिधि और आबकारी विभाग का मैदानी अमला उपयुक्त स्थल चयन के सिलसिले में जब उक्त स्थानों का अवलोकन करने पहुंचा तो रैपुरा से लेकर तखौरी तक तनाव फ़ैल गया। भरवारा शराब दुकान को बघवारकला अथवा रैपुरा में शिफ्ट करने की योजना का स्थानीय लोगों द्वारा कड़ा विरोध किए जाने पर तखौरी को विकल्प के तौर पर चिन्हित किया गया। लेकिन इस पर कोई फैसला हो पाता उसके पहले ही गांव की महिलाएं चूल्हा-चौका छोड़ हाथ में लाठी-डंडे लेकर सड़क पर उतर आईं। सोमवार 31 मार्च 2025 की शाम लेकर 1 अप्रैल की सुबह तक तखौरी की महिलाओं ने रात्रि जागरण किया। क्योंकि रात के अंधेरे में गांव में शराब दुकान को शिफ्ट किए जाने का अंदेशा जताया जा रहा था। दूसरे दिन यानी 1 अप्रैल को भी महिलाएं पूरी तरह अलर्ट रहीं।
शराब दुकान खोलने के विरोध में हुए प्रदर्शन में तखौरी गांव के स्कूली बच्चे में शामिल रहे।
जिला मुख्यालय पन्ना से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव में हुए महिलाओं के इस विरोध-प्रदर्शन की खबर ने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। गांव की अनपढ़ अथवा कम पढ़ी-लिखी महिलाओं ने स्व प्रेरणा से शराब दुकान के खिलाफ जिस ठेठ अंदाज में मोर्चा खोला उसकी काफी सराहना हो रही है। सबसे अच्छी बात यह रही कि गांव के पुरुषों तथा स्कूली बच्चों ने भी महिलाओं की मांग का पूर्ण समर्थन किया।

भंग होगी शांति, बिखर जाएगा परिवार

प्रदर्शकारी महिलाओं ने स्थानीय मीडियाकर्मी को बताया कि शराब दुकान खुलने पर ताखौरी समेत आसपास के इलाके की शांति भंग हो जाएगी। शराब पीने वाले रोजाना लड़ाई-झगड़ा करके माहौल ख़राब करेंगे। महिलाओं के मुताबिक इसका सबसे अधिक दुष्परिणाम भी उन्हें ही झेलना पड़ेगा। लकड़ी बेंचने अथवा मेहनत-मजदूरी करने पर जो चंद रुपए मिलते हैं उनके पति उस राशि को जबरन छुड़ाकर शराब के नशे में उड़ा देंगे। शराब के सेवन को लेकर हर घर में रोज-रोज कलह होगी और यह परिवारों के टूटने-बिखरने की वजह बनेगी। महिलाओं का मानना है कि घर के बड़ों को शराब पीते देखकर बच्चे भी आगे चलकर नशे को अपना लेंगे। इस तरह शराब दुकान खुलने से उनका वर्तमान और भविष्य दोनों ही तबाह-बर्बाद हो जाएगा। यह सामाजिक बुराई है, इसे ख़त्म करना सबका कर्तव्य है। महिलाओं का कहना है कि, उन्हें पक्का भरोसा है कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री उनकी चिंता और परेशानी का संज्ञान लेकर अपनी लाड़ली बहनों के घर को टूटने-बिखरने से रोकने के लिए तखौरी में शराब दुकान खुलने नहीं देंगे।
इनका कहना है-
‘पवई सर्किल अंतर्गत कुछ शराब दुकानों की शिफ्टिंग की गई है। इसी क्रम में भरवारा शराब दुकान को रैपुरा, बघवारकला अथवा ताखौरी में शिफ्ट करना प्रस्तावित किया गया था। लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध और आपत्तियों को देखते हुए फिलहाल भरवारा दुकान की शिफ्टिंग को रोक दिया गया है। वरिष्ठ अधिकारी अब जो निर्णय लेंगे उसके अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।’

हरीश पाण्डेय, उप निरीक्षक, आबकारी विभाग, जिला पन्ना।

पन्ना के जंगल में भड़की भीषण आग, 3 सुरक्षा श्रमिक झुलसे

*   आग बुझाने के दौरान लपटों की चपेट में आने से हुई दुर्घटना

*   घायल सुरक्षा श्रमिकों को जिला अस्पताल में कराया भर्ती

पन्ना।(www.radarnews.in) गर्मी के मौसम की दस्तक के साथ ही पन्ना के जंगल में आग लगने की घटनाएं सामने आने लगी हैं। ताजा घटना उत्तर वन मंडल की पन्ना रेंज अंतर्गत आने वाले झलाई के जंगल की है। झलाई ग्राम के नजदीक स्थित प्लांटेशन में आज अज्ञात कारणों के चलते अचानक आग भड़क उठी। हवा के झोकों के चलते देखते ही देखते आग भीषण होकर बड़े क्षेत्र में फ़ैल गई। विकराल रूप ले चुकी आग को बुझाने के दौरान वन विभाग के तीन सुरक्षा श्रमिक लपटों की चपेट में आकर झुलस गए। किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे घायल सुरक्षा श्रमिकों को इलाज के लिए आनन-फानन पन्ना लाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। घायल श्रमिकों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। वहीं भीषण आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है।
जिला मुख्यालय पन्ना से महज 6-7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित वन ग्राम झलाई के जंगल में रविवार को दोपहर के समय अचानक आग भड़क उठी। जंगल में आग लगने की सूचना मिलते ही पन्ना से वनकर्मियों की टीम कुछ ही देर में मौके पर पहुँच गई। हालांकि इस बीच हवाओं के चलते आग ने विकराल रूप धारण करते हुए करीब 10-12 हेक्टेयर‌ क्षेत्र को अपने आगोश में ले लिया। सूखी घास और पत्तियों को ख़ाक करके जंगल में की तेजी से फैलती आग को काबू करने के लिए वनकर्मियों ने जगह-जगह फायर लाइन काट दी। आग पर नियंत्रण पाने के प्रयास के दौरान शाम करीब 4 बजे ऊंची उठती लपटों की चपेट में आने से तीन सुरक्षा श्रमिक झुलस गए। अपनी जान बचाकर भागे घायल सुरक्षा श्रमिकों को मौके पर मौजूद वनकर्मियों द्वारा इलाज के लिए तुरंत पन्ना जिला अस्पताल लाया गया। जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने सुरक्षा श्रमिक राजेन्द्र यादव 50 वर्ष को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी। जबकि शेष दो सुरक्षा श्रमिक हरि सिंह यादव 60 वर्ष और कपूर सिंह यादव 55 वर्ष को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
उत्तर वन मंडल की पन्ना रेंज के परिक्षेत्राधिकारी अभिषेक दुबे ने रडार न्यूज़ को बताया कि जिला अस्पताल में भर्ती दोनों सुरक्षा श्रमिकों की हालत खतरे से बाहर है। जंगल की आग पर भी सूर्यास्त होने के पहले ही पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया गया है। हवाओं के चलते आग का फैलाव लगभग 10-12 हेक्टेयर‌ में  हुआ है लेकिन जंगल को कोई ख़ास क्षति नहीं पहुंची। आग में सूखी घास और पत्तियां ही जलीं है। रेंजर श्री दुबे ने बताया कि झलाई बीट और अमझिरिया बीट के मध्य में स्थित जंगल में आग लगी थी। उक्त क्षेत्र वन कक्ष क्रमांक- 415-416 अंतर्गत आता है। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका। आपने एक सवाल के जवाब में बताया कि उक्त वन क्षेत्र में अभी तक महुआ के पेड़ों में फूल नहीं आए हैं इसलिए महुआ बीनने वालों के द्वारा पेड़ के नीचे जमा घास-पत्तियों को साफ़ करने के लिए आग लगाई जाए इस बात की संभावना नहीं है। आग किन कारणों से लगी इसका पता लगाने के लिए प्रकरण दर्ज कर सभी पहलुओं की बारीकी जांच-पड़ताल की जाएगी।

रिटायर्ड शिक्षक ने किया मीडिया कर्मियों का सम्मान

पन्ना। (www.radarnews.in) नगर के टिकुरिया मोहल्ला निवासी समाजसेवी एवं रिटायर्ड शिक्षक विजय चंसोरिया व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती हेमलता चंसोरिया ने आज शारदा माता मंदिर स्थित अपने निवास स्थान पर स्थानीय प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बन्धुओं का सम्मान किया। उल्लेखनीय है कि 3 मार्च से लेकर 8 मार्च तक स्थानीय शारदा माता मंदिर में शिव जी के नवनिर्मित मंदिर में शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें मुख्य यजमान की भूमिका में धर्म परायण दंपत्ति विजय चंसोरिया व श्रीमती हेमलता चंसोरिया रहे। इस कार्यक्रम में स्थानीय पत्रकारों द्वारा अपनी सहभागिता का निर्वहन करने पर आज सम्मान कार्यक्रम रखा गया और उपस्थित सभी मीडिया कर्मियों को भगवान शिव परिवार का छायाचित्र भेंट किया गया।