कार्रवाई : केन नदी पर जिगनी और चंदौरा में संचालित अवैध रेत खदनों पर पड़ा छापा

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*     एक बार फिर से लीक हुई प्रशासन के संयुक्त दल की कार्रवाई की सूचना

*     रेत माफिया गुर्गों समेत मौके से भागा, मशीनें और डंपर यूपी की सीमा में भेजे

*     संयुक्त टीम ने रेत से लोड पांच हैवी ट्रक पकड़े

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में अजयगढ़ तहसील अंतर्गत अवैध रेत खदानों पर 48 घंटे के अंदर सोमवार को दूसरी बार प्रशासन की टीम ने औचक दबिश दी, लेकिन कार्रवाई की सूचना लीक होने से रेत माफिया अपने गुर्गों समेत रेत निकालने वाली मशीनों को लेकर मौके से भाग खड़े हुए। रेत की लोडिंग के लिए जिगनी और चंदौरा खदान पर आए आधा सैंकड़ा से अधिक ट्रक भी बैरंग उत्तर प्रदेश की सीमा में लौट गए। राजस्व एवं पुलिस विभाग के संयुक्त दल ने घेराबंदी कर रेत से लोड पांच ट्रकों पकड़ लिया। रेत का अवैध परिवहन करने वाले इन ट्रकों को जब्त कर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस चौकी चंदौरा के परिसर में खड़ा कराया है। बता दें कि इसके पूर्व 30 मार्च को प्रशासन की टीम द्वारा केन नदी पर अवैध रूप से संचालित भीना और चांदीपाठी रेत खदान पर छापामार कार्रवाई की गई थी।

पकड़े गए ट्रकों को चौकी में रखवाया

सोमवार 01 अप्रैल की शाम करीब 5 बजे अजयगढ़ एसडीएम कुशल सिंह गौतम की अगुवाई में राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने उत्तर प्रदेश की सीमा के नजदीक स्थित जिगनी और चंदौरा रेत खदान पर छापा मारकर अवैध रेत से लोड पांच ट्रकों को पकड़ लिया। प्रशासन की कार्यवाही जद में आने से बचने के लिए संबंधित चालक व हेल्पर मौके पर अपने ट्रकों को छोड़कर फरार हो गए। संयुक्त दल ने पकड़े गए ट्रकों को जब्त करते हुए बड़ी मशक्कत के बाद चंदौरा ग्राम लाकर स्थानीय पुलिस चौकी परिसर में खड़ा कराया है। ट्रकों की सुपुर्दगी चौकी पुलिस को दी गई। प्रशासन के संयुक्त दल की कार्यवाही की खबर सोमवार को पुनः लीक हो गई थी। परिणामस्वरूप राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के दल-बल के साथ केन नदी पर अवैध रूप संचालित जिगनी एवं चंदौरा खदान पर कार्यवाही के लिए पहूंचने से पहले ही रेत माफिया अपने गुर्गों समेत मौके से भाग चुके थे। केन नदी से रेत निकालने में उपयोग की जा रहीं प्रतिबंधित पोकलेन मशीनों और लिफ्टर (पनडुब्बी) को भी उत्तर प्रदेश की सीमा में सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया था।

छापामार कार्रवाई में ये रहे शामिल

सूत्रों ने बताया कि छापामार कार्यवाही के 1-2 घंटे पूर्व तक जिगनी और चंदौरा की अवैध रेत खदानों पर रेत की लोडिंग के लिए तकरीबन आधा सैंकड़ा से अधिक हाइवा-डंपर और हैवी ट्रक कतारबद्ध तरीके से अपना नंबर आने के इंतजार में खड़े थे। सबकुछ सामान्य तरीके रोज की तरह चल रहा था। केन नदी में उतरीं दर्जन भर पोकलेन मशीनें व लिफ्टर पानी के अंदर से रेत निकालने में जुटी थीं। तभी रेत माफिया को किसी से प्रशासन की टीम के प्लान का पता चलते ही हड़कंप मच गया। नदीं से मशीनें बाहर निकाल कर आनन-फानन सबको यूपी की तरफ भेज दिया। धरपकड़ के डर से अधिकांश ट्रक-डंपर चालक भी अपने वाहनों को वापस उत्तर प्रदेश ले गए। मौके पर भगदड़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई। प्रशासन की टीम जब मौके पर पहुंची तो घेराबंदी कर रेत से लोड सिर्फ पांच ट्रकों को ही पकड़ सकी। इस कार्रवाई में अजयगढ़ एसडीएम कुशल सिंह गौतम, तहसीलदार सुरेन्द्र अहिरवार, नायब तहसीलदार खेमचंद्र यादव, चंदौरा पुलिस चौकी प्रभारी, आरआई, पटवारी, पुलिस जवान और कोटवार शामिल रहे।

..इसलिए हर बार बच निकलता है माफिया

पूर्व में 30 मार्च 2024 को अजयगढ़ क्षेत्र के ग्राम चंदौरा स्थित भीना एवं चांदीपाटी रेत खदान में राजस्व एवं पुलिस विभाग के संयुक्त दल ने कार्रवाई करते हुए 2850 लीटर डीजल जप्त किया था। नदी किनारे अवैध रूप से डंप 600 घनमीटर रेत भी जब्त की थी।। इसके अलावा माफिया के अस्थाई कैम्प, रेत परिवहन के लिए बनाए गए रास्तों और केन नदी के प्रवाह को बाधित कर निर्मित अवैध पुलों को बुलडोजर चलवाकर तोड़ डाला था। इस कार्रवाई की खबर लीक होने पर रेत माफिया मौके से अपनी मशीनें लेकर फरार हो गए थे। सूत्र बताते हैं कि रेत माफिया के खबरी प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालयों से सीधे जुड़े हैं। इसके अलावा अजयगढ़ से रेत खदानों को जाने वाले रास्तों में भी माफिया के मुखबिर तैनात रहते हैं, जो कि वहां से गुजरने वाले प्रत्येक वाहन पर पैनी नजर रखते हैं। कुछ भी संदिग्ध नजर आने पर तुरंत खबर देते हैं। फलस्वरूप मजबूत मुखबिर तंत्र के माध्यम से पल-पल की जानकारी मिलने से रेत माफिया हर बार बच निकलता है।

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