कलेक्टर ने प्रसूता की समस्या सुन सिविल सर्जन और सीएमएचओ को लगाई फटकार, लापरवाह नर्स निलंबित

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पन्ना जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान प्रसूता की समस्या सुनने के बाद लापरवाह नर्स को फटकार लगाते नवागत पन्ना कलेक्टर हरजिंदर सिंह।

*     पन्ना जिला चिकित्सालय के औचक निरीक्षण पर पहुंचे कलेक्टर

*     जगह-जगह गंदगी देख जताई नाराजगी, व्यवस्थाएं सुधारने के दिए निर्देश

*     क्रिटिकल केयर यूनिट के निर्माण हेतु प्रस्तावित स्थल का किया मुआयना

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) नवागत पन्ना कलेक्टर हरजिंदर सिंह कार्यभार संभालने के बाद से ही एक्शन मोड में नजर आ रहे है। उन्होंने आज दोपहर में जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान जगह-जगह गंदगी दिखने पर उन्होंने साफ़-सफाई व्यवस्था को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए ठेका एजेंसी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। अस्पताल में एक प्रसूता को वापस घर जाने के लिए कई घण्टे से एम्बुलेंस न मिलने का मामला संज्ञान में आने पर कलेक्टर ने सिविल सर्जन डॉ. आलोक गुप्ता और सीएमएचओ डॉ. व्हीएस उपाध्याय को जमकर फटकार लगाई। इस मामले में प्रथम दृष्टया मेटरनिटी वार्ड प्रभारी नर्स तथा प्रसूता के साथ आई आशा कार्यकर्ता की लापरवाही पाए जाने पर दोनों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अस्पताल में मरीज और उनके परिजन को मिलने वाली सुविधओं की जानकारी ली। साथ ही विभिन्न वार्डों का भ्रमण कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन को अस्पताल की व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के सख्त हिदायत दी गई।
शनिवार 12 अगस्त को दोपहर करीब ढाई बजे नवागत कलेक्टर हरजिंदर सिंह के अचानक जिला चिकित्सालय के निरीक्षण पर पहुँचने से हड़कंप मच गया। कलेक्टर के सख्त तेवर देख डॉक्टर, नर्सेस एवं पैरामेडिकल स्टॉफ सकते में आ गया। निरीक्षण के दौरन कलेक्टर श्री सिंह ने वार्ड में भर्ती मरीजों से चर्चा की। भ्रमण के दौरान अस्पताल परिसर और शौचालयों एवं अन्य स्थानों पर साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने की हिदायत दी। अस्पताल में उपलब्ध दवाओं और निःशुल्क जांच इत्यादि के संबंध में चिकित्सकों से जानकारी लेकर पात्र मरीजों को शासकीय योजनाओं के लाभ के संबंध में भी निर्देशित किया। कई वार्ड में भर्ती मरीज के परिजनों को बाहर सोते हुए पाए जाने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और तत्काल जिला शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी शशिकपूर गढ़पाले को मरीज के परिजनों के लिए रैनबसेरा में सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

मेटरनिटी वार्ड की इंचार्ज नर्स निलंबित

मेटरनिटी वार्ड के भ्रमण के दौरान अजयगढ़ निवासी महिला नीता द्वारा जिला कलेक्टर को अवगत कराया गया कि प्रसव उपरांत डिस्चार्ज होने पर घर जाने के लिए किसी भी प्रकार का वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस शिकायत पर मेटरनिटी वार्ड की इंचार्ज नर्सिंग सिस्टर सरला घोटे से जानकारी तलब कर लापरवाही प्रमाणित पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की कार्यवाही की। निलंबन अवधि में नर्सिंग सिस्टर का मुख्यालय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र धरमसागर तालाब पन्ना निर्धारित किया गया है। इस दौरान इन्हें जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि महिला चिकित्सक और अन्य मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने भ्रमण के दौरान अस्पताल ब्लॉक में बनने वाले क्रिटिकल केयर यूनिट के स्थल का मुआयना भी किया।