5 हजार की रिश्वत लेते हुए पटवारी को लोकायुक्त पुलिस ने किया गिरफ्तार

0
719
लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम के द्वारा रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया पटवारी देवेन्द्र प्रजापति (लाल घेरे में)।

किसान से जमीन के बंटवारे के एवज मांगी थी रिश्वत

 रिश्वत की मांग से परेशान किसान ने लोकायुक्त में की थी शिकायत

*   पन्ना जिले की दूरस्थ उप तहसील हरदुआ में की गई ट्रैप कार्रवाई

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने आज एक पटवारी को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। ट्रैप कार्रवाई को जिले की दूरस्थ तहसील रैपुरा अंतर्गत आने वाली उप तहसील हरदुआ के परिसर में स्थित पटवारी के शासकीय आवास पर अंजाम दिया गया। चन्द्रावल हल्का पटवारी देवेन्द्र प्रजापति कृषक सुरेन्द्र सिंह लोधी पिता कामता प्रसाद 24 वर्ष निवासी ग्राम रैय्यासांटा से उसकी जमीन का आपसी बंटवारा कराने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था। इसकी लिखित शिकायत कृषक ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक सागर से की थी। जिसमें बताया गया कि पिछले 6 माह से बंटवारा नहीं जा रहा है।
लोकायुक्त पुलिस की तस्दीक में किसान सुरेन्द्र सिंह लोधी की शिकायत सही पाई गई। तदुपरांत लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पटवारी को ट्रैप करने की योजना तैयार की गई। सोमवार 5 मार्च को पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार कृषक सुरेन्द्र सिंह लोधी ने पटवारी आवास पहुंचकर पटवारी देवेन्द्र प्रजापति के हाथ में रिश्वत के पांच हजार रुपए दिए। अगले ही पल किसान का इशारा मिलते ही मौके पर मुस्तैद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने वहाँ दबिश देकर पटवारी देवेन्द्र प्रजापति रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत के रूप में लिए गए कैमिकल युक्त नोट पटवारी के कब्जे से बरामद हुए हैं। इस कार्रवाई का नेतृत्व करने वाले लोकायुक्त पुलिस सागर के डीएसपी राजेश खेड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि पटवारी देवेन्द्र प्रजापति के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। ट्रैप कार्रवाई में लोकायुक्त पुलिस की निरीक्षक मंजू सिंह, प्रधान आरक्षक अजय क्षत्रिय, आरक्षक आशुतोष व्यास, विक्रम सिंह, संतोश गोस्वामी आदि शामिल रहे।

घूसखोरी के खिलाफ खड़े हो रहे लोग

मध्यप्रदेश के अति पिछड़े पन्ना जिले में स्थित सरकारी कार्यालयों में कोई भी काम बगैर रिश्वत दिए नहीं होता। रिश्वत लेने के लिए आमजन को बेवजह भटकाया और परेशान किया जाता है। विभागीय अधिकारियों की मूक सहमति और संरक्षण के चलते जिले में रिश्वतखोरी/भ्रष्टाचार गहराई तक अपनी जड़ें जमा चुका है। बहरहाल अच्छी बात यह है कि सरकारी कार्यालयों में चल रही दाम कराए काम की नीति से प्रभावित और परेशान आमलोग इसके खिलाफ अब न सिर्फ मजबूती से खड़े हो रहे हैं बल्कि रिश्वतखोरों को सबक सिखाने के लिए लोकायुक्त पुलिस की मदद भी ले रहे हैं। फलस्वरूप हाल के वर्षों में पन्ना जिले में लोकायुक्त पुलिस की ट्रैप कार्रवाई के आंकड़ों में इजाफा देखने को मिला है। पन्ना जिले के सुदूर ग्रामीण अंचल हरदुआ में आज हुई ट्रैप कार्रवाई इस बात प्रमाण है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ी है। यह निश्चित ही एक अच्छा संकेत है।