आक्रोशित ब्राह्मण समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी
वसूली में व्यस्त पन्ना पुलिस सिर उठाने लगे बेखौफ अपराधी
रैपुरा/पन्ना। रडार न्यूज मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के ताखौरी गैंगरेप काण्ड के लगभग 72 घंटे बाद भी पुलिस वारदात में शामिल वहशी दरिंदों को गिरफतार नहीं कर पाई है। नामजद आधा दर्जन आरोपियों में अब तक एक की भी गिरफतारी न हो पाने से क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर जबरदस्त आक्रोश-असंतोष व्याप्त है। सभ्य समाज को झकझोर देने वाली इस घटना की ब्राह्मण समाज ने बेहद कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल को ज्ञापन सौंपकर 24 घंटे के अंदर गिरफतारी न होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
बढ़ते जनाक्रोश के बीच गैंगरेप के आरोपियों रामू यादव व राजेन्द्र यादव निवासी ग्राम किशुनपाटन एवं उनके चार दोस्तों संतोष यादव, बहादुर यादव, लालू यादव, राजाभईया यादव सभी निवासी ग्राम ताखौरी की धरपकड़ के प्रयास तेज करते हुए पुलिस की चार टीमें इस काम में जुटी है। आरोपियों के गिरफतारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है, लेकिन अब तक पुलिस को इसमें कोई सफलता नहीं मिली है। मालूम हो कि वारदात के बाद कुछ आरोपियों के परिजन घरों में ताले लगाकर भूमिगत हो गये है। जबकि कुछ घरों में सिर्फ महिलायें ही मौजूद है। उधर 6 कामांध दरिंदों की हवश का शिकार बनी अनीता (परिर्विर्तत नाम) अभी भी उपचार हेतु कटनी जिला चिकित्सालय में भर्ती है। सूत्रों से पता चला है कि पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट में उसके साथ बलात्कार होने की पुष्टि हुई है।
धरपकड़ में जुटी चार टीमें–
पुलिस अधीक्षक ने गैंगरेप के अरोपियों की धरपकड़ के लिए पन्ना से खासतौर पर कोतवाली थाना टीआई अरविंद कुजूर, उप निरीक्षक अंजना दुबे एवं पवई से एसडीओपी बीएस परिहार के नेतृत्व में कुशल पुलिस आरक्षकों की अलग-अलग टीमें रैपुरा भेजी है। इसके अलावा रैपुरा थाना प्रभारी सुरेन्द्र कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस टीम पहले से ही आरोपियों की धरपकड़ हेतु चप्पे-चप्पे की खाक छानने में जुटी है। कुछ लोगों का मानना है कि इतनी बड़ी वारदात के सामने आने के बाद पुलिस ने यदि तत्परता से कार्यवाही की होती तो आरोपियों को भागने का मौका नहीं मिल पाता। उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले के रैपुरा थाना क्षेत्र के ताखौरी गांव में 3 जून की मध्य रात्रि में अपने घर के आंगन में सोई अनीता 21 वर्ष का रंजिश के चलते सरपंच पुत्रों और उनके दोस्तों ने अपहरण कर बारी-बारी से उसकी आबरू को तार-तार किया था। इस सनसनीखेज वारदात के लगभग 24 घंटे बाद अनीता अचेत अवस्था में गांव में ही पड़ी मिली थी। 5 जून की देर रात रैपुरा स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक उपचार के बाद अनीता को बेहतर इलाज के लिए पड़ोसी जिला कटनी रेफरल किया गया था। जहां के जिला चिकित्सालय में अभी भी उसका इलाज जारी है।
सक्रिय हुए अपराधी-
रेत खदानों और वाहनों से इण्ट्री वसूली में व्यस्त पन्ना पुलिस की लचरता के कारण अपराधी तेजी से सक्रिय हो गये है। पन्ना के गल्ला मण्डी के समीप हवाई फायर होना, गुनौर थाना अंतर्गत इमलिया के समीप राहगीर के साथ बदमाशों द्वारा कट्टे की नाेेंक पर लूटपाट करना और घर से युवती का अपहरण कर गैंगरेप की स्तब्ध कर देने वाली जघन्य घटनायें इस बात का प्रमाण है कि पन्ना में अपराधी बेखौफ हो चुके है। अभी ज्यादा समय नहीं हुआ जब कुछ माह पूर्व अमानगंज थाना अंतर्गत जिला बदर के कुख्यात आरोपी देवराज सिंह ने पुलिस के डायल 100 वाहन का उपयोग करते हुए एक युवती का अपहरण किया था।