* रीछुल हत्याकाण्ड का पन्ना जिले की सलेहा थाना पुलिस ने किया खुलासा
* शिक्षक को पहले दारु-मुर्गा की पार्टी कराई फिर जबरन खिला दिया था जहर
शादिक खान, रामप्रताप वर्मन- पन्ना/सलेहा।(www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में सलेहा थाना अंतर्गत करीब सात माह पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में मृत में मिले शिक्षक अमृतलाल कोल की मौत की गुत्थी सुलझाने का पुलिस ने दावा किया है। पुलिस के अनुसार शिक्षक की हत्या अवैध संबंध के संदेह पर सुनियोजित तरीके से की गई थी। विभिन्न साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने इस मामले में ग्राम रीछुल निवासी महेश बढ़ई और ग्राम छिजौरा निवासी रामिकशोर उर्फ़ रामकिशुन ढीमर को आरोपी बनाया है। पुलिस के अनुसार ग्राम रीछुल की शासकीय प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक अमृतलाल कोल 35 वर्ष का इसी शाला में मध्यान्ह भोजन संचालित करने वाले समूह में कार्यरत एक महिला के घर पर अक्सर आना-जाना रहता था। महिला के रिश्तेदार रामकिशुन ढीमर को दोनों के बढ़ते मेल-जोल से उनके बीच अवैध संबंध होने का संदेह हुआ जिसके चलते उसने अपने दोस्त महेश बढ़ई के साथ मिलकर शिक्षक अमृतलाल की हत्या कर दी। दोनों आरोपियों ने शिक्षक को पहले दारु-मुर्गा की पार्टी कराई और फिर जबरन जहर खिलाकर निर्ममता पूर्वक मार डाला। पुलिस की जाँच में हुए इस चौंकाने वाले खुलासे ने लोगों को हैरान कर दिया है।
खेत में मिला था शव
सतना जिले के जसो थाना अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत रीछुल के पूर्व सरपंच राजेश कुमार उपाध्याय ने दिनांक 16 जुलाई 2019 की सुबह सलेहा थाना पुलिस को फोन पर सूचना देते हुए बताया था कि ग्राम रीछुल से कुछ दूरी पर नंदलाल लोधी के खेत की मेड़ पर अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है। पुलिस ने मौके पर जाकर देखा तो मृतक के चेहरे में कीड़े पड़ चुके थे। इस कारण शव पहचाना में नहीं आ रहा था। शव की हालत को देखते हुए यह अनुमान लगाया गया कि अज्ञात व्यक्ति की मृत्यु 4-5 पूर्व हुई है। शव के पास शराब की बोतल और सल्फास की डिब्बी पड़ी मिली। उधर, शिक्षक अमृतलाल का कई दिनों से मोबाइल फोन बंद होने से चिंतित परिजनों को जब ग्राम रीछुल के समीप अज्ञात शव मिलने की भनक लगी तो अनहोनी की आशंका के चलते सलेहा थाना पुलिस से संपर्क कर वे मौके पर पहुंच गए। परिजनों की आशंका सही निकली उक्त शव शिक्षक अमृतलाल कोल का ही था। सलेहा थाना पुलिस ने डॉक्टरों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराकर विसरा को एफएसएल जांच हेतु भेजा गया। जिसकी रिपोर्ट में मृतक के शरीर में शराब और कीटनाशक होना पाया गया। इस घटना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया।
इस तरह हुआ खुलासा
शिक्षक अमृतलाल की संदिग्ध मौत की जाँच में सलेहा थाना पुलिस ने साइबर सेल के माध्यम घटनास्थल के आसपास के मोबाइल नंबर ट्रेस कर यह जानकारी जुटाई कि उक्त अवधि में वहाँ कौन-कौन आया था। साथ ही उन तमाम मोबाइल नंबरों को खंगाला गया जिनसे अमृतलाल कोल की बातचीत हुई थी। इसके अलावा पुलिस ने मुखबिर के जरिए भी आवश्यक जानकारी प्राप्त की। सलेहा थाना प्रभारी निरंकार सिंह ने बताया कि हर पहलू से मामले की गहन जाँच के दौरान पता चला कि 12 जुलाई की शाम शिक्षक रीछुल निवासी महेश बढ़ई के साथ चारपाई की पाटी खरीदने सलेहा आया था। जहां उसे एक होटल मुर्गा खिलाया गया और शराब पिलाई गई।
रात्रि में करीब 9 बजे सलेहा से वापस रीछुल लौटते समय पूर्व निर्धारित योजना के तहत ग्राम छिजौरा निवासी रामकिशुन ढीमर रस्ते में मिला। उसने शिक्षक से कहा कि तुमने गाँव की कई महिलाओं से गलत संबंध बना रखे हैं, मेरी रिश्तेदार के घर भी तुम्हारा आना-जाना है। रामकिशुन व महेश ने शिक्षक अमृतलाल को गालियाँ देते हुए जबरन सल्फास की गोलियाँ खिलाईं और फिर शारब पिला दी। इस दौरान वहाँ पहुंचे देवेन्द्रनगर निवासी करण कुचबंधिया से शिक्षक ने गिड़गिड़ाते हुए उक्त दोनों लोगों से उसे बचाने की गुहार लगाई। करण से उसने कहा मैं फिर कभी रीछुल नहीं आऊंगा और अपना ट्रांसफर करा लूंगा। रामकिशुन व महेश बोले इसे तो जान से मारना ही है, करण ने दोनों को समझाया कि अमृतलाल को जान से मत मारो। इतना कहकर वह समीप स्थित खेत से उसके लिए पानी लेने चला गया। करण जब वापिस लौटा तो शिक्षक अमृतलाल कोल की मौत हो चुकी थी।
इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ मामला
इस प्रकरण की जांच में पाया गया कि ग्राम छिजौरा निवासी रामकिशुन ढीमर व उसके दोस्त ग्राम रीछुल निवासी महेश बढ़ई ने शिक्षक अमृतलाल कोल को जबरन सल्फास की गोली खिलाकर उसकी हत्या की थी। जिसकी पुष्टि एफएसएल रिपोर्ट से होती है। मर्ग की सम्पूर्ण जाँच उपरांत प्रथम दृष्टया मामला हत्या का पाए जाने पर रामिकशोर उर्फ़ रामकिशुन ढीमर 41 वर्ष एवं महेश बढ़ई 40 वर्ष के विरुद्ध सलेहा थाना पुलिस ने अपराध धारा 302, 328, 201, 34 ता. हि. 3 (2) (V. A) SC, ST एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। सलेहा थाना प्रभारी निरंकार सिंह ने बताया कि ग्राम रीछुल में स्कूल के पास रहने वाली जिस महिला के घर पर शिक्षक अमृतलाल कोल का आना-जाना था उससे कथित तौर पर रामिकशोर उर्फ़ रामकिशुन ढीमर के अवैध संबंध थे। महिला के पड़ोस में रहने वाले रामकिशुन के दोस्त महेश बढ़ई को इसकी जानकारी थी। वह महेश ही था जोकि शिक्षक के महिला के घर पर आने-जाने तथा दोनों के बीच अनैतिक संबंध होने की खबर देकर रामकिशुन को उसके विरुद्ध उकसाता था। अपनी रिश्तेदार के घर पर शिक्षक का अक्सर उठना-बैठना रामकिशुन को जब नागवार गुजरने लगा तो उसने महेश के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। सूत्रों से पता चला है कि शिक्षक हत्या के खुलासे के मद्देनजर प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए सलेहा थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को तत्परता से दबोंच लिया है, हालाँकि इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी।