Smart Electricity Meter : लाइन लॉस रोकने घर-घर लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर, विद्युत कंपनी के साथ उपभोक्ताओं को भी फायदा

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*      रोजाना हर 15 मिनिट में मोबाइल पर मिलेगी बिजली खपत और भार की जानकारी

*      वास्तविक रीडिंग तय सयम-दिन पर बिलिंग में दर्ज होने से मिलेंगे त्रुटिरहित बिल

*      अब समय पर बिल नहीं भरने पर एक क्लिक पर बिजली सप्लाई हाेगी बंद

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) केन्द्र सरकार की आरडीएसएस योजना के तहत मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड अब विद्युत उपभोक्ताओं के घरों एवं व्यवसायिक परिसरों में स्मार्ट मीटर लगाने जा रही है। पन्ना संभाग अंतर्गत स्मार्ट विद्युत मीटर लगाने की शुरुआत पन्ना शहर वितरण केन्द्र (जिला मुख्यालय) से की गई है। लाइन लॉस (बिजली चोरी) रोकने के लिए लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर से विद्युत कंपनी के साथ उपभोक्ताओं को भी फायदा होने का दावा किया जा रहा है। पुराने मीटर के स्थान पर स्मार्ट मीटर लगाने से समय पर मानव हस्तक्षेप (मीटर वाचक) के बिना वास्तविक रीडिंग तय समय व तय दिन पर बिलिंग में दर्ज होने से उपभोक्ता को त्रुटिरहित विद्युत बिल प्राप्त होंगे। बिजली का मीटर आपके मोबाइल से कनेक्ट हो जाएगा। इससे बिजली खपत और उपयोग में लाए जा रहे विद्युत-भार (लोड) की हर 15 मिनट में अद्यतन (रियल टाइम) जानकारी उपभोक्ता के मोबाइल फोन पर उपलब्ध होगी। इससे पता चल जाएगा कि आपके घर या दुकान में इस बार कितनी बिजली की खपत हुई है और कितना बिल इस माह आएगा। मोबाइल पर जानकारी प्राप्त होने से उपभोक्ता विद्युत खपत का बेहतर प्रबंधन करके शासन से बिलिंग में मिलने वाली छूट का लाभ उठा सकेंगे। यही नहीं, मोबाइल फोन रिचार्ज की तरह ही स्मार्ट मीटर को भी रिचार्ज करा सकेंगे।
मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड संभाग पन्ना के कार्यपालन अभियंता अमितेश मिश्रा ने रडार न्यूज़ से अनौपचारिक चर्चा में जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का कार्य पन्ना जिला मुख्यालय (शहर वितरण केंद्र) में महीने भर पूर्व शुरू हो चुका है। पन्ना में अब तक 2,000 से अधिक स्मार्ट मीटर सफलतापूर्वक लगाए जा चुके है। जल्द ही पन्ना एवं पवई संभाग के अन्य शहरी क्षेत्रों देवेन्द्रनगर, अजयगढ़, ककरहटी, गुनौर, पवई, अमानगंज में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। फीडरवार स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य चल रहा है, शहरी क्षेत्र के फीडरों के बाद ग्रामीण क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाए जायेंगे। कार्यपालन अभियंता श्री मिश्रा ने बताया कि स्मार्ट मीटर से सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं (घरेलू, व्यावसायिक एवं कृषि) के मीटर बदले जाएंगे।
बता दें कि, पन्ना संभाग अंतर्गत समस्त श्रेणी के विद्युत उपभोक्ताओं की कुल संख्या वर्तमान में 1,04,959 है, जिनमें 84,901 घरेलू उपभोक्ता शामिल हैं। जिले के पवई संभाग में कुल 85,905 उपभोक्ता दर्ज हैं। जिसमें घरेलू उपभोक्ताओं की तादाद 71,753 बताई जा रही है। इस तरह जिले के दोनों संभागों में 1,90,864 स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। जिले में विजनटेक कंपनी के स्मार्ट मीटर लगाने कार्य गुजरात की कंपनी मोंटेकार्लो के द्वारा पूर्णतः निःशुल्क किया जा रहा है। विजन टेक कंपनी के एक स्मार्ट मीटर का मूल्य करीब 4 से 5 हजार रुपए होने की चर्चा है। कार्यपालन अभियंता पन्ना अमितेश मिश्रा ने उपभोक्ताओं से नगर के वार्डों में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर के कार्य में सहयोग करने की अपील की है। आपने बताया कि सहायक अभियंता राहुल बिरला के नेतृत्व में कर्मचारियों द्वारा पन्ना शहर के वार्डों में स्मार्ट मीटर स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड संभाग पन्ना के कार्यपालन अभियंता अमितेश मिश्रा।
श्री मिश्रा का कहना है कि, स्मार्ट मीटर को लेकर किसी भी तरह के भ्रम या अफवाहों में न आएं, इनको लगवाने से ईमानदार उपभोक्ताओं का लाभ ही होगा। बिजली चोरी करने वाले अवश्य ही परेशान हो सकते है क्योंकि अब वह ऐसा नहीं कर पाएंगे। विद्युत कंपनी द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ताओं के बीच फैले भ्रम दूर करने और उनकी संतुष्टि के लिए 5 प्रतिशत घरों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में पुराने मीटर के समानांतर स्मार्ट मीटर लगाने का विशेष प्रावधान किया गया है। ताकि उपभोक्ता दोनों मीटर में दर्ज होने वाली अपनी विद्युत खपत एक सामान होने आंकलन कर सकें। चेक मीटर लगाने की कवायद से उपभोक्ताओं में पुराने मीटर की तुलना में स्मार्ट मीटर के तेज चलने की अफवाहों पर विराम लग सकेगा।

क्यों लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर?

विद्युत उपभोक्ताओं के घरों एवं व्यावसायिक परिसर में पुराने मीटर के स्थान पर स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का काम देश के विभिन्न राज्यों में जोर-शोर से चल रहा है। विद्युत कंपनियां अपने लाइन लॉस (बिजली चोरी) को रोकने के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च करके स्मार्ट मीटर परियोजना को अपना रही हैं। बताया जाता है कि स्मार्ट मीटर बहुत ही सूक्ष्मता के साथ विद्युत खपत की गणना करते हुए किसी भी प्रकार के उतार-चढ़ाव का सटीक विश्लेषण करता है। जबकि वर्तमान में लगे मीटर विद्युत खपत की सूक्ष्मता से गणना करने में सक्षम नहीं है। स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ताओं की मासिक रीडिंग के लिए विद्युत कंपनियों को मीटर रीडरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। यानी डोर-टू-डोर रीडिंग पूर्णतः बंद हो जाएगी। अब समय पर बिल नहीं भरने पर एक क्लिक पर उपभोक्ता की बिजली सप्लाई हाेगी बंद कर दी जाएगी। और बिल जमा होने पर बिना किसी देरी के विद्युत आपूर्ति बहाल हो जाएगी।
स्मार्ट मीटर में प्री-पेड फीचर्स होने से उपभोक्ता मोबाइल फोन रिचार्ज की तरह मीटर भी रिचार्ज करा सकेंगे। भविष्य में मीटर रिचार्ज (प्री-पेड) व्यवस्था अनिवार्य रूप से प्रारम्भ होने पर बिजली कंपनी को बिल वसूली के दवाब से भी पूर्णतः मुक्ति मिल जाएगी। इस तरह मासिक मीटर रीडिंग और बिल वसूली में लगने वाला मानव श्रम और खर्च बंद होने से जाहिर है विद्युत कंपनियों को राजस्व की बड़ी बचत होगी। लेकिन इस स्थिति में उपभोक्ता को विद्युत आपूर्ति बहाल रखने के लिए अपने मीटर में आवश्यक बैलेंस रखना होगा।

उपभोक्ताआ बिजली खपत की कर सकेंगे निगरानी

मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड का लोगो।
स्मार्ट मीटर उपभोक्ता के मोबाइल फोन से कनेक्ट होंगे। इससे पता चल जाएगा कि उनके घर या दुकान में इस बार कितनी बिजली की खपत हुई है और कितना बिल इस माह आएगा। बिजली खपत और उपयोग में लाए जा रहे विद्युत-भार (लोड) की हर 15 मिनट में वास्तविक अद्यतन (रियल टाइम) जानकारी मोबाइल पर उपलब्ध होगी जिससे बिजली के किफायती उपयोग से बिजली बिल में कटौती की जा सकेगी। इन मीटरों की स्वचलित प्रणाली के माध्यम से मीटर रीडिंग तय समय तय दिन पर बिलिंग में दर्ज होगी। इससे रीडिंग के दौरान भूलवश होने वाली किसी भी प्रकार की त्रुटि से छुटकारा मिलेगा और उपभोक्ताओं को त्रुटिरहित बिल प्राप्त होंगे। प्रतिमाह मीटर रीडिंग में होने वाली मानवीय त्रुटि और बिजली बिलों में सुधार के लिए बिजली कंपनी कार्यालय के बार-बार चक्कर लगाने से छुटकारा मिल जाएगा। विद्युत लाइनों, ट्रांसफार्मर या किसी उपभोक्ता की बिजली आपूर्ति बाधित होने पर विद्युत् व्यवधान का कंपनी के कर्मचारियों द्वारा स्वतः संज्ञान लेकर बिजली आपूर्ति की तुरंत बहाल की जाएगी।