दशहरा पर उपद्रव : BJP के युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष व कांग्रेस नेता के भतीजे ने साथियों समेत घरों में घुसकर जमकर की तोड़फोड़, दुर्गा प्रतिमाओं के जुलूस दौरान झाग वाला स्प्रे डालने पर हुआ विवाद

0
1547
रात्रि में हुए विवाद के संबंध में चर्चा करते अजयगढ़ के कछियाना मोहल्ला के लोग।

* पन्ना जिले के अजयगढ़ कस्बा में बबाल के चलते तनावपूर्ण स्थिति निर्मित

* अजयगढ़ थाना पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ दर्ज किया आपराधिक प्रकरण

पन्ना/अजयगढ़ (www.radarnews.in) जिले के अजयगढ़ क़स्बा में दशहरा के त्यौहार पर निकाले गए दुर्गा प्रतिमाओं के जुलूस के दौरान झाग वाला स्प्रे डालने की मामूली सी बात पर दो पक्षों के युवाओं के बीच हुए विवाद ने देखते ही देखते बबाल का रूप ले लिया। जिसके चलते मारपीट की गई और घरों में जबरन घुसकर तोड़फोड़ करते हुए जमकर उत्पात मचाया। पुलिस की कथित मुस्तैदी के बीच हुए इस उपद्रव की वजह से अजयगढ़ में तनावपूर्ण स्थिति निर्मित है। स्थानीय पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर एक-दूसरे के खिलाफ आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया है। एक मामले में पुलिस ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के पन्ना जिलाध्यक्ष अमित गुप्ता, उसके छोटे भाई रोहित गुप्ता, अजयगढ़ जनपद अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता भरत मिलन पाण्डेय के भतीजे उज्जवल पाण्डेय, शोलू पाण्डेय समेत अन्य को आरोपी बनाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मंगलवार देर रात्रि में कुछ नामजद आरोपियों को तत्परता से गिरफ्तार कर लिया है जबकि राजनैतिक पृष्ठभूमि वाले आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं। विवाद में शामिल जिन युवाओं के घरों में तोड़फोड़ हुई उनके यहाँ सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही अजयगढ़ में भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

भाजयुमो नेता के भाई से हुआ विवाद

अज्जू रैकवार के घर के बाहर सुरक्षा की दृष्टि से तैनात पुलिसकर्मी।
जनचर्चा के अनुसार अजयगढ़ कस्बा में मंगलवार 8 अक्टूबर की रात्रि में करीब 10 बजे जब दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का जुलूस पुराना बस स्टैण्ड से गुजर रहा था। जिसमें शामिल युवा नाचते-गाते हुए चल रहे थे। इस दौरान अज्जू रैकवार ने झाग वाला फोम स्प्रे उड़ाया जो रोहित गुप्ता पुत्र सुरेश गुप्ता के चेहरे और आँखों में लग गया। इसी बात को लेकर इनके बीच कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर अज्जू रैकवार, ओमप्रकाश रैकवार, छोटू विश्वकर्मा, शुभम विश्वकर्मा एवं उनके साथियों ने एक राय होकर रोहित गुप्ता, उज्ज्वल पाण्डेय, शोलू पाण्डेय, ऋषि राठौर के साथ मारपीट कर दी। जुलूस में शामिल लोगों के हस्तक्षेप के बाद बमुश्किल विवाद शांत हुआ और इस बीच हमलावर युवक मौके से भाग निकले।
फाइल फोटो।
जबकि भाजपा युवा मोर्चा के पन्ना जिलाध्यक्ष अमित गुप्ता ने जो रिपोर्ट लिखाई उसमें बताया गया है कि पुराना बस स्टैण्ड के समीप दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन जुलूस के दौरान अज्जू रैकवार, ओमप्रकाश रैकवार, छोटू विश्वकर्मा, शुभम विश्वकर्मा एवं इनके साथी एक राय होकर आए और रास्ता रोककर हमारी प्रतिमा के आगे खड़े होकर फोम स्प्रे उड़ाने लगे। मना करने पर बुरी-बुरी गालियाँ देने लगे। इस बीच मौके पर आए हमारे साथियों उज्ज्वल पाण्डेय, शोलू पाण्डेय, ऋषि राठौर के साथ अज्जू और उसके दोस्तों के द्वारा लात-घूंसों व डण्डों से मारपीट की गई। जिसमें उज्ज्वल पाण्डेय व ऋषि राठौर के शरीर पर चोटें आईं है और खून भी निकलने लगा। मौके पर कुछ लोगों ने हस्तक्षेप कर बीच-बचाव किया तभी हमलावर फरार हो गए। अजयगढ़ थाना पुलिस ने अमित की रिपोर्ट पर अज्जू रैकवार, ओमप्रकाश रैकवार, छोटू विश्वकर्मा, शुभम विश्वकर्मा व अन्य के खिलाफ अपराध क्रमाँक 324/19 धरा 147, 341, 294, 323, 506 ताहि के तहत प्रकरण दर्ज किया है।

युवा नेताओं ने जमकर काटा बबाल

अपने घर की हालत और बिखरे हुए सामन को दिखाती सविता रैकवार।
इस विवाद में दूसरी रिपोर्ट अज्जू रैकवार की बहिन कुमारी सविता रैकवार ने दर्ज कराई है। जिसके अनुसार मंगलवार रात्रि में करीब 10 बजे वह घर पर अकेली थी। सविता की विधवा माँ प्रेम रैकवार भाईयों अज्जू व ओमप्रकाश को ढूंढने के लिए मोहल्ले में गई थी। इस बीच भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अमित गुप्ता उनके भाई रोहित गुप्ता, ऋषि राठौर, उज्जवल पाण्डेय, शोलू पाण्डेय व उनके 100 अन्य साथी हमारे घर के सामने आए और बुरी-बुरी गालियाँ देते हुए मुझसे बोले कि तेरा भाई अज्जू कहाँ है। डरी-सहमी सविता ने बताया कि वह घर पर नहीं है और तुरंत अपने घर के दरवाजे बंद कर लिए। उक्त सभी लोग दरवाजा तोड़कर अंदर घुस आए और बोले कि देखो अज्जू अंदर होगा।
लाठी-डण्डों से लैस आक्रोशित भीड़ के इस कदम से अत्यंत ही भयभीत सविता घर की छत में चली गई। सभी लोग बोल रहे थे कि तुम्हारा भाई अज्जू जहाँ भी मिलेगा उसे जान से मार देंगे। बाद में उक्त सभी लोग कछियाना मोहल्ले में ही बसंतलाल विश्वकर्मा के घर गए और उनका दरवाजा तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास किया। दरवाजा न टूटने पर घर के बाहर गाली-गलौंज करते रहे इसकी जानकारी बसंतलाल की पत्नी शिवकुमारी विश्वकर्मा के द्वारा सविता को दी गई। अजयगढ़ थाना पुलिस ने सविता की रिपोर्ट पर अमित गुप्ता, रोहित गुप्ता, ऋषि राठौर, उज्जवल पाण्डेय, शोलू पाण्डेय व अन्य के खिलाफ अपराध क्रमाँक 323/19 धरा 147, 294, 452, 427, 506 ताहि के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले को जांच में लिया है।
पत्रकारों को अपनी आपबीती बताती सविता रैकवार।
उल्लेखनीय है कि इस विवाद से जुड़े दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसे युवा नेताओं और उनके साथियों के द्वारा अज्जू रैकवार के घर पर कथित तौर पर की गई तोड़फोड़ और फैलाई गई दहशत के सबूत के तौर पेश किया जा रहा है। एक वीडियो में सविता घर का बिखरा हुआ सामान दिखाते हुए बताती है कि रात में आई उपद्रवियों की भीड़ ने उसके घर पर जमकर तोड़फोड़ की है। उसके अनुसार हमलावर डण्डे के साथ कट्टा भी लिए हुए थे। दूसरे वीडियो में शिवकुमारी विश्वकर्मा बता रहीं है कि मैंने भीड़ को समझाया कि मेरे बच्चे ने मारा है तो आप लोग मुझे मार लो। इस पर कुछ युवाओं ने कहा कि आप हमारी माँ जैसी है, हम आपको नहीं उसी को मारेंगे।
घटना के संबंध जानकारी देतीं शिवकुमारी विश्वकर्मा।
शिवकुमारी विश्वकर्मा वीडियो में बता रहीं है कि विवाद के बाद से उनके दोनों बेटे छोटू विश्वकर्मा, शुभम विश्वकर्मा अजयगढ़ थाना पुलिस की हिरासत में है। त्योहारों के समय क़ानून व्यवस्था के लिहाज से काफी संवेदनशील माने जाने वाले पन्ना जिले के अजयगढ़ क़स्बा में दहशहरे पर हुए इस विवाद में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं तथा उनके परिजनों का नाम आने से यह मामला चर्चाओं में बना है। वहीं इस घटनाक्रम को लेकर लोग स्थानीय पुलिस की भूमिका और उसकी कथित मुस्तैदी पर सवाल उठाते हुए तीखी आलोचना कर रहे हैं।

इनका कहना है –

“अज्जू रैकवार आपराधिक चरित्र का व्यक्ति है यह बात सभी को पता है। उसने और उसके दोस्तों ने हम लोगों के साथ मारपीट की है, इस मामले में पीड़ित हम है। अज्जू के घर में तोड़फोड़ करने के आरोप झूठे हैं हम लोग तो उसके घर गए ही नहीं है। हमें फंसाने के लिए झूठी रिपोर्ट दर्ज कराइ गई है।”

– अमित गुप्ता, भाजयुमो जिलाध्यक्ष पन्ना।

“स्प्रे डालने को लेकर हुए विवाद पर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया है। सभी फरार आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस की सजगता का ही परिणाम है कि यह विवाद बड़ा रूप नहीं ले सका।”

– डी. के. सिंह निरीक्षक थाना अजयगढ़।