पन्ना। रडार न्यूज मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में अपने विधानसभा उम्मीदवार समय से पूर्व घोषित करने की रणनीति के तहत् कई सीटों पर अपने मौजूदा विधायकों और जीत की प्रबल संभावना वाले कुछ पार्टी नेताओं को चुनावी तैयारियां शुरू करने के संकेत दे दिये है। इसके पीछे मंशा यह है कि नवम्बर में होने वाले चुनाव से पहले प्रत्याशियों को जनसम्पर्क करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। साथ ही वे अपना चुनावी प्रबंधन भी बेहतर तरीके से कर सकें। दरअसल मध्यप्रदेश में पिछले साढ़े 14 साल से सत्ता का वनवास काट रही कांग्रेस इस बार के चुनाव में वापिसी की उम्मीद लगाये हुए है। मिशन 2018 की सफलता को हरहाल में सुनिश्चित करने के लिए ही समय पूर्व संभावित प्रत्याशियों को प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व की ओर से चुनावी तैयारी में जुटने के संकेत दिये जा रहे है। ताकि सघन जनसम्पर्क के मामले में वे सत्ताधारी दल भाजपा के उम्मीदवारों से पीछे न रहें। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से बाहर आ रहीं खबरों पर भरोसा करें तो पन्ना की पवई सीट से मौजूदा विधायक मुकेश नायक ही पुनः प्रत्याशी हो सकते है। पिछले दिनों एकता यात्रा के तहत् पन्ना के प्रवास पर आये पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और न्याय यात्रा के तहत् पन्ना पहुंचे नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने भी स्थानीय स्तर पर इस बात के संकेत दिये थे। खबर यह भी है कि पन्ना विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी इस बार स्वच्छ छवि के किसी क्षत्रिय या फिर ओबीसी नेता को अपना उम्मीदवार बना सकती है। मालूम हो कि वर्ष 2013 के चुनाव में पन्ना सीट से मंत्री सुश्री कुसुम सिंह मेहदेले को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग की ही उच्च शिक्षित महिला नेत्री एडवोकेट मीना सिंह यादव को प्रत्याशी घोषित किया था लेकिन उन्हें भारी मतों के अंतर से करारी हार का सामना करना पड़ा था। पिछले चुनाव में पन्ना सीट से बसपा के उम्मीदवार महेन्द्र पाल वर्मा अप्रत्याशित रूप से दूसरे नम्बर पर रहे जबकि कांग्रेस प्रत्याशी के तीसरे स्थान पर खिसकने से जमानत जब्त हो गई थी। वर्मा और मीना को मिले वोटों का अंतर महज दो हजार के आसपास ही रहा है। जबकि भाजपा की विजयी उम्मीदवार रहीं सुश्री कुसुम मेहदेले की जीत का अंतर इन दोनों प्रत्याशियों को मिले वोटों से कहीं ज्यादा था। उधर पवई सीट की मौजूदा सियासी हलचल को देखते हुए वहां एक बार फिर कांग्रेस केे मुकेश नायक और भाजपा से पूर्व मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के बीच चुनावी मुकाबला होना लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि इन दोनों ही दिग्गज नेताओं को अपनी-अपनी पार्टी के बागियों-भितरघातियों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। दोनों ही दलों के बागी तेवर वाले नेताओं ने इस बार भी चुनाव के पहले संयुक्त रूप से पवई में क्षेत्रीय प्रत्याशी की अपनी पुरानी मांग तेज कर दी है। पन्ना-पवई सीट से चुनावी मुकाबले को लेकर लगाये जा रहे इन कायासों के बीच वास्तविक स्थिति तो आने वाले महीनों में विभिन्न दलों के प्रत्याशियों के नामों का अधिकारिकतौर पर ऐलान के बाद ही साफ हो पायेगी।