सिविल सर्जन के साथ अभद्रता से डॉक्टरों में आक्रोश, कामबंद हड़ताल पर जाने का दिया अल्टीमेटम

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पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र से मुलाकत करने के बाद उनके बंगले से बाहर निकलते हुए जिला चिकित्सालय के डॉक्टर्स एवं स्वास्थ्य कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी।

*   सड़क हादसे में मृत कांग्रेस नेता के परिजनों पर अभद्रता करने का लगाया आरोप

 कलेक्टर से बंगले में मिले डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी

 आरोपियों की गिरफ़्तारी व हॉस्पिटल में सशस्त्र जवानों की तैनाती की रखी मांग

पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में सरकारी स्वास्थ्य सेवायें 24 घण्टे बाद किसी भी समय पूर्णतः ठप्प हो सकती हैं ! क्योंकि जिला चिकित्सालय पन्ना समेत आंचलिक सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में तैनात डॉक्टर, नर्सेस तथा पैरामेडिकल स्टॉफ सामूहिक रूप से सांकेतिक कामबंद हड़ताल पर जा सकता है। इसका एलान जिला चिकत्सालय पन्ना के सीनियर डॉक्टरों ने किया है। शनिवार की सुबह दर्दनाक सड़क हादसे में मृत कांग्रेस नेता अरविंद सोनी के परिजनों के द्वारा जिला चिकित्सालय में सिविल सर्जन डॉ. एलके तिवारी के साथ अभद्रता किए जाने से उपजे आक्रोश के चलते डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से सांकेतिक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। डॉक्टरों ने कलेक्टर से मुलाकात कर अल्टीमेटम दिया है, अभद्रता करने वाले आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी न होने और जिला चिकित्सालय में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम न किये जाने पर समस्त डॉक्टर्स, नर्सेस एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को अपनी सुरक्षा और सम्मान की रक्षा के लिए हड़ताल करने को मजबूर होना पड़ेगा। डॉक्टरों की इस चेतावनी के बाद से जिला प्रशासन में हड़कंप मचा है।
उल्लेखनीय है कि शहर के बीटीआई तिराहा के नजदीक शनिवार 3 सितम्बर की सुबह एक तेज रफ़्तार बस ने बाइक सवार कांग्रेस नेता को सीधी ठोकर मार दी। हादसे में अत्यंत ही गंभीर रूप से जख्मी कांग्रेस नेता को उपचार हेतु अचेत हालत जिला चिकित्सालय लाया गया। डॉक्टरों का कहना है, अरविंद की मौत जिला चिकित्सालय पहुँचने से पहले ही हो चुकी थी। परीक्षण करने के बाद परिजनों को इसकी जानकारी दी गई। फिर भी परिजनों के द्वारा हंगामा करते हुए सिविल सर्जन डॉ. एलके तिवारी के साथ अभद्रता की गई। इस घटनाक्रम से आक्रोशित डॉक्टर्स एकजुट होकर कलेक्टर संजय कुमार मिश्र से मिलने उनके बंगले पहुंचे। डॉक्टरों ने कलेक्टर श्री मिश्र को बताया जिला चिकित्सालय में पखवाड़े भर के अंदर मरीज के परिजनों द्वारा की गई अभद्रता की यह तीसरी बड़ी घटना है। इस तरह की असहनीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के कारण डॉक्टर और सहयोगी स्टॉफ बेहद असुरक्षित महसूस कर रहा है, ऐसी स्थिति में काम करना बेहद मुश्किल हो गया है।
पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र से मुलाकत करने के बाद उनके बंगले के बाहर आगे की रणनीति को लेकर चर्चा करते हुए डॉक्टर्स।
डॉक्टरों के द्वारा कलेक्टर के समक्ष प्रमुखता से मांग रखी गई कि, सिविल सर्जन के साथ अभद्रता करने वाले आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए और जिला चिकित्सालय में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करते हुए सशस्त्र जवानों को तैनात किया जाए। डॉक्टरों स्पष्ट किया है, अगर हमारी जायज मांगों पर तत्परता से कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की गई तो हम सोमवार को या फिर उसके बाद सामूहिक रूप से सांकेतिक कामबंद हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगें। जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी। कलेक्टर से मुलाकत करने वाले प्रतिनिधि मण्डल में मुख्य रूप से सीएमएचओ ड़ॉ. व्हीएस उपाध्याय, सिविल सर्जन डॉ. एलके तिवारी, डॉ. एसके त्रिपाठी, डॉ. प्रदीप द्विवेदी, डॉ. नीरज जैन, डॉ. प्रदीप गुप्ता, डॉ. आलोक गुप्ता, डॉ. अभिषेक जैन, डॉ. भास्कर द्विवेदी, नर्सेस यूनियन की पदधिकारी, कर्मचारी नेता सलीम खान, फिरोज खान, सजनीश शर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के आधा सैंकड़ा कर्मचारी शामिल रहे।

कलेक्टर ने दिलाया कार्रवाई का भरोसा

पन्ना कलेक्टर, संजय कुमार मिश्र।
पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने पत्रकारों को बताया कि डॉक्टरों का एक प्रतिनिधि मण्डल अपनी चिंताओं और अभद्रता से जड़ी हालिया घटनाओं के संबंध उनसे मिला था। सिविल सर्जन के साथ अभद्रता की घटना को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ पुलिस के द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। जिला चिकित्सालय में आये दिन मरीजों के परिजनों का ड्यूटी डॉक्टर या फिर नर्सेस से विवाद होने की चिंताजनक घटनाओं को मद्देनजर कलेक्टर ने बताया कि इस संबंध में पुलिस अधीक्षक से आवश्यक चर्चा कर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा। ताकि इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। एक सवाल के जवाब में आपने कहा कि, जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों को हड़ताल पर ना जाने की समझाइश दी गई है, क्योंकि वर्तमान में अनेक बीमारियों का प्रकोप है और समूचा जिला सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर ही पूर्णतः निर्भर है। सभी को आश्वस्त किया गया है कि उनकी मांगों पर कार्रवाई की जाएगी लेकिन फ़िलहाल कोई ऐसा कदम ना उठायें जिससे मरीजों के जीवन के लिए संकट पैदा हो।

कानून को अपने हाथ में ना लें

पन्ना में शव विच्छेदन गृह के बाहर मौजूद कांग्रेस नेता के शोक संतृप्त परिजन एवं परिचित लोग।
कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने आमजन से डॉक्टरों एवं नर्सेस के साथ अच्छा व्यवहार करने की अपील की है। उन्होंने कहा, मरीजों को इलाज में यदि कोई समस्या होती है तो वे इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दें, उस पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा। मरीज या उनके परिजन अगर हॉस्पिटल विवाद करेंगे तो इससे उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। कलेक्टर ने कहा कि डॉक्टरों के अधिकांश पद रिक्त होने के कारण जिला चिकित्सालय समेत आंचलिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पहले से ही डॉक्टरों की कमी है, अब अगर उनके साथ आए दिन अभद्रता होगी तो फिर डॉक्टर यहां कैसे रुकेंगे ?

इस माहौल में नहीं कर सकते काम

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना डॉ. व्हीएस उपाध्याय ने सिविल सर्जन के साथ हुई अभद्रता को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, हाल ही में जिस तरह के घटनाक्रम सामने आए हैं वे काफी चिंतित और परेशान करने वाले हैं। मौजूदा माहौल में काम करना बेहद मुश्किल हो गया है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि सड़क हादसे का शिकार हुए कांग्रेस नेता अरविंद सोनी को उसके परिजन मृत अवस्था में जिला चिकित्सालय लेकर आए थे। हमारे डॉक्टर ने परीक्षण उपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मरीज के परिजन चिल्लाने लगे और गाली-गलौंज करते हुए हाथापाई पर उतारू हो गए। इस तरह की घटनाएं हॉस्पिटल में नहीं होनी चाहिए। ऐसे में काम करना संभव नहीं होगा। आपने बताया कि, सिविल सर्जन के साथ हुई घटना पर एफआईआर दर्ज की जा रही है। पूर्व की घटनाओं पर भी एफआईआर हुई है। हमने हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम दिया है। क्योंकि, जिला चिकित्सालय में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम अविलंब किया जाना बेहद जरुरी हो गया है। आपने बताया कि रविवार 4 सितंबर को सभी डॉक्टर्स बैठक कर कामबंद हड़ताल को लेकर एवं आगे की रणनीति पर विचार करने के लिए सर्वसम्मति से निर्णय लेंगे।