* शराब की अवैध बिक्री की अनदेखी करती रही स्थानीय पुलिस
* शराब ठेकेदार के कर्मचारी सुरा प्रेमियों को सप्लाई करते रहे शराब
* प्रतिबंध के बाद भी शराब की बिक्री होने की एसडीएम को दी गई जानकारी
संजय त्रिपाठी, शाहनगर। पन्ना जिले के शाहनगर क़स्बा में स्वतंत्रता दिवस के दिन गुरुवार 15 अगस्त को प्रतिबंध के बावजूद शराब की अवैध बिक्री जारी रही। शराब की दुकान को ठेकेदार ने बंद तो रखा लेकिन उसके कर्मचारी दुकान के बाजू में ही शराब बिक्री कर खुलेआम शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाते रहे। हैरानी की बात यह है कि पुलिस थाना से महज 400-500 मीटर की दूरी पर शराब की अवैध बिक्री का खेल चलता रहा और स्थानीय पुलिस इससे बेखबर बनी रही। शराब की अवैध बिक्री को लेकर पुलिस की उदासीनता को उसके अघोषित संरक्षण के तौर पर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय पर्वों एवं गाँधी जयंती के उपलक्ष्य पर लाइसेंसी दुकानों पर शराब की बिक्री पूर्णतः प्रतिबंधित रहती है। इन दिनों को बकायदा शासन के द्वारा शुष्क दिवस (ड्राई-डे) घोषित किया जाता है। लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग के संरक्षण के चलते शराब दुकान ठेकेदारों ने इस प्रतिबंध का तोड़ निकाल लिया है।
आमतौर पर यह देखा जाता है कि शुष्क दिवस पर शराब की लाइसेंसी दुकान तो दिखावे के लिए बंद रहती है पर उसी के आसपास शराब ठेकेदार के कर्मचारी शारब की अवैध बिक्री करते रहते हैं। इस बार स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन के दिन शाहनगर में भी यही हुआ। मालूम हो कि शुष्क दिवस पर शराब बेंचना गंभीर अपराध है, ऐसे में पुलिस शराब की बिक्री करने वाले कर्मचारी को गिरफ्तार कर शराब को जप्त कर सकती है। प्रतिबंध के उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर शराब दुकान का लाइसेंस तक आबकारी विभाग निरस्त कर सकता है। लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग से ठेकेदारों की साँठगाँठ के चलते इस तरह की कठोर कार्यवाही नहीं की जाती है। गुरुवार 15 अगस्त को शाहनगर कस्बा में बोरी मार्ग पर स्थित शराब दुकान के पिछले हिस्से से दिनभर शराब की बिक्री की गई। शाम होने पर शराब दुकान के समपीप निर्माणाधीन दुकान में शराब रखकर बेंची गई। फलस्वरूप शुष्क दिवस पर शाहनगर में जमकर शराबखोरी हुई।
कैमरा देखते ही मची भगदड़
