मंदसौर रेप काण्ड पर कैंडल मार्च निकालकर कांग्रेस ने जताया विरोध
मासूम के बलात्कारियों को ‘फांसी‘ देने की मांग
गुनौर। रडार न्यूज मंदसौर में आठ वर्षीय नाबालिग से रेप के विरोध में शनिवार रात 9 बजे कांग्रेसियों द्वारा सिली तिराहे पर इलाहाबाद बैंक के सामने कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें छोटे बच्चे भी हुए शामिल। प्रदेश भर में मासूम बच्चियों से बलात्कार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। लेकिन सूबे की भाजपा सरकार गहरी नींद में है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस सवाल का जबाब देना चाहिये कि उनकी सरकार नींद से कब जागेगी। भाजपा के राज में मध्यप्रदेश बलात्कार की राष्ट्रीय राजधानी बन गया है और सूबे में हर साल 5,000 महिलाओं से दुष्कर्म हो रहा है। महिलाओं-बालिकाओं की हिफाजत सुनिश्चित करने प्रदेश सरकार अभी तक कोई मजबूत निर्णय नहीं ले पाई है, जिससे की इस तरह की दिल दहला देने बाली घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लग सके। साथ ही देश में मध्यप्रदेश की छवि में सुधार हो सके। राजनैतिक लाभ के लिए पवित्र रिश्तों की भावनात्क दुहाई देकर प्रदेश की महलाओं को अपनी बहिन और बटियों को भांजियां बताने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महिलाओं-बालिकाओं को सुरक्षा प्रदान करने के मामले में अब तक पूरी तरह नाकाम रहे है।
चिंताजनक हुए हालत –

भाजपा और शिवराज के शासन में मध्यप्रदेश के हालात इतने अधिक बिगड़ चुके है कि अपराधी बेखौफ होकर महिलाओं-बालिकाओं की आबरू पर लगातार हमले कर रहे है। गुनौर में सभी कांग्रेसजनों ने इस मंदसौर रेप काण्ड घटना की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि यह दरिंदगी भरा अमानवीय कृत्य है जिसने सभ्य समाज को झकझोर कर रख दिया है। कांग्रेसजनों ने रेप के मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त सजा की मांग की है। ताकि इस तरह की घिनौनी घटनाओं को अंजाम देने वालों की रूह कांप उठे। कैंडल पश्चात रेप पीड़िता मासूम बच्ची के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए ईश्वर से कामना की है। कैंडल मार्च में मुख्य रूप से वरिष्ठ नेता श्यामसुंदर पौराणिक, कुलदीप सिंह डिघौरा कार्यवाहक अध्यक्ष ब्लॉक गुनौर, संजय तिवारी , सुनील उपाध्याय, केशरी अहिरवार पूर्व सरपंच, उमेश गुप्ता सतेंद्र सिंह बुंदेला बल्लू सोनी, रावेन्द्र अवस्थी, सतोल चौधरी, सोने लाल प्रजापति, कल्लू पटेल,रानू राजा, संदीप सेनी, मनीष पाठक, हसन अली खान, अमित पठान , बेटा चौबे, धीरेन्द्र सिंह, राजेश गुप्ता, अजय रैकवार, रमेश रैकवार सहित सेकड़ो कार्यकर्ता शामिल हुए।