उल्टी-दस्त से चार आदिवासी बच्चों की मौत, डेढ़ दर्जन बीमार व्यक्तियों को स्वास्थ्य केंद्र में कराया भर्ती

*      पन्ना जिले के पटोरी गांव में दूषित पानी और भोजन के उपयोग से बिगड़ी ग्रामीणों की हालत 

*      स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने घर-घर सर्वेक्षण कर वितरित की आवश्यक दवाएं

*      जल शुद्धिकरण के लिए पेयजल स्रोतों में ब्लीचिंग पाउडर और क्लोरिन की दवा डलवाई

पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के अति पिछड़े पन्ना जिले में मौसमी बीमारियों का कहर बीते कुछ माह से लगातार जारी है। जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पवई के नजदीकी गांव पटोरी की आदिवासी बस्ती में उल्टी-दस्त ने कोहराम मचाया है। बस्ती में तीन दिन के अंदर चार बच्चों ने उल्टी-दस्त के कारण दम तोड़ दिया। मृत बच्चों में तीन एक ही परिवार के है। जिनकी मौत बुधवार से लेकर गुरूवार के बीच महज़ कुछ घंटे के अंतराल में होने से जबरदस्त हड़कंप मचा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में घर-घर सर्वेक्षण कर करीब डेढ़ दर्जन बीमार व्यक्तियों को चिन्हित किया है, जिन्हें समुचित इलाज हेतु सीएचसी पवई में भर्ती कराया है। गंभीर रूप से बीमार 3 लोगों को बेहतर इलाज के लिए पन्ना जिला चिकित्सालय रेफर किया गया।
प्रभारी बीएमओ पवई डॉ. विवेक कुमार मेहोरिया ने पटोरी ग्राम की स्थिति पूरी अब तरह से नियंत्रण में होने का दावा किया है। आधा सैंकड़ा से भी कम घरों वाली आदिवासी बस्ती में एक ही माता-पिता के तीन बच्चों की अचानक मौत होने से खबर आने से हर कोई स्तब्ध है। कुछ लोग इस दुखद घटनाक्रम को डायरिया के प्रकोप के तौर पर देख रहे है तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो कि फूड प्वाइजनिंग की आशंका जता रहे है। बच्चों की मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। जिम्मेदार अधिकारी जांच उपरांत आधिकारिक तौर पर स्थिति स्पष्ट होने की बात कह रहे हैं।
गुरुवार को सुबह-सुबह पवई क्षेत्र के पटोरी ग्राम की आदिवासी बस्ती में कथित तौर पर उल्टी-दस्त से एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत होने की दुखद खबर आते ही लोग हैरान रह गए। आनन-फानन पवई बीएमओ विवेक कुमार के नेतृत्व पटोरी पहुंची स्वास्थ्य विभाग की ब्लॉक स्तरीय टीम को शोक संतृप्त परिजनों से पता चला कि मृत बच्चों ने तरोई की बासी सब्जी खाई हुई थी। पीड़ित माता-पिता मुन्नीलाल आदिवासी और हल्की बाई ने बताया कि बुधवार दोपहर से लेकर गुरुवार रात्रि के बीच अचानक उनके तीनों बच्चों को हाथ-पैर एवं शरीर में तेज दर्द की शिकायत हुई। और फिर दो बच्चों को सिर्फ एक बार उल्टी दस्त हुए थे। बेवश और लाचार माता-पिता की आँखों के सामने असहनीय दर्द एवं पीड़ा से तड़पते तीनों बच्चों की महज चंद घंटे के अंतराल में रहस्मय तरीके से सांसें थम गईं। मृत बच्चों में सीमा 6 वर्ष, उपासना 8 वर्ष और अशोक आदिवासी 15 वर्ष शामिल हैं।
गरीब आदिवासी परिवार के एक साथ तीन चिराग़ बुझने से हर कोई स्तब्ध और दुखी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा आदिवासी बस्ती में घर-घर कराए गए सर्वेक्षण के दौरान तीन दिन पूर्व वहां अली आदिवासी के पुत्र अखलेश की मौत होने की भी जानकारी मिली है। कथित तौर पर अखिलेश आसपास के किसी नाले से मछली पकड़कर लाया था। जिसकी सब्जी खाने के बाद उसे उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और फिर थोड़ी देर में उसकी मौत हो गई। वहीं गांव के कुछ लोगों का मानना है की बच्चों की मौत हैण्डपम्प का दूषित पानी पीने से हुई है।

बीमार व्यक्तियों का इलाज जारी

पन्ना के पटोरी गांव में उल्टी-दस्त फैलने से बीमार लोगों को उपचार हेतु एम्बुलेंस से पवई लाया गया।
पटोरी गांव की आदिवासी बस्ती में सर्वेक्षण के दौरान बीमार पाए गए 15 लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ब्लॉक स्तरीय कॉम्बेट टीम के द्वारा एम्बुलेंस से पवई लाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। जबकि गंभीर रूप से बीमार 3 व्यक्तियों को इलाज हेतु पन्ना जिला अस्पताल के लिए रेफर किया है। स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराए गए मरीजों में छोटे बच्चे, महिलाएं और पुरुष शामिल है। सभी का इलाज जारी है और उनकी हालत में सुधार होना बताया गया है। बीएमओ पवई ने बताया कि बच्चों की मौत की दुखद घटना की जानकारी मिलने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसके त्रिपाठी ने पटोरी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इसके पूर्व सीएमएचओ के निर्देश पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शैंकी अग्रवाल की अगुवाई में जिले से आई डॉक्टरों की टीम ने पटोरी के बीमार लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक उपचार प्रदान किया गया। बीमारी की रोकथाम के उद्देश्य से बस्ती के पेयजल स्रोतों के जल शुद्धिकरण हेतु ब्लीचिंग पाउडर और क्लोरीन की दवा डलवाई गई। साथ ही कम बीमार लोगों को आवश्यक दवाएं वितरित की गईं। चार बच्चों की मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए मुन्नीलाल आदिवासी के घर से भोजन तथा गांव के जल स्रोतों पानी के सैंपल लेकर परीक्षण हेतु लैब भेजा जा रहा है।

ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल

विदित होकि महज पखवाड़े भर के अंदर जिले में कथित तौर पर उल्टी-दस्त के कारण अब तक छह लोग समय काल-कवलित हो चुके हैं। इसी अवधि में करीब आधा दर्जन गांवों में सैंकड़ा भर लोगों के बीमार होने की जानकारी भी सामने आई है। पवई के ताजा घटनाक्रम से पूर्व अजयगढ़ तहसील के धरमपुर क्षेत्र अंतर्गत हरनामपुर ग्राम पंचायत में उल्टी-दस्त से दो लोगों की मौत होने का मामला प्रकाश में आया था। जिले के ग्रामीण अंचल में मौसमी बीमारियों के प्रकोप की बड़ी वजह स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बदहाल होना है। ग्रामीणों में जागरूकता के आभाव से भी बीमारियों को फैलने में मदद मिल रही है। ग्राम स्तर पर आशा कार्यकर्ता और उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर सीएचओ पदस्थ होने के बाद भी ग्रामीणों में बीमारियों से बचाव को लेकर जागरूकता का आभाव होने के साथ शासन की मंशानुरूप उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का आपेक्षित लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति तब है जबकि हर साल ग्राम स्तर पर आशा कार्यकर्ता और उप स्वास्थ्य केंद्रों के लिए बजट उपलब्ध कराने के साथ जरुरी दवाएं प्रदान करने और प्रचार-प्रसार पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
 

मध्यप्रदेश : गरीब किसान की किस्मत का चमका सितारा, खेत में लगाई खदान में मिला 32 कैरेट का बेशक़ीमती हीरा

*       पन्ना का किसान स्वामीदीन और उसके साझीदार रातोंरात बने करोड़पति

*        4 माह पूर्व हीरा कार्यालय से पट्टा लेकर खेत में खोदी थी उथली हीरा खदान

*        किसान ने नायाब हीरे को जिला हीरा कार्यालय में जमा कर प्राप्त की रशीद

*        बड़े आकार और जैम क्वॉलिटी वाले हीरे की कीमत करोड़ों में होने की चर्चा

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnewss.in) देश-दुनिया में उज्जवल किस्म के हीरों के लिए प्रसिद्ध रत्नगर्भा वसुंधरा पन्ना में कब किसकी क़िस्मत चमक जाए इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। यहां लोगों को रंक से राजा बनते देर नहीं लगती। मध्य प्रदेश के पन्ना में यह चमत्कार कई सदियों से हो रहा है। इसी क्रम में आज यहां एक और गरीब किसान रातोंरात करोड़पति बन गया। पन्ना के नारंगीबाग में रहने वाले किसान स्वामीदीन पाल को अपने खेत में लगाई गई उथली हीरा खदान में 32.80 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है। आकार में बड़े और उज्जवल किस्म (जैम क्वॉलिटी) के इस हीरे की कीमत करोड़ों में होने की चर्चा है। नायाब हीरा मिलने गरीब किसान और उसके परिजनों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं है।
स्वामीदीन पाल पिता हीरालाल पाल ने लगभग 4 माह पूर्व हीरा कार्यालय पन्ना से पट्टा लेकर सरकोहा गांव में स्थित अपने छोटे से खेत में उथली हीरा खदान लगाई थी। खदान से निकली हीरे की चाल की बिनाई के दौरान आज (गुरुवार 12 सितंबर) दोपहर में करीब 12 बजे किसान को 32.80 कैरेट का बेशक़ीमती हीरा मिला। चकमते हुए हीरे को हाथ में उठाते ही स्वामीदीन की किस्मत का सितारा भी चमक उठा है। ख़ुशक़िस्मत किसान ने बिना किसी देरी के आज ही अपने पुत्रों जमुना पाल और भरत पाल के साथ पन्ना पहुंचकर जिला हीरा कार्यालय में अपने हीरे को विधिवत जमा करा दिया।
किसान स्वामीदीन को मिले 32.80 कैरेट के बेशक़ीमती हीरे की जांच एवं वजन के बाद जिला हीरा कार्यालय पन्ना में जमा किया गया।
जिला हीरा कार्यालय पन्ना में पदस्थ हीरा पारखी अनुपम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त हीरे को आगामी नीलामी में बिक्री हेतु रखा जाएगा। हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि इस हीरे के नीलाम होने पर प्राप्त राशि से 12% टैक्स एवं 1 % टीडीएस काटकर शेष राशि हीरा धारक के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आज सुबह सकरिया ग्राम निवासी सरमन घोसी नामक व्यक्ति ने भी 2.32 कैरट का एक हीरा जमा कराया है। इस तरह चालू सीजन में अभी तक कुल 16 हीरे जमा हो चुके हैं, जिनका कुल वजन 124.39 कैरेट बताया गया है। उल्लेखनीय है कि, स्वामीदीन को मिले बेशक़ीमती हीरे का बाजार मूल्य करोड़ों में होने की चर्चा है।
कृषक स्वामीदीन पाल को मिले नायाब हीरे की कीमत करोड़ों में होने की है चर्चा।
हीरा मिलने से गरीब किसान स्वामीदीन पाल के परिवार में उत्सव का माहौल है। दोपहर से ही उसके घर पर परचितों और रिश्तेदारों के पहुँचने का सिलसला जारी है। स्वामीदीन ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि उसने और घरवालों ने अपनी जिंदगी के कई साल तंगहाली में गुज़ारे है। लेकिन मुझे हमेशा ही यह विश्वास था कि किसी दिन हमपर भी ईश्वर की कृपा होगी। आख़िरकार आज वह घड़ी आ गई, अब हमारे गरीबी के दिन बीतने वाले हैं। किसान ने बताया कि हीरे की नीलामी से मिलने वाले रुपयों से वह अपने बच्चों के लिए जमीन-मकान एवं अन्य जरुरी सुविधाएं जुटाएगा। ताकि वह लोग आत्मनिर्भर होकर आगे का जीवन सम्मान के साथ व्यतीत कर सकें। बता दें कि हीरा खदान में स्वामीदीन के साथ दो अन्य व्यक्ति साझीदार (पार्टनर) थे।

एसडीएम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झींकबिजुरी का किया निरीक्षण, मरीजों से की चर्चा

शहडोल (www.radarnews.in) कलेक्टर शहडोल डॉ. केदार सिंह के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्रीमती अमृता गर्ग ने अनुभाग क्षेत्र जैतपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झींकबिजुरी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्रीमती गर्ग ने स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएं। जिससे मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो । निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों से चर्चा कर स्वास्थ्य की जानकारी ली। साथ ही उन्हें मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की और स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्थाओं को लेकर मरीजों से उनके अनुभव जाने। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्रीमती अमृता गर्ग ने स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समिति एवं हिंसा रोकथाम समिति द्वारा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में सुरक्षा एवं सामान्य व्यवस्था सहित अन्य बिदुंओं पर चर्चा की।

आधार कार्ड बनाने जिले में 55 मशीनों की स्वीकृति लेकिन सिर्फ 17 संचालित

*      कलेक्टर ने स्वीकृति अनुसार मशीनें संचालित कर आधार केंद्रों का प्रचार-प्रसार करने दिए निर्देश

*      जिला स्तरीय आधार निगरानी समिति की बैठक संपन्न

शहडोल।(www.radarnews.in) कलेक्टर शहडोल डाॅक्टर केदार सिंह की उपस्थिति में आज कलेक्टर कार्यालय के विराट सभागार में जिला स्तरीय आधार निगरानी समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने जिले के आधार केंद्र संचालकों को निर्देश दिए की आधार बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाएं। कलेक्टर ने कहा कि किसी कारणवश जिन लोगों का आधार कार्ड नहीं बन पाया है उनके आधार कार्ड बनाने हेतु क्षेत्र में कैंप लगाए एवं आधार कार्ड बनाने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा की जिले में जितने भी आधार केंद्र हैं उनका प्रचार प्रसार होना चाहिए। कलेक्टर ने आधार संचालकों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले में जितने भी आधार केंद्र बनाए गए हैं उनका प्रचार-प्रसार करें तथा स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्रों एवं अन्य शासकीय कार्यालय में आधार केंद्रों की जानकारी हेतु पंपलेट चिपकाएं एवं बाल पेंटिंग भी कराएं जिससे लोगों को आधार केंद्र की जानकारी हो सके।

आधार अपडेट करने के कार्य में लाएं तेज़ी

कलेक्टर ने कहा कि जो आधार कार्ड बनाया जा चुके हैं उनमें जन्मतिथि, पता एवं नाम सुधार से संबंधित अन्य प्रकार की अपडेट करने के कार्य को तेजी से पूर्ण करें। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने जिले में संचालित आधार केंद्रों की जानकारी ली जिसमें सीएससी सेंटर से 55 मशीन संचालित होने के निर्देश हुए थे। जिस पर केवल 17 मशीन ही संचालित हो रही हैं। जिस पर कलेक्टर ने सीएससी सेंटर के संचालक को निर्देश दिए की जितनी मशीनें चलाने की स्वीकृति प्राप्त हुई है उतनी मशीनें चलाने की कार्यवाही कर आधार बनाने की प्रक्रिया चालू करें।

नए आधार नामांकन की सुविधा सभी डाकघरों में उपलब्ध

बैठक में उपस्थित यूआईडीएआई प्रबंधक ने बताया कि 18प्लस नए आधार नामांकन की सुविधा सभी डाकघरों और लोक सेवा केंद्रों में उपलब्ध है। बैठक के पश्चात यूआईडीएआई प्रबंधक द्वारा ज़िले के आधार ऑपरेटरों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया गया एवं ऑपरेटर्स की आधार कार्य से सम्बंधित समस्याओँ का निदान भी किया गया। बैठक में जनजातीय कार्य विभाग, शिक्षा विभाग, लीड बैक प्रबंधक, पोस्ट ऑफिस अधीक्षक, निकेत दीवान यूआईडीएआई प्रबंधक, जिला प्रबंधक ई गर्वनेंस, इंडिया पोस्ट, महिला एवं बाल विकास विभाग, सीएससी सहित विभिन्न सम्बंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

पुलिस महानिरीक्षक को पर्यावरण मित्र टीम ने भेंट किया तुलसी का पौधा

*     आईजीपी ने पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी युवा टीम की अनूठी पहल को सराहा

*    चर्चा कर साइबर क्राइम, सड़क सुरक्षा विषय पर दी ज्ञानवर्धक जानकारी

शहडोल। (www.radarnews.in) पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से उमरिया जिले के युवाओं की टोली द्वारा शहडोल जोन पुलिस महानिरीक्षक (Inspector General of Police) अनुराग शर्मा को औषधि तुलसी का पौधा भेंट किया गया। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक श्री शर्मा ने युवा टीम की पौधा भेंट कार्य की सराहना करते हुए कहा कि, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह अनूठी पहल है।
उन्होंने युवाओं से साइबर क्राइम, सड़क सुरक्षा व महिला सशक्तिकरण के विषय में चर्चा कर जागरूक किया। सायबर फ्राड के बढ़ते मामलों को देखते हुए कहा कि मोबाइल यूज़र्स को सायबर क्राइम पर सजग और जागरूक रहने की ज़रूरत है। पर्यावरण मित्र हिमांशु तिवारी ने कहा कि पौधे भेंट करने के पीछे अत्यधिक पौधरोपण कर प्रकृति संरक्षण व संवर्धन का संदेश देना है, वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति को दो पौधे अवश्य लगाने चाहिए। औषधि तुलसी का पौधा भेंट करते पर्यावरण मित्र हिमांशु तिवारी, खुशी सेन, प्रेरणा तिवारी, अंकित गौतम उपस्थित रहे।

पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने सोन नदी घाट का किया संयुक्त निरीक्षण

 गणेश विसर्जन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर आवश्यक व्यवस्थाएं कराने के दिए निर्देश

शहडोल।(www.radarnews.in) पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जोन अनुराग शर्मा, कलेक्टर डॉ. केदार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने गणेश विसर्जन स्थल दियापीपर सोन नदी घाट का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं के लिए आने जाने हेतु मार्ग का समतलीकरण का कार्य किया जाए। कलेक्टर ने नदी घाट में विसर्जन स्थल पर समुचित लाइटिंग, वाहन पार्किग, घाट में बैरिकेटिंग, रस्सी, गोताखोरों जैसी अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर अरविंद शाह (IAS), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीवान, तहसीलदार सोहागपुर दिव्या मरावी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

छात्राओं को एलबेन्डाजोल की गोली खिलाकर किया राष्ट्रीय कृमि मुक्त अभियान का शुभारंभ

*      01 से 19 वर्ष के बच्चों और 20-49 वर्ष तक की महिलाओं को खिलाई जाएगी कृमिनाशक दवा

शहडोल। (www.radarnews.in) कमिश्नर शहडोल संभाग श्रीमन शुक्ला एवं कलेक्टर डॉ. केदार सिंह के मार्गदर्शन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश मिश्रा के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.डी. कंवर एंव प्राचार्य उमेश श्रीवास्तव द्वारा आज शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या विद्यालय में छात्राओं को कृमिनाशक दवा एलबेन्डाजोल की गोली खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्त अभियान का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनोज द्विवेदी के द्वारा बताया गया कि जिले में 01 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को कृमिनाशक एल्बेन्डाजोल की गोली सभी शासकीय, अशासकीय, आदिवासी आश्रम,निजी स्कूल,अनुदान प्राप्त शालाओं, केन्द्र शासित शालाओं, मदरसों, स्थानीय निकायों की शालाओं व आंगनवाड़ी की शालाओं तथा किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अंतर्गत संचालित चाईल्ड केयर इंस्टीटयूट में खिलाया जा रहा है। इसी तरह आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चों तथा 01 से 05 वर्ष तक के बच्चों को एवं 20-49 वर्ष तक की प्रजनन कालिक महिलाओं को खिलाया जावेगा।
अभियान का उददेश्य बच्चों को कृमि संकम्रण से मुक्त कर उनका शारीरिक एवं बौद्धिक विकास किया जाना है। जिससे उनके पोषण स्तर को सुधारा जा सके। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से यह अभियान चलाया जा रहा है तथा कृमि से संक्रमण मुक्त होने के लिए गोली के साथ-साथ सभी बच्चों को महत्वपूर्ण व्यवहार भी अपनाना होगा, जिसमें नाखून साफ और छोटे रखे, हमेशा साफ पानी पिये, खाने को ढक कर रखें, साफ पानी फल सब्जिया धोयें, खुले में शौच न करें, घर के आसपास सफाई रखें, अपने हाथ साबुन से धोएं विशेष कर खाने से पहले और शौच के बाद यह दैनिक व्यवहार में लाना होगा। इस अवसर पर शिक्षक राजेश श्रीवास्तव, स्वास्थ्य विभाग के संतोष सिह सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।

जनसुनवाई : कमिश्नर ने आवेदकों को सामने बैठाकर सुनीं समस्याएं, तत्परता से किया निराकरण

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*      आवेदकों को पात्रतानुसार कल्याणकारी योजनाओं का दिलाया लाभ

*     आमजन से प्राप्त आवेदन पत्रों का समय सीमा में निराकरण करने दिए निर्देश

शहडोल। (www.radarnews.in) कमिश्नर शहडोल संभाग श्रीमन शुक्ला ने आज कमिश्नर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में शहडोल संभाग के दूर-दराज से आए लोगों की समस्याएं सुनीं तथा समस्याओं का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में आवेदन करते हुए शहडोल जिले के ग्राम पंचायत जोधपुर की रेखा कोल ने कमिश्नर को बताया कि 26 फरवरी 2022 को सड़क दुर्घटना में मेरे पति स्वर्गीय नरेश कोल का आकस्मिक निधन हो गया है। मेरे पति मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। पति के आकस्मिक निधन के कारण मेरे पास जीविकोपार्जन के लिए कोई साधन नहीं है। रेखा बाई कोल ने कमिश्नर से आर्थिक सहायता मुहैया कराने की बात कही। जिस पर कमिश्नर ने रेखा बाई कोल से विस्तृत चर्चा की तथा निर्देश दिए कि रेखा बाई कोल को सड़क दुर्घटना परिपत्र के प्रावधानों के तहत आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाए। जनजातीय कार्य विभाग द्वारा एवं पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत दी जा रही आर्थिक सहायता का भी लाभ मुहैया कराया जाए। कमिश्नर ने यह भी निर्देश दिए कि रेखा बाई कोल को नि:शुल्क राशन व्यवस्था योजना का भी लाभ दिलाया जाए तथा शासन द्वारा जनजातीय वर्ग के लोगों के लिए संचालित योजना का लाभ भी दिलाया जाए।

अवैध तरीके से भूमि विक्रय करने की होगी जांच

जनसुनवाई कार्यक्रम में शहडोल जिले के सोहागपुर तहसील के ग्राम पंचायत गोरतरा की गुल्ली बैगा एवं एक अन्य बैगा महिला ने कमिश्नर को आवेदन करते हुए बताया कि उन्हें वन अधिकार अधिनियम के तहत एफआरए के पट्टे दिए गए थे। ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि उनकी भूमि को चोरी से बेंच दिया गया है। गुल्ली बैगा एवं अन्य बैगा महिला ने कमिश्नर से उनके पट्टे की जमीन को षणयंत्रपूर्वक बेंचने की जांच कर कार्यवाही करने की बात कही। जिस पर कमिश्नर श्रीमन शुक्ला ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर को शिकायत की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

आवास की दूसरी किश्त जारी करने के निर्देश

जनसुनवाई में वार्ड नं. 3/4 सोहागपुर जिला शहडोल निवासी सविता तिवारी ने आवेदन देकर बताया कि मेरे नाम से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था। जिसकी प्रथम किस्त मुझे प्राप्त हो गई है तथा प्रथम किस्त के अनुसार मैंने मकान भी तैयार कर लिया है। उनका कहना था कि मुझे मेरे मकान को पूर्ण रूप से तैयार करने के लिए दूसरी किस्त भी जारी कराई जाए। जिस पर कमिश्नर श्री शुक्ला ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी शहडोल की ओर आवेदन प्रेषित करते हुए मामले की जांच कर प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी किस्त का जारी करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में कमिश्नर द्वारा अन्य आवेदनों की भी सुनवाई की गई । जनसुनवाई में मुख्य वन संरक्षक एलएल उईके, संयुक्त आयुक्त विकास श्री मगन सिंह कनेश, उपायुक्त राजस्व मिनिषा पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

अधिकारी छात्रावासों का निरीक्षण कर छात्र-छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं की करें जांच : कलेक्टर

*     कलेक्टर ने समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिए महत्वपूर्ण निर्देश

*     राजस्व प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता से कराएं, किसी भी स्थिति में न रहें लंबित 

शहडोल। (www.radarnews.in) कलेक्टर डॉ. केदार सिंह की उपस्थिति में  सोमवार 9 सितंबर को कलेक्टर कार्यालय के विराट सभागार में समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने सभी विभागों की विभागवार समीक्षा की तथा आवश्यक निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए समस्त राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीमाकंन, बंटाकन, नामातंरण जैसे अन्य राजस्व प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता के साथ कराए किसी भी स्थिति में राजस्व के प्रकरण लंबित न रहे यह सुनिश्चित करें। उन्होनें कहा कि जिस प्रकरण में दोनों पक्षों से शिकायत की जाती हैं ऐसे प्रकरण में राजस्व अधिकारी दोनों पक्षों के बीच आपसी समन्वय स्थापित कर प्रकरणों का निराकरण करना सुश्चित करें।

निर्माण के लिए आवंटित भूमि पर तुरंत करें कार्य प्रारंभ

टीएल बैठक में कलेक्टर ने निमार्ण कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में जितने भी निर्माण कार्य होने हैं उन निर्माण कार्यों के लिए जमीन आवंटन कराने से पूर्व निर्माण संबंधित संपूर्ण कार्यवाही सम्पन्न कर लें, इसके बाद जमीन आबंटन करा कर तत्काल कार्य प्रारम्भ कर दें। ताकि आवंटित जमीन में किसी प्रकार का अतिक्रमण न किया जा सके। बैठक में कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने पीएम जनमन योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि पीएम जनमन अंतर्गत किये जा रहे कार्यों को प्राथमिकता के साथ शत-प्रतिशत पूर्ण कराना सुनिश्चित करें, उन्होंनें कहा कि पीएम जनमन के किसी भी कार्य में लापरवाही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने पीएम जनमन अंतर्गत आधार, आयुष्मान एवं जाति प्रमाण पत्र के लक्ष्य को पूर्ण करने हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पीएम जनमन के तहत आने वाले हितग्राहियों का आधार, आयुष्मान एवं जाति प्रमाण पत्र बनाना सुनिश्चित करें।

छात्रावासों में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता जांचें

बैठक में कलेक्टर कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए शिक्षा अधिकारी एवं सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को निर्देश दिए कि जिले के समस्त छात्रावासों का निरीक्षण करें तथा छात्र छात्राओं को छात्रावासों में मिलने वाली सुविधाओं की जांच करें। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान छात्रावासों की साफ-सफाई एवं छात्र-छात्राओं को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच करें तथा छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता युक्त भोनज एवं स्वच्छ पानी मिले यह सुनिश्चि करें। इसी प्रकार कलेक्टर ने, खाद्य विभाग, जनजातीय कार्य विभाग, जल संसाधन विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, वित्त विभाग, श्रम विभाग, सहकारिता विभाग सहित अन्य विभागों की भी समीक्षा की एवं आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राजेश जैन, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर अरविंद शाह (IAS), श्रीमती प्रगति वर्मा , श्रीमती ज्योति परस्ते, नरेन्द्र सिंह धुर्वे, डिप्टी कलेक्टर भागीरथी लहरे, श्रीमती एन्टोनियो एक्का सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

परिसीमन आयोग : जिले और संभाग की सीमाओं का पुनर्निर्धारण करने मंगाए सुझाव

  सेवानिवृत्त अपर मुख्य सचिव को उपलब्ध कराने होंगे सुझाव

पन्ना। (www.radarnews.in) जनसामान्य की सुविधा और बेहतरी के उद्देश्य से जिले और संभाग की सीमाओं का पुनर्निर्धारण किया जाएगा। मध्यप्रदेश भौगोलिक दृष्टि से देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है, राज्य का क्षेत्रफल अधिक है परंतु जिला और संभागों की सीमाओं के कारण लोगों को कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। कई गांव ऐसे हैं जिनकी जिला मुख्यालय से दूरी बहुत अधिक है, इसी प्रकार कई संभाग बहुत छोटे हैं। इस प्रकार की सभी विसंगतियों को दूर करने के उद्देश्य से नया परिसीमन आयोग गठित कर जिलों व संभागों के पुनरीक्षण का दायित्व सेवानिवृत्त अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव को सौंपा गया है। जनसामान्य से गांवों और जिलों की सीमाओं के पुनरीक्षण संबंधी सुझाव श्रीवास्तव को उपलब्ध कराने की अपील की गई है।