* जीआरएस के विरुद्ध फर्जी एफआईआर दर्ज़ कराने का लगाया आरोप
* ग्राम रोजगार सहायक एवं पंचायत सचिव कर्मचारी संघ ने खनिज मंत्री को सौंपा ज्ञापन
मुस्तक़ीम खान, अजयगढ़। (www.radarnews.in) पन्ना जिले की जनपद पंचायत अजयगढ़ अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत नंदनपुर में पंचायत भवन के सामने आदिवासी महिला सरपंच सुआकली के पति श्यामलाल गौंड़ के साथ मारपीट करने संबंधी वीडियो गत दिनों सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया गया कि, ग्राम पंचायत नंदनपुर के ग्राम रोजगार सहायक सुरेंद्र कुमार लोध एवं अन्य लोगों द्वारा आदिवासी सरपंच के पति के साथ दिनदहाड़े मारपीट की गई। साथ ही गाली-गलौंज कर उसे अपमानित किया गया। धरमपुर थाना पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए सरपंच पति श्यामलाल गौंड़ की रिपोर्ट पर 16 अगस्त 2023 को ग्राम रोजगार सहायक सुरेन्द्र लोध, राजेन्द्र लोध, छितारी लोध एवं कमलेश लोध के विरुद्ध आईपीसी की धारा 294, 323, 506, 34 एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध था। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है !
ग्राम रोजगार सहायक एवं पंचायत सचिव कर्मचारी संघ जनपद पंचायत अजयगढ़ ने दावा किया है, घटना के वायरल वीडियो में नंदनपुर जीआरएस कहीं नजर ही नहीं आ रहा है। मारपीट में उसकी किसी तरह की संलिप्तता या हस्तक्षेप भी नहीं है, लेकिन फिर भी जीआरएस को आरोपी बनाया गया है। ग्राम रोजगार सहायक एवं पंचायत सचिव कर्मचारी संघ ने शनिवार 19 अगस्त 2023 को प्रदेश के खनिज साधन मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपकर नंदनपुर जीआरएस सुरेन्द्र लोध के खिलाफ दर्ज मामले को पूर्णतः फर्जी बताया है। संघ ने घटना के वायरल वीडियो की निष्पक्ष जांच करवाकर एफआईआर से नाम विलोपित कर न्याय दिलाने की मांग की है।
नंदनपुर के जीआरएस के विरुद्ध दर्ज कथित फर्जी आपराधिक प्रकरण को लेकर ग्राम रोजगार सहायक एवं पंचायत सचिव कर्मचारी संघ में नाराजगी व्याप्त है। ग्राम रोजगार सहायक संघ अजयगढ़ के ब्लॉक अध्यक्ष केशव प्रताप सिंह ने पत्रकारों से चर्चा में आरोप लगाया कि, पुरानी बुराई के चलते सरपंच पति के द्वारा ग्राम रोजगार सहायक सुरेन्द्र लोध के खिलाफ झूठा प्रकरण दर्ज कराया गया है। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्यों का भूमि पूजन करने शहपुरा पहुंचे कैबिनेट मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपकर इस मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की गई है। जिस पर मंत्री श्री सिंह ने सहमति जताते हुए प्रकरण की जांच करवाने का भरोसा दिलाया है। ज्ञापन सौंपने के दौरान अजयगढ़ क्षेत्र की ग्राम पंचायतों के रोजगार सहायक मौजूद रहे।
कलेक्टर से शिकायत करना नागवार गुजरा
उल्लेखनीय है कि, ग्राम पंचायत नंदनपुर की आदिवासी महिला सरपंच सुआकली गौंड़ ने करीब डेढ़ माह पूर्व पन्ना कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से रोजगार सहायक सुरेन्द्र लोध के कारनामों की लिखित शिकायत की थी। आदिवासी सरपंच ने शिकायत में बताया था, रोजगार सहायक उसके साथ अभद्रता करता है, जातिसूचक शब्दों का उपयोग करते हुए अपमानित करता है। और गालियां देकर पंचायत से भगा चुका है। इस कारण वह शारीरिक-मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही है। सरपंच ने पंचायत के कार्यों में सुरेन्द्र के रूचि न लेने तथा निर्माण कार्यों में 7 प्रतिशत कमीशन मांगने का उल्लेख भी अपनी शिकायत में किया है। सरपंच के इस कदम से जीआरएस कथित तौर पर काफी नाराज चल रहा था। और उससे बदला लेने की फ़िराक में था।
जीआरएस ने मारपीट नहीं, गाली-गलौंज की
श्यामलाल गौंड़ की ओर से धरमपुर थाना में लिखाई गई रिपोर्ट में बताया है, दिनांक 16 अगस्त को दोपहर में 1 बजे जब वह अपनी सरपंच पत्नी सुआकली को लेकर पंचायत भवन में आयोजित ग्राम सभा में पहुंचा तो, कथित तौर पर वहां मौजूद जीआरएस सुरेन्द्र लोध अचानक आगबबूला हो उठा। कलेक्टर से शिकायत करने पर धमकाते हुए आदिवासी दम्पत्ति को गालियां देने से लगा। गाली-गलौंज करने से मना किया तो वहां मौजूद कमलेश लोध, छितारी लोध, राजेंद्र लोध भी अश्लील गालियां देने लगे। इस बीच कमलेश लोध ने श्यामलाल गौंड़ को जमीन पर पटककर लात-घूंसों से मारपीट की गई थी। वहां मौजूद पीड़ित की पत्नी एवं अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर उसे छुड़ाया था। इस दौरान आरोपियों के द्वारा श्यामलाल को अगली बार मिलने पर जान से मारने तथा दोबारा ग्राम सभा में दिखने पर मार डालने की धमकी दी गई थी। सरपंच पति के साथ की गई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुआ था।