खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल और कम्प्यूटर बाबा आज आएंगे पन्ना, रेत के अवैध खनन का करेंगे निरीक्षण, क्या इन माननीयों को सुनाई-दिखाई देगी केन नदी की चींख-पुकार और बदहाली…?

0
1023
सांकेतिक फोटो।

* पन्ना जिले में शासन-प्रशासन के संरक्षण में पिछले कई वर्षों से जारी है रेत की लूट

* बड़े पैमाने पर रेत के अनियंत्रित दोहन से बढ़ा प्रदूषण, संकट में नदी का अस्तित्व

पन्ना। (www.radarnews.in) प्रदेश के खनिज साधन विभाग के मंत्री प्रदीप जायसवाल और कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त चर्चित संत महामण्डलेश्वर कम्प्यूटर बाबा, अध्यक्ष नंदी न्यास मध्यप्रदेश शासन शनिवार 16 नवंबर को अल्प प्रवास पर पन्ना आएंगे। संत कम्प्यूटर बाबा पन्ना में अधिकारियों के साथ बैठक कर नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने, पौधरोपण करने आदि विषयों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा केन नदी में पिछले कई वर्षों से लगातार जारी रेत की बेतहाशा लूट (अवैध उत्खनन) की वास्तविकता को जानने के लिए नदी का निरीक्षण करेंगे। खनिज मंत्री और कम्प्यूटर बाबा के पन्ना दौरे को लेकर जिले के प्रशासनिक एवं राजनैतिक हल्कों में अंदरखाने कई तरह की चर्चाएं है। उधर, अवैध रेत खनन के इनके निरीक्षण के दौरान काफी हद तक स्थिति नियंत्रण में नजर आए प्रशासन ने पहले से ही इसकी तैयारियां कर रखीं है। विगत दिनों केन नदी में रेत के अवैध-उत्खनन एवं परिवहन के खिलाफ राजस्व-खनिज एवं पुलिस विभाग द्वारा की गई संयुक्त कार्रवाई को सबकुछ बेहतर दिखाने की कवायद से जोड़कर देखा जा रहा है।
मंत्री, प्रदीप जायसवाल।
सर्वविदित है कि पन्ना जिले में विगत 5 वर्षों से बड़े पैमाने पर रेत के अनियंत्रित दोहन का खेल शासन-प्रशासन के संरक्षण में खुलेआम चल रहा है। जिससे सदानीरा केन नदी का अस्तित्व, जलीय जीव-वनस्पति जहां गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। नदी के गहरे पानी से रेत निकालने के लिए दैत्याकार मशीनों के जबड़ों से केन का सीना और कोख को छलनी किया जा रहा है। रेत के कण-कण को नदी से बाहर लाने के लिए हैवी प्रेशर वाली लिफ्टर मशीनें चलाई जा रहीं है। स्वीकृत खदान क्षेत्र के बाहर की रेत उठाने अथवा अथवा मनमाने तरीके से इसका परिवहन करने के लिए केन नदी में बारिश के बाद जगह-जगह नदी के प्रवाह को रोककर अवैध रपटा का निर्माण किया जाता है। इन सबका दुष्परिणाम केन नदी के जलीय जीवों-वनस्पति पर तो पड़ ही रहा है साथ ही साथ केन नदी में साल दर साल प्रदूषण भी बढ़ रहा है। केन का कछार भी पूरी तरह नष्ट हो चुका है। एक साफ़-स्वच्छ और निर्मल जलधारा वाली सदानीरा नदी का प्रदूषित और बरसाती नदी में तेजी से तब्दील होना बेहद चिंताजनक है।
सांकेतिक फोटो।
बहरहाल देर से ही सही लेकिन प्रदेश सरकार ने केन नदी की सुध ली है। उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रदेश के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल व संत महामण्डलेश्वर कम्प्यूटर बाबाजी, अध्यक्ष नदी न्यास मध्यप्रदेश शासन को केन में रेत के अवैध खनन के निरीक्षण के दौरान इस जीवनदायिनी नदी की चींख-पुकार अवश्य ही सुनाई देगी और इसकी बदहाली को भी वे देखेंगे। पन्ना-छतरपुर एवं बाँदा जिले की जीवनरेखा कहलाने वाली इस नदी के अस्तित्व को रेत खदान ठेकेदारों और माफियाओं की लूट से बचाने के लिए निश्चित इन माननीयों के द्वारा तत्परता से कठोर कदम उठाने का न सिर्फ ऐलान किया जाएगा बल्कि ईमानदारी से उन पर अमल भी सुनिश्चित कराया जाएगा।

खनिज मंत्री और कम्प्यूटर बाबा का प्रोग्राम

संत महामण्डलेश्वर कम्प्यूटर बाबाजी।
कलेक्टर कार्यालय पन्ना से प्राप्त जानकारी के अनुसार खनिज साधन विभाग मंत्री प्रदीप जायसवाल 16 नवंबर को शाम 6:30 बजे कटनी से पन्ना आएंगे। पन्ना सर्किट हाउस पहुंचकर पार्टी पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों से भेंट करेंगे। मंत्री श्री जायसवाल शाम 7 बजे पन्ना से खजुराहो के लिए प्रस्थान करेंगे। वहीं संत महामण्डलेश्वर कम्प्यूटर बाबाजी कैबिनेट मंत्री दर्जा, अध्यक्ष नदी न्यास मध्यप्रदेश शासन शनिवार 16 नवंबर 2019 को दोपहर 1:30 बजे पन्ना आएंगे। पन्ना पहुंचकर दोपहर 2 बजे कलेक्टर एवं अधिकारियों के साथ बैठक, पौधारोपण पर चर्चा एवं वृक्षारोपण करना, नदियों का प्रदूषण से मुक्त तथा अवैध रेत खनन का निरीक्षण करेंगे। शाम 6 बजे पन्ना से भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे।