* सुकीर्ति जैन, सुधीर शर्मा और जयप्रकाश ने छोड़ा मैदान
शादिक खान, पन्ना। रडार न्यूज खजुराहो लोकसभा सीट पर नाम निर्देशन पत्र वापस लेने के लिए अंतिम दिन 22 अप्रैल को निर्धारित समय तक बीजेपी के तीन नेताओं ने अपना नामांकन वापिस ले लिया। हालाँकि, भाजपा से इस्तीफ़ा दे चुके पूर्व विधायक गिरिराज किशोर पोद्दार राजू चुनावी समर डटे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ओर से उन्हें मानाने की तमाम कोशिशें की गईं लेकिन सफलता नहीं मिली। इस तरह नाम वापिसी के बाद खजुराहो संसदीय क्षेत्र से 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में शेष बचे हैं। कलेक्टर एवं रिटर्निंग ऑफिसर खजुराहो संसदीय क्षेत्र क्रमाँक- 08 मनोज खत्री से प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके कार्यालय में निर्धारित तिथि तक जमा कराए गए नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 20 अप्रैल 2019 को गयी। संवीक्षा के उपरांत कुल 20 नाम निर्देशन पत्र विधिमान्य पाए गए थे। नाम निर्देशन पत्र वापस लेने के लिए 22 अप्रैल को अपरांह 3 बजे तक की तिथि निर्धारित की गयी थी। उन्होंने बताया है कि 03 अभ्यर्थियों द्वारा अभ्यर्थिता से नाम वापस लिए गए। इनमें पंडित सुधीर शर्मा निवासी सेवाग्राम खजुराहो जिला छतरपुर, जयप्रकाश चतुर्वेदी निवासी पन्ना एवं सुकीर्ति जैन (पूर्व विधायक) निवासी हीरागंज कटनी शामिल है। अब लोकसभा निर्वाचन 2019 संसदीय क्षेत्र 08-खजुराहो के लिए 17 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में रहेंगे। उल्लेखनीय है कि भाजपा के जिन 3 नेताओं ने नाम वापस लिए हैं उनके मैदान छोड़ने की खबरें पहले से ही आने लगीं थीं। पार्टी के नेताओं से मेल-मुलाकात के बाद उनके तेवर ठण्डे पड़ गए थे। बहरहाल यह साफ़ नहीं हो सका कि इन नेताओं ने सशर्त नाम वापिस लिया है या फिर खजुराहो संसदीय क्षेत्र के विष्णु दत्त शर्मा को प्रत्याशी बनाने के निर्णय को लेकर पार्टी नेतृत्व से उनकी शिकायत दूर हो गई है।
गिरिराज किशोर बने चुनौती

उल्लेखनीय है कि, मुरैना जिले के निवासी विष्णु दत्त शर्मा को खजुराहो सीट से भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित करने के निर्णय का टिकिट के कई दावेदारों ने शरुआत में कड़ा विरोध किया था। भाजपा प्रत्याशी को बाहरी बताते हुए कई जगह उनके पुतले भी फूँके गए। लेकिन, बढ़ते विरोध के बीच बीजेपी के दिग्गज नेताओं पूर्व सीएम शिवराज सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्षद्वय विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रभात झा, प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने पन्ना आकर डैमेज कंट्रोल करते हुए कई नाराज नेताओं को पहले ही मना लिया था। फलस्वरूप टिकिट वितरण के बाद से नाराज चल रहे कुछ नेता बीडी शर्मा की नामांकन रैली और उसके पूर्व हुई आमसभा में न सिर्फ शामिल हुए बल्कि उनके द्वारा मंच से भाजपा प्रत्याशी को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाने की अपील भी की गई।

पूर्व विधायक गिरिराज किशोर पोद्दार।
सर्विदित है कि चुनाव के समय टिकिट वितरण को लेकर नेताओं के नाराज होने, पार्टी के फैसले का विरोध करने और बगावत करने की ख़बरें हर चुनाव में आतीं है। विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे मौकों पर कई नेता अपनी पूँछ-परख बढ़ाने, निहित स्वार्थपूर्ति के लिए अथवा क्षतिपूर्ति बतौर संगठन या सरकार में कोई पद हांसिल करने के खातिर अक्सर पहले बागी तेवर दिखाते फिर मान-मनौव्वल के बाद ठण्डे पड़ जाते है। बहरहाल, खजुराहो सीट पर भाजपा के नाराज नेता कैसे मानें इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं है। हालाँकि सच्चाई उनके और भाजपा के मैनेजरों के अलावा कोई नहीं जानता। रहा सवाल कटनी जिले के पूर्व विधायक गिरिराज किशोर पोद्दार का तो वे इस चुनाव में अकेले दम पर बगावत का झण्डा उठाकर भाजपा प्रत्याशी के लिए बने हैं। बताते चलें कि भाजपा का गढ़ कहलाने वाली खजुराहो सीट पर कांग्रेस ने इस बार क्षेत्रीय प्रत्याशी के रूप पूर्व छतरपुर राजघराने की महारानी कविता सिंह को चुनावी महासमर में उतारा है। भाजपा के प्रत्याशी बीडी शर्मा जहां मुरैना जिले के निवासी हैं वहीं कांग्रेस प्रत्याशी कविता सिंह की ससुराल खजुराहो और मायका पन्ना में है। जोकि खजुराहो संसदीय क्षेत्र अंतर्गत आते हैं।
इनके बीच है मुकाबला
