
* मलेरिया विभाग ने की मच्छरों के नियंत्रण की जैविक पहल
* जिले में मच्छर जनित बीमारियों का साल दर साल बढ़ रहा है ग्राफ
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) प्रत्येक वर्ष बारिश के मौसम में जल स्रोतों में जलभराव के चलते उनमें मच्छरों के लार्वा तेजी से पनपने लगते हैं जिससे मच्छर जनित बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके मद्देनजर पन्ना जिले के मलेरिया विभाग ने मच्छरों की प्रभावी रोकथाम के उद्देश्य जलस्रोतों में लार्वाभक्षी मछली का संचयन शुरू कर दिया है। जिले के पाँच विकासखण्डों के 82 जल स्रोतों में अब तक 1 लाख गैम्बूसिया मछली डाली जा चुकी है। जिला मलेरिया अधिकारी हरिमोहन रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि पन्ना जिले में 1 लाख लार्वाभक्षी मछली गैम्बूसिया की सप्लाई कटनी के सुर्खी मछली पालन केन्द्र से दिनांक 24 एवं 27 सितम्बर को की गई। दिनांक 24 सितम्बर को 60,000 गैम्बूसिया मछली को शाहनगर के 20 पवई के 14 एवं गुनौर ब्लॉक के 17 तालाबों में डाला गया। दिनांक 27 सितम्बर को प्राप्त 40,000 गैम्बूसिया मछली को पन्ना के 16 एवं अजयगढ़ ब्लॉक के 15 तालाबों में छोड़ा गया है।
22 दिनों में बढ़ा लेती है अपनी तादाद
