खजुराहो लोकसभा सीट : भाजपा के दिग्गजों ने सम्भाली डैमेज कंट्रोल की कमान, विनय सहस्त्रबुद्धे अचानक पन्ना पहुँचे, भाजपा प्रत्याशी के नामाँकन जुलुस में आज शिवराज होंगे शामिल

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पुलिस लाइन पन्ना में हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे।

* गुरुवार को पन्ना के पॉलीटेक्निक ग्राउण्ड में होगी चुनावी आमसभा

* बागियों और विरोधियों से निपटने की भाजपा संगठन ने शुरू की कवायद

* पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ माहौल बनाने वाले नेताओं पर हो सकती है कार्यवाही

शादिक खान, खजुराहो / पन्ना। रडार न्यूज  लोकसभा चुनाव 2019 के लिए खजुराहो संसदीय क्षेत्र से लम्बे इंतजार के बाद भाजपा उम्मीदवार के रूप में विष्णु दत्त शर्मा के नाम का ऐलान होने के बाद से पार्टी के अंदर-बाहर विरोध, असंतोष और बगावत के सुर लगातार मुखर हो रहे है। मुरैना जिले के निवासी विष्णु दत्त शर्मा को बाहरी बताकर टिकिट के दावेदार रहे कई नेता सोशल मीडिया से लेकर सड़कों पर उतरकर उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने के फैसले का खुलकर विरोध कर रहे हैं। पार्टी के फैसले से नाराज चल रहे कुछ नेताओं ने बगावती तेवर दिखाते चुनाव में नुकसान पहुँचाने के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप चुनाव लड़ने का ऐलान कर भाजपा की परेशानी को बढ़ा दिया है। टिकिट बंटवारे के बाद से खजुराहो सीट पर भाजपा के खेमे में मचे इस घमासान को शांत कराने के लिए चिंतित पार्टी के दिग्गज नेताओं ने कमान सम्भाल ली है। बुधवार 17 अप्रैल की शाम भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे का अचानक हेलीकॉप्टर से पन्ना पहुँचना डैमेज कंट्रोल की कवायद के रूप में देखा जा रहा है।
शिवराज सिंह चौहान।
उधर, गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पन्ना पहुँच रहे हैं। वे यहाँ पार्टी प्रत्याशी विष्णु दत्त शर्मा के नामंकन जुलूस में शामिल होंगे। गुरुवार 18 अप्रैल को भाजपा प्रत्याशी द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने के पूर्व पन्ना के पॉलीटेक्निक कॉलिज ग्राउण्ड में सुबह 10 से एक चुनावी आमसभा आयोजित की गई है। जिसे पार्टी के वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे। आमसभा के बाद विशाल जुलूस के रूप में भाजपा प्रत्याशी बीडी शर्मा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए अपना नाम-निर्देशन पत्र दाखिल करने के लिए इंद्रपुरी कॉलोनी स्थित नवीन कलेक्ट्रेट जाएँगे। इस पैदल मार्च के बहाने भाजपा की रणनीति अघोषित शक्ति प्रदर्शन कर कांग्रेस को जबाब देना है। मालूम हो कि खजुराहो संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कविता सिंह ने दो दिन पूर्व हजारों समर्थकों के साथ पन्ना के नवीन कलेक्ट्रेट भवन में पहुँचकर अपना नामांकन भरा था।

अपनों का खुला विरोध बना सिरदर्द

हेलीकॉटर से बाहर आते विनय सहस्त्रबुद्धे।
खजुराहो सीट से बीडी शर्मा को प्रत्याशी घोषित करने के विरोधस्वरूप कटनी-मुड़वारा के पूर्व विधायक गिरिराज किशोर राजू पोद्दार ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया। खजुराहो संसदीय क्षेत्र में शामिल छतरपुर जिले के चंदला विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक विजय बहादुर सिंह बुंदेला के समर्थकों ने बीडी शर्मा का पुतला फूँककर और बीडी शर्मा वापस जाओ के नारे लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया है। भाजपा के पूर्व विधायक सुकीर्ति जैन, सुधीर शर्मा, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष पन्ना जयप्रकाश चतुर्वेदी, संजय नगायच आदि नेताओं ने भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर टेंशन को बढ़ा दिया है। वहीं पूर्व विधायक एवं कटनी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष ध्रुव प्रताप सिंह मुरैना जिले के निवासी बीडी शर्मा को भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने पर इसे खजुराहो संसदीय क्षेत्र के लिए काला दिवस बताया है। विरोध करने वाले ये सभी नेता खजुराहो सीट से भाजपा के टिकिट के दावेदार रहे हैं। बीडी शर्मा को बाहरी बताकर इनके द्वारा लगातार विरोध करने से भाजपा का अपने मजबूत गढ़ खजुराहो में चुनावी माहौल ख़राब हो रहा है। इनकी माँग है कि खजुराहो सीट से बाहरी नेता को थोपने के बजाए किसी भी स्थानीय नेता को प्रत्याशी बनाया जाए। ज्ञातव्य है कि खजुराहो संसदीय क्षेत्र के लिए नामांकन भरने की अंतिम तिथि गुरुवार 18 अप्रैल है, इसके मद्देनजर प्रत्याशी बदलने की माँग पूरी होना असंभव प्रतीत होती है। इस स्थिति में विरोध करने वाले नेता क्या कदम उठाएंगे इस पर सबकी नजरें रहेंगी।

गढ़ को बचाने उठा सकते हैं शख्त कदम

विष्णु दत्त शर्मा, बीजेपी प्रत्याशी।
भाजपा सूत्रों की मानें तो अपने मजबूत गढ़ खजुराहो संसदीय क्षेत्र को हर हाल में बचाने के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व संजीदा है। इसलिए विरोध और बगावत करने वाले नेताओं को समझाइश देने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को पन्ना भेजा गया। इसके बाद भी अगर बगावती तेवर वाले नेता नहीं मानें तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि खजुराहो संसदीय सीट मध्य प्रदेश की उन सीटों में शामिल है जहाँ कई दशकों से बीजेपी का कब्ज़ा है। इस सीट से निवर्तमान सांसद नागेंद्र सिंह ने यहाँ से वर्ष 2014 में 2 लाख से अधिक मतों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज कराई थी। लेकिन इस बार बीजेपी ने यहाँ से बीडी शर्मा को उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने छतरपुर और पन्ना राजघराने से ताल्लुक रखने वालीं कविता सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। दरअसल,कविता सिंह की ससुराल खजुराहो और मायका पन्ना जिले में होने से चुनाव इन्हें क्षेत्रीय होने का लाभ मिलने की उम्मीद है। जबकि बाहरी प्रत्याशी उतारने का मुद्दा गहराने से भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है। बताते चलें कि खजुराहो संसदीय क्षेत्र से भाजपा के टिकिट के दावेदारों में कई जनाधार वाले क्षेत्रीय नेता शामिल रहे हैं। लेकिन, टिकिट वितरण में जनभावनाओं को नजरअंदाज कर क्षेत्रीय नेताओं की उपेक्षा की गई। शायद यही वजह है कि, मुरैना निवासी बीडी शर्मा को भाजपा द्वारा खजुराहो सीट से प्रत्याशी घोषित करने के फैसले को नाराज नेता पैराशूट प्रत्याशी उतारने के तौर प्रचारित कर रहे है। अब देखना यह कि डैमेज कंट्रोल की जिम्मेदारी संभाल रहे भाजपा के दिग्गज नेता अपनों के विरोध और क्षेत्रीय बनाम बाहरी प्रत्याशी के मुद्दे से आने वाले दिनों में कैसे निपटते हैं।