गुड न्यूज | पन्ना में कृषि महाविद्यालय की स्थापना के लिए 30 हैक्टेयर भूमि आवंटित

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पन्ना के समीप जनकपुर में स्थित बीज एवं फार्म विकास निगम प्रक्षेत्र जिसकी भूमि एग्रीकल्चर कॉलेज के लिए आवंटित की गई ।

जनकपुर ग्राम में बीज विकास निगम की भूमि पर बनेगा एग्रीकल्चर कॉलेज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा को अमल में लाने की शुरू हुई कार्रवाई

शादिक खान, पन्ना। राडार न्यूज   मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड अंचल के अति पिछड़े पन्ना जिले के समग्र विकास को दृष्टिगत रखते हुए इसे एजुकेशन हब के रूप विकसित करने की परिकल्पना अब साकार होने लगी। पन्ना में कृषि महाविद्यालय की स्थापना के लिए शासन द्वारा 30 हैक्टेयर भूमि समीपी ग्राम जनकपुर में आवंटित करने के निर्णय को इस दिशा में एक महत्पूर्ण सार्थक कदम के रूप में देखा जा रहा है। भूमि आवंटन किये जाने से इतना तो स्पष्ट हो गया पन्ना में कृषि महाविधालय की स्थापना संबंधी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा, चुनाव पूर्व की गई सिर्फ कोरी घोषणा बनकर नहीं रहेगी, क्योंकि इसे आकार देने के लिए शासन-प्रशासन ने आवश्यक कार्रवाई तेजी से शुरू कर दी है। निश्चित तौर पर जिले के लोगों के लिए यह अच्छी खबर है। मध्यप्रदेश शासन किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग भोपाल के अवर सचिव जितेंद्र सिंह परिहार के हस्ताक्षर से गुरूवार 27 सितम्बर 2018 को जारी आदेश के अनुसार म. प्र. राज्य बीज एवं फार्म विकास निगम प्रक्षेत्र के आधिपत्य की ग्राम जनकपुर पटवारी हल्का नंबर- 13 में उपलब्ध कुल भूमि 130.524 हैक्टेयर में से 30 हैक्टेयर भूमि कृषि महाविद्यालय पन्ना की स्थापना हेतु जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर को आवंटित की गई है। प्रदेश के पीएचई विभाग की मंत्री और पन्ना की विधायक कुसुम सिंह मेहदेले के विशेष प्रयासों के फलस्वरूप एग्रीकल्चर कॉलेज के लिए भूमि आवंटन की कार्रवाई तत्परता से पूरी हुई है।

मेहदेले की मांग पर की थी घोषणा

मंत्री कुसुम सिंह मेहदेले।

उल्लेखनीय है कि करीब दो माह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जन आशीर्वाद यात्रा के तहत पन्ना आये थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंत्री कुसुम सिंह मेहदेले की मांग पर पन्ना में को कृषि महाविद्यालय की स्थापना, पॉलीटेक्निक का इंजीनियरिंग कॉलेज में उन्नयन करने, डायमंड पार्क की स्थापना करने, पन्ना को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने, पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने अधोसंरचनात्मक कार्य कराने की मंच से घोषणा की थी। दरअसल विधानसभा चुनाव के ठीक पहले की गई इन घोषणाओं को कतिपय लोग तात्कालिक राजनैतिक लाभ के उद्देश्य से मुख्यमंत्री द्वारा की गई कोरी घोषणाएं करार दे रहे थे। इनका तर्क था कि सीएम शिवराज सिंह की हजारों घोषणायें आज भी अधूरी हैं। जिससे पन्ना को मिली महत्पूर्ण सौगातों को लेकर गहराते संशय के बीच इन्हें यथार्थ के धरातल पर उतारने की चरणबद्ध कार्रवाई शुरू होने से सुखद आश्चर्य से भरे लोगों में कई दशक बाद पन्ना की तकदीर और तस्वीर बदलने का भरोसा जागा है।

बनेगा हायर एजुकेशन हब !

30 हैक्टेयर भूमि आवंटन संबंधी शासन का आदेश।

मालूम हो कि मंदिरों के पवित्र नगर पन्ना को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने का कार्य भी शुरू हो चुका है। प्रकृति की गोद में बसा पन्ना शहर दुनिया भर में उज्जवल किस्म के हीरों, प्राचीन भव्य मंदिरों और बाघों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के आदर्श प्राकृतिक वातावरण और विभिन्न क्षेत्रों में शैक्षणिक शोध कार्य की असीम संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए पन्ना को बुंदेलखंड अंचल का हायर एजुकेशन हब बनाने की मांग लंबे समय से उठती रही है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों का मानना है कि कृषि महाविद्यालय और इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। इससे पन्ना जिले में एक ओर जहां हरित क्रांति का सूत्रपात होगा वहीं दूसरी ओर जनकपुर में एग्रीकल्चर कॉलेज खुलने से पन्ना शहर का विस्तार भी तेज गति से संभव होगा।