चुनाव में प्रत्येक मतदाता महत्वपूर्ण | मध्यप्रदेश में 4 लाख 50 हजार दिव्यांगों के नाम को मतदाता सूची में जोड़े

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मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व्ही.एल कान्ता राव ने दिव्यांगजनों को सुगम मतदान की सुविधायें मुहैया करवाने आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित किया।

दिव्यांगजनों को मताधिकार के लिये सहयोग किया जायें : कान्ता राव

दिव्यांगजनों को सुगम मतदान सुविधा हेतु राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न

भोपाल। रडार न्यूज    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व्ही.एल.कान्ता राव ने दिव्यांगजनों के सुगम मतदान हेतु आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में कहा कि प्रदेश के प्रत्येक दिव्यांग मतदाता को मतदान करने के लिये सहयोग किया जावेगा। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन -2018 में सुगम मतदान के लिये मतदाता सूची से दिव्यांगजनों को चिन्हित कर उनसे संपर्क किया जाये। इस कार्य में सामाजिक न्याय विभाग, एन.जी.ओ, सामाजिक संगठनों और दिव्यांगजनों के लिये कार्य करने वाली अन्य संस्थाओं का सहयोग भी लिया जायें। श्री कान्ता राव ने कहा कि दिव्यांग मतदाताओं को उनके मताअधिकार के उपयोग के लिये जागरूक किया जाये चिन्हित किये गये सभी दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केन्द्रों तक लाने ले जाने की व्यवस्था की जावें।

एनजीओ को भी मतदान के लिये प्रेरित करें

संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विकास नरवाल ने प्रशिक्षण देते हुये कहा कि सुगमता से दिव्यांगजनों के लिये कार्य करने वाले सामाजिक संगठनों को भी मतदान के लिये प्रेरित किया जायें। श्री नरवाल ने बताया कि प्रदेश में 4 लाख 50हजार दिव्यांगजनों को मतदाता सूची में जोडा़ गया है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 27 सितम्बर को किया जायेगा। आयुक्त सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण के.जी. तिवारी ने कार्यशाला में कहा कि दिव्यांगजनों को अतिरिक्त सम्मान एवं सहानुभूति की नहीं केवल समाज एवं परिवार के सहयोग की आवश्यकता है। श्री तिवारी ने दिव्यांगजनों को चुनाव दल में शामिल करने का सुझाव भी दिया।

निर्वाचक प्रक्रिया में सहभागिता का प्रावधान

श्रीमती गुन्चा बत्रा अनुभाग अधिकारी भारत निर्वाचन आयोग ने कहा कि समाज नि:शक्त को भी सशक्त करने में अपना योगदान दे। निर्वाचन आयोग के लिये प्रत्येक निर्वाचक महत्वपूर्ण है। निर्वाचन विधियां दिव्यांग व्यक्तियों को न केवल समानता की गारंटी देती है, अपितु निर्वाचक प्रक्रिया में उनकी पहुंच एवं सहभागिता के लिए भी प्रावधान करती है। कार्यशाला में प्रो. रोहित त्रिवेदी एवं अनिल मुद्गल ने दिव्यांग व्यक्तियों के मतदान में आने वाली आधारभूत कठिनाईयां एवं उनकी विशिष्ट आवश्यकता और राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर पकंज दुबे ने दिव्यांग व्यक्तियों को सुविधायें प्रदान करने के संबंध में विभिन्न नियमों-निर्देशों से प्रतिभागियों को अवगत कराया। ज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रदेश के सभी जिलों से आये नोडल अधिकारी और पुलिस कॉर्डिनेटर उपस्थित थे।