क्राइम : दो गुटों में हुआ खूनी संघर्ष, बीच बाजार में जीप से कुचलकर एक की हत्या के बाद तनाव का माहौल

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हत्या की वारदात का पता चलते ही तत्काल सिमरिया पहुंचे पन्ना पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने हालात को पूरी तरह नियंत्रण में किया।

* पन्ना जिले के सिमरिया कस्बा में सनसनीखेज वारदात से दहशत में आए लोग

* एसपी ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल किया तैनात

पन्ना। (www.radarnews.in) जिले में सिमरिया क़स्बा में शुक्रवार की देर शाम दो गुटों के बीच हुए विवाद ने देखते ही देखते खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। जिसमें बीच-बाजार एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति के ऊपर कथिततौर दूसरे पक्ष के लोगों ने पहले धारदार हथियारों से प्राणघातक हमला किया और फिर जीप से कुचलकर बड़ी ही बेरहमी के साथ उसकी हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात से जहाँ सिमरिया के साप्ताहिक बाजार में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी फ़ैल गई वहीं हत्या की जघन्य वारदात के बाद से सिमरिया सहित आसपास के इलाके में जबरदस्त तनाव का माहौल निर्मित है। दिवाली के ठीक पहले धनतेरस के त्यौहार के दिन हुए इस खूनी संघर्ष को पन्ना पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने अत्यंत ही गंभीरता से लिया है। सामाजिक सद्भाव और कानून व्यवस्था की दृष्टि इस संवेदनशील वारदात का पता चलते ही पुलिस कप्तान तुरंत सिमरिया पहुँच गए। उनके द्वारा क्षेत्र में शांति एवं क़ानून व्यवस्था बनाए रखने तथा किसी भी अप्रिय स्थिति से सख्ती के साथ निपटने के लिए एहतियात के तौर पर सिमरिया में भारी संख्या में आसपास के थानों के पुलिस बल को तैनात किया गया है।
इस घटनाक्रम के संबंध में व्याप्त जन चर्चाओं व सोशल मीडिया आईं अपुष्ट सूचनाओं के अनुसार दो गुटों के युवकों के बीच हुए विवाद में बड़ों के हस्तक्षेप करने से इस मामले ने कथित तौर खूनी संघर्ष का रूप लिया है। शुक्रवार 25 अक्टूबर की शाम तकरीबन 7:30 बजे सिमरिया के पुराना बस स्टैण्ड में रामलीला मंच के सामने फैजल खान व राम सिंह बुन्देला निवासी महारजगंज-सिमरिया के पक्ष के लोग युवकों के बीच हुए विवाद को लेकर आपस में भिड़ गए। साप्ताहिक बाजार के दिन और धनतेरस के त्यौहार पर हुए इस अप्रत्याशित घटनाक्रम के चलते बाजार में भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई। इस बीच राम सिंह बुन्देला 46 वर्ष निवासी महारजगंज-सिमरिया के ऊपर दूसरे पक्ष के लोगों ने पहले रॉड एवं धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया और फिर कथित तौर फैजल खान ने उसे जान से ख़त्म करने के इरादे से जीप से कुचल दिया। बुरी तरह लहूलुहान राम सिंह की अचेत हालत को देख उसे मृत समझकर फैजल खान एवं उनके साथी मौके से भाग निकले। आनन-फानन में राम सिंह को अत्यंत ही नाजुक स्थिति में सिमरिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाय गया जहां तत्परता से प्राथमिक उपचार देकर बिना किसी देरी के जिला चिकित्सालय पन्ना के लिए रेफरल किया गया। राम सिंह को लेकर परिजन जब जिला चिकित्सालय पन्ना पहुंचे तो यहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर आलोक गुप्ता ने सघन परीक्षण करने के पश्चात उसे मृत घोषित कर दिया।
सिमरिया पुलिस थाना के बाहर एकत्र लोगों द्वारा हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई जिस पर पुलिस ने रात्रि में ही कई लोगों को हिरासत में लिया।
इस खूनी संघर्ष में फैजल के बड़े भाई गुलफाम खान के भी गंभीर रूप से घायल होने की चर्चाएं हैं। कहा जा रहा है कि पुलिस अधिकारियों ने बड़ी ही सूझबूझ से काम लेते हुए घायल गुलफाम खान को उपचार के लिए पुलिस अभिरक्षा में गुप्त रूप से किसी दूसरे जिले में भेजा दिया है। ताकि प्रतिशोध में फिर कोई वारदात न हो। अपुष्ट सूत्रों से पता चला है कि सिमरिया थाना पुलिस ने हत्या की वारदात में प्रयुक्त जीप को जब्त करने के साथ कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। उधर, इस हत्याकाण्ड को लेकर आक्रोशित लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देर रात्रि तक सिमरिया थाना के सामने नारेबाजी करते रहे। हत्या की जघन्य वारदात के संबंध जानकारी प्राप्त करने के लिए पवई एसडीओपी व पन्ना पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी से मोबाइल पर सम्पर्क करने का काफी प्रयास किया गया लेकिन कई बार रिंग बजने के बाद भी उनके फोन रिसीव नहीं हुए। इसलिए हत्याकाण्ड की वास्तविक वजह, इसमें लिप्त आरोपियों, हिरासत में लिए गए लोगों, मृतक एवं घायल के संबंध जो चर्चाएं है उनकी अधिकारिक तौर पुष्टि नहीं हो सकी। उल्लेखनीय है कि दो गुटों के बीच हुए इस ख़ूनी संघर्ष को कतिपय समाज विरोधी तत्वों द्वारा साम्प्रदायिक रूप देते हुए सोशल मीडिया पर एक समुदाय विशेष के खिलाफ सामूहिक रुप से बेहद आपत्तिजनक टिपण्णी कर शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के कुत्सित प्रयास किए जा रहे है। जिसे लेकर पन्ना पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी और ख़ुफ़िया तंत्र पूरी तरह बेखबर है।